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This Article is From Oct 26, 2021

आर्यन खान केस बन चुका है सेलेब्रिटी, सियासत और सनसनी का दिलचस्प किस्सा - पढ़ें पूरी कहानी

CBI, ED और आयकर विभाग के बाद अब नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) पर राजनीतिक इस्तेमाल का आरोप लगा, लेकिन आर्यन खान ड्रग्स केस में आरोप लग रहा है कि अभिनेता शाहरुख खान से पुरानी अदावत का जवाब देने के लिए बीजेपी ने NCB का इस्तेमाल किया और ट्रैप लगाकर उनके बेटे आर्यन खान को फंसाया गया.

aryan khan केस में नित नए खुलासों और दावों से मचा है हड़कंप

मुंबई:

सुशांत सिंह राजपूत ड्रग्स केस (Sushant singh Rajput) के बाद बॉलीवुड (Bollywood) के ड्रग्स कनेक्शन को लेकर एक और नाटकीय कहानी सुर्खियों में है. सेलेब्रिटी, सियासत और सनसनी से भरपूर इस दिलचस्प किस्से का अंत कहां होगा, यह फिलहाल किसी को नहीं मालूम. केस में ट्विस्ट तब आया, जब केंद्रीय जांच एजेंसी CBI, ED और आयकर विभाग के बाद अब नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) पर राजनीतिक इस्तेमाल का आरोप लगा, लेकिन आर्यन खान ड्रग्स केस (Aryan Khan Drugs Case) में आरोप लग रहा है कि अभिनेता शाहरुख खान से पुरानी अदावत का जवाब देने के लिए बीजेपी ने NCB का इस्तेमाल किया और ट्रैप लगाकर उनके बेटे आर्यन खान को फंसाया गया.

ऐसा इसलिए क्योंकि 2 अक्टूबर को क्रूज शिप ड्रग्स केस पार्टी मामले में गिरफ्तार आर्यन खान के पास से कोई ड्रग्स बरामद नही हुआ था और ना ही उसने उस समय ड्रग्स का सेवन किया था फिर भी उसके कुछ पुराने व्हाट्सएप चैट के कारण इंटरनेशनल ड्रग्स सिंडिकेट का सदस्य बताकर जेल में बंद रखा गया है. लेकिन एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक के बाद अब  NCB के ही एक पंच ने मामले में 25 करोड़ की डील का आरोप लगाकर NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को कटघरे में खड़ा कर दिया है.

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अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को गिरफ्तारी के बाद जब 3 अक्टूबर को पहली बार रिमांड के लिए मजिस्ट्रेट के पास लाया गया तब NCB ने सिर्फ 2 दिन की रिमांड मांगी थी और केस में तब तक NDPS कानून में साजिश की धारा 29 भी नही लगी थी. मजिस्ट्रेट ने भी आर्यन खान के साथ अरबाज़ मर्चेन्ट और मुनमुन धमेचा को भी एक दिन यानी 4 अक्टूबर तक NCB रिमांड दे दिया था. खास बात है कि आर्यन के वकील सतीश मानेशिन्दे ने भी आर्यन को एक दिन की रिमांड का समर्थन किया. शायद उन्हें भी उम्मीद थी कि दूसरे दिन न्यायायिक हिरासत मिलते ही जमानत मिल जाएगी और आर्यन जेल जाने से बच जाएंगे.

लेकिन रात भर में ही कुछ ऐसा खेल हुआ कि दूसरे दिन परिस्थिति बदल चुकी थी. केस में साजिश की धारा 29 लग चुकी थी. जिस आर्यन खान के पास से एक ग्राम ड्रग्स भी बरामद नही हुआ था ना ही उसने ड्रग्स का सेवन किया था. साथ ही बाकी आरोपियों में से अरबाज मर्चेन्ट के अलावा वो किसी को जानता भी नही था, उसे  2 से 3 साल पुराने व्हाट्सएप चैट के आधार पर इंटरनेशनल ड्रग सिंडिकेट से जोड़कर जांच के लिए 11 अक्टूबर तक हिरासत मांगी गई.इसके लिए NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के साथ खुद एडिशनल सॉलिसिटर जनरल अनिल सिंह मजिस्ट्रेट कोर्ट में मौजूद थे जो अमूमन होता नही है.

नतीजा आर्यन सहित अरबाज और मुनमुन धमेचा की NCB रिमांड 7 अक्टूबर तक के लिए बढ़ गई. हैरानी की बात है कि उसके तुरंत बाद ही इसी केस के विक्रांत चोकर, मोहक जैसवाल, इश्मित सिंह, गोमित चोपड़ा और नूपुर सतीजा को भी रिमांड के लिए कोर्ट में पेश किया गया, लेकिन तब तक ASG अनिल सिंह और जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े दोनों कोर्ट से जा चुके थे. जबकि NCB बार बार ये कहती रही कि ये सभी आरोपी एक दुसरे से जुड़े हुए हैं, पूरा केस एक है इसलिए  इनकी भूमिका को अलग अलग कर नही देखा जाना चाहिए.

खास बात है कि इन 5 आरोपियों में से 4 वो थे जिनके कॉर्डेलिया क्रूज शिप पर ड्रग्स के साथ आने की सूचना इन्फॉर्मर मनीष भानुशाली और दागदार पंच किरन गोसावी ने दी थी औऱ ड्रग्स के साथ पकड़े भी गये थे। मतलब साफ था NCB का सारा जोर ड्रग्स कार्टेल के असली आरोपियों की बजाय आर्यन खान की रिमांड बढ़ाने पर दिखा. नतीजा बाद में मजिस्ट्रेट कोर्ट के साथ ही सेशंस कोर्ट से भी आर्यन खान की जमानत अर्जी खारिज हो गई.

इस बीच अपने दामाद समीर खान की गिरफ्तारी से आहत ठाकरे सरकार में मंत्री और एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने 2 अक्टूबर को हिरासत में आर्यन खान के साथ सेल्फी लेने वाले शख्स किरण गोसावी की असली पहचान और मामले में बीजेपी कार्यकर्ता मनीष भानुशाली के शामिल होने का खुलासा कर 6 अक्टूबर को हंगामा बरपा कर दिया. NCB ने प्रेस कांफ्रेंस लेकर सफाई देते हुए बताया कि 2 नही कुल 9 पंच थे और कानून में स्वतंत्र पंच का प्रावधान है. लेकिन क्या पंच को आरोपी को पकडने का अधिकार है ? NCB के पास इसका जवाब नही था.

अब उन्ही 9 पंचों में से एक प्रभाकर साइल ने मामले में 25 करोड़ की डील का खुलासा कर समीर वानखेड़े को बैकफुट पर डाल दिया है. प्रभाकर उस दागदार पंच किरन भानुशाली का बॉडीगार्ड है जो पुणे में दर्ज धोखाधड़ी के मामले में फरार है.

प्रभाकर के मुताबिक 2 अक्टूबर की रात उसके बॉस किरण गोसावी , सैम डिसूजा और शाहरुख खान की मैनेजर पूजा ददलानी के बीच परेल में उस डील के लिए बातचीत हुई थी.NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर नवाब मलिक इसके पहले अपने करीबी फ्लेचर पटेल को बार - बार पंच बनाने का खुलासा कर चुके हैं. बीजेपी नेता मोहित भारतीय के रिश्तेदार सहित 3 आरोपियों को बीजेपी के दबाव में छोड़ने और दुबई और मालदीव में बॉलीवुड से वसूली का आरोप भी लगा चुके हैं. नवाब मलिक का तो यहां तक आरोप है कि  बीजेपी के इशारे पर आर्यन खान को ट्रैप करने के लिए साजिश रची गई..

मामले में अपना नाम घसीटे जाने पर मोहित भारतीय नवाब मलिक के खिलाफ मानहानि का मुकदमा करने की धमकी दे चुके हैं. आर्यन खान की गिरफ्तारी के बाद एन सी पी के निशाने पर आए NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े अपने उपर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बता चुके हैं।

लेकिन इस बीच नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े का जन्म से जुड़ा प्रमाण पत्र जारी  कर एक नया बम फोड़ दिया है । इस प्रमाणपत्र में समीर वानखेड़े के पिता का नाम दाऊद वानखेड़े है जबकि NCB के अफसरों की अधिकृत लिस्ट में समीर ज्ञानेश्वर वानखेड़े है। मतलब साफ है क्रूज शिप ड्रग्स पार्टी केस  अब सिर्फ ड्रग्स के  खिलाफ एक सामान्य मामला नही बल्कि केंद्र और राज्य के बीच राजनीतिक लड़ाई का रूप ले चुका है जिसमें एजेंसिया मोहरा बनी हुई हैं और बीच में पिस रहे हैं

आर्यन , अरबाज और मुनमुन जैसे युवा जो गलत जगह और  गलत समय पर मौजूद थे. अभी मामले की जांच चल रही है और मुकदमे का फैसला आने के बाद  ही कोई निर्दोष या दोषी साबित होता है लेकिन इस मामले में जिस तरह साजिश की कड़ियाँ जोड़ी जा रही हैं और व्हाट्सअप चैट को एक कथित जुर्म का आधार बनाया जा रहा है वो दुर्भाग्यपूर्ण है.

NCB का दावा है कि अब तक पकड़े गए सभी 20 आरोपी एक दूसरे से जुड़े हुए हैं और ड्रग्स सिंडिकेट का हिस्सा हैं. जबकि हकीकत कुछ और ही सामने आ रही है. सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार  20 आरोपियों से 4 से 5 ही ऐसे हैं, जिनके नाम इन्फॉर्मर किरन गोसावी ने एजेंसी को दिए थे. सूत्रों की मानें तो 3 अक्टूबर को गिरफ्तार दिखाए गए 8 में से 4 आरोपी मोहक जैसवाल, इश्मित सिंह, गोमित चोपड़ा और नूपुर सतीजा उन 20 संदिग्ध लोगों में से हैं जिनके नाम किरण और मनीष ने दिये थे. जबकि गोपाल जी आनंद, समीर सेहगल, मानव सिंघल और भास्कर अरोरा कॉर्डेलिया शिप पर पार्टी आयोजित करने वाली इवेंट कंपनी से जुड़े हैं.

यहां तक कि जिस मुनमुन धमेचा को आर्यन और अरबाज़ के साथ गिरफ्तार कर पहले दिन कोर्ट में पेश किया गया वो भी इसके पहले कभी आर्यन या अरबाज़ को नही जानती थी. आर्यन खान के वकील सतीश मानेशिन्दे कोर्ट में ये कह चुके हैं कि आर्यन को क्रूज शिप में निमंत्रित किया गया था. एनसीपी नेता नवाब मलिक की मानें तो आर्यन को क्रूज शिप में बुलाने के लिए दबाव डालने वाले कोई और नही बल्कि प्रतिक गाबा, ऋषभ सचदेव और आमिर फर्नीचरवाला थे.    2 अक्टूबर की रात में  आर्यन और अरबाज के साथ इन तीनों को भी संदेह के आधार पर टर्मिनल से NCB दफ़्तर लाया गया था लेकिन फिर छोड़ दिया गया.

सवाल है अगर वो तीन इस साजिश का हिस्सा नही थे तो अरबाज और आर्यन कैसे हो सकते हैं ? सवाल ये भी है कि जब इन पांचों का नाम इन्फॉर्मर की संदिग्ध लिस्ट में नही था तो फिर इनकी तलाशी क्यों ली गई  ?  क्योंकि NCB खुद कह चुकी है कि सूचना के मुताबिक 20 संदिग्धों की तलाश में गई थी।
वैसे आर्यन और अरबाज के लीक हुए पंचनामें में उस दौरान अरबाज़ के हावभाव पर शक होने की वजह से उसकी जांच की गई ऐसा लिखा है. उसके जूते से 5 ग्राम चरस मिलने के बाद फिर आर्यन की भी तलाशी ली गई. आर्यन के पास ड्रग्स
तो नही मिला लेकिन उसके व्हाट्सएप चैट में ड्रग्स से जुड़ी  बातचीत मिली. NCB के मुताबिक आर्यन के मोबाइल फोन में ड्रग्स से व्हाट्सएप चैट ही अहम सबूत हैं. हालांकि सुप्रीम कोर्ट अपने एक फैसले में साफ कर चुका है कि सिर्फ चैट के आधार पर किसी को दोषी नही माना जा सकता है उसके लिए साथ मे corroborative  सबूत भी होने चाहिए. 

पहले आर्यन खान की कस्टडी बढ़ाने और फिर जमानत अर्जी खारिज करवाने में NCB ने उन्ही चैट को तुरुप के पत्ते के तौर पर इस्तेमाल किया है।

सवाल है उस चैट में ऐसा क्या है ?
विशेष NDPS कोर्ट के एडिशनल जज वैभव पाटिल के आदेश कॉपी के मुताबिक NCB का दावा है कि विदेश में बैठे किसी शख्स से आर्यन की ड्रग्स लेनदेन की बात है और जो ड्रग्स है वो हार्ड ड्रग्स हैं. लेकिन सिर्फ बाते हैं या लेनदेन भी हुआ था ये साफ नही है क्योंकि चैट कई साल पुराने हैं और तब शायद आर्यन विदेश में रहते थे. बचावपक्ष की दलील है कि उस देश में उस तरह की ड्रग्स लीगल है इसलिए इस आरोप में दम नही है.

ड्रग्स से जुड़ी दूसरी एक चैट अभिनेत्री अनन्या पांडे से है। वो भी साल 2018 -19 यानी पुरानी है इसमें भी सिर्फ ड्रग्स का जिक्र है लेनदेन हुआ था या नही अभी ये साफ नही हो पाया है. ये जानने के लिए NCB अनन्या से तीन दौर की पूछताछ कर चुकी है. NCB सूत्रों के मुताबिक तीसरी चैट मामले में गिरफ्तार एक और आरोपी अचित कुमार है. उस चैट के आधार पर ही पवई से अचित कुमार की गिरफ्तारी हुई. उसके पास से भी थोड़ी ही मात्रा में Hydroponic weed और multi strain Cannabis  मिले .

लेकिन इससे भी आर्यन खान एक साजिश के तहत जुड़ा था, ये कहना उचित नही होगा क्योंकि NCB सूत्रों की मानें तो आर्यन खान के मोबाइल फोन में अचित से चैट जरूर था लेकिन उसका नंबर और नाम सेव नही था. मतलब दोनों में उस तरह की जान पहचान नही थी और उसमें भी सिर्फ चैट ही था. ड्रग्स का लेनदेन नही हो पाया था.  NCB सूत्रों के मुताबिक आर्यन को ऑनलाइन पोकर गेम खेलने का शौक है जिसमें उसने अचित को हरा दिया था. अचित को आर्यन को तकरीबन 40 हजार रुपये देने थे लेकिन अचित टालमटोल कर रहा था तब आर्यन ने चैट में उसे लिखा था कि पैसे नही दे सकते तो ड्रग्स ही दे दो. अचित की गिरफ्तारी के बाद भी NCB उससे आर्यन या किसी औऱ से दूसरी कोई कड़ी नही जोड़ पाई है. इसके अलावा अरबाज़ से जुड़े भी कई चैट हैं.

अरबाज़ के जूते से चरस मिलने की वजह से आर्यन भी मामले में घिर गया और अब दोनों सलाखों के पीछे हैं. एक दिलचस्प जानकारी ये भी है कि जब आर्यन खान ने अपने पिता शाहरुख़ खान से कॉर्डेलिया क्रूज शिप में जाने का जिक्र किया था तब पिता शाहरूख खान ने चेताया था कि ऐसा वैसा कुछ मत करना क्योंकि NCB आजकल सबके पीछे पड़ी है.

ये सभी चैट आर्यन के भोलेपन का भी एक सबूत माने जा सकते हैं,  क्योंकि साल 2020 में सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत मामले में पुराने व्हाट्सएप चैट की वजह से रिया चक्रवर्ती की गिरफ्तारी के अलावा कई अभिनेत्रियों को NCB दफ़्तर के चक्कर लगाने पड़े थे. बताया जाता है तब बॉलीवुड से जुड़े लोग ही नही अमूमन सभी ऐसे लोगों ने अपने अपने व्हाट्सप्प चैट मिटा दिए थे. लेकिन आर्यन ने नही मिटाया था. अब तक कि जांच में NCB के पास आर्यन के खिलाफ धारा 67 के तहत उसका बयान है।  जिसमें उसने ड्रग्स लेने की बात मानी है.

 दोनों के पंचनामे के मुताबिक जब अरबाज मर्चेन्ट के जूते से 5 ग्राम चरस मिली तब उसने बताया थी कि वो और आर्यन शिप में ब्लास्ट यानी कि सिगरेट के साथ लेने वाले थे. हालांकि आर्यन खान और अरबाज़ मर्चेन्ट दोनों ही NCB के सामने दिए बयान से मुकरने का लिखित पत्र दे चुके हैं. वैसे 67 के तहत दिया बयान भी अब सबूत नही माना जाता है जब तक कि उससे corroborate करते हुए कोई और सबूत नही होते हैं। इस लिहाज से आर्यन ड्रग्स लेता है ये साबित करना भी NCB के लिए मुश्किल होगा.  लेकिन क्रूज शिप ड्रग्स पार्टी केस अब इतना राजनीतिक हो चुका है कि केंद्र ओर राज्य के दो पाटों के बीच मे आर्यन खान सहित सभी आरोपी पिस रहे है.

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