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This Article is From Feb 15, 2022

22842 करोड़ के बैंक घोटाले में SBI और CBI पर उठे सवाल, जानें क्या है पूरा मामला

इस मामले में सीबीआई ने 12 फरवरी को मुंबई, पुणे,सूरत और भरूच समेत 13 जगहों पर छापेमारी की,जिसमें कई दस्तावेज और इलेट्रॉनिक सबूत बरामद हुए,जांच में ये भी साफ हुआ कि सभी आरोपी देश में ही हैं, इस मामले में सरकार का कहना है कि घोटाला यूपीए सरकार के समय का है ,जैसे ही ये सामने आया कार्रवाई की गई.

करोडों के बैंक घोटाले के मामले सीबीआई और एसबीआई पर उठे सवाल

नई दिल्ली:

आज़ाद भारत में सबसे बड़े बैंक घोटाले (Bank Scam) के मामले में सीबीआई जांच पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. उधर एसबीआई भी सवालों के घेरे में हैं कि आखिर उसने कई साल बाद शिकायत क्यों की, ये घोटाला 22842 करोड़ का है.  करोड़ों का यह घोटाला 2012 में  सामने आया था, लेकिन 8 नवंबर 2019 में पहली शिकायत दर्ज कराई गई. यानी इस मामले में सीबीआई और शिकायत करने वाला स्टेट बैंक ऑफ इंडिया दोनों ही सवालों के घेरे में हैं. वहीं सीबीआई ने पहली शिकायत पर मार्च 2020 में एसबीआई से कुछ स्पष्टीकरण मांगे थे. एसबीआई ने स्पष्टीकरण के साथ अगस्त 2020 में एक नई शिकायत दी, लेकिन सीबीआई ने तकरीबन 18 महीने बाद 7 फरवरी 2022 को केस दर्ज किया. सीबीआई खामोश है जबकि एसबीआई ने शिकायत में पर सफाई दी है.

बता दें कि गुजरात की कंपनी एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड और एबीजी इंटरनेशनल लिमिटेड को 28 बैंकों के कंसोर्टियम ने कर्ज़ दिया था, एसबीआई बैंक के अफसरों  की माने तो कंपनी के ख़राब प्रदर्शन की वजह से नवंबर 2013 में उसका खाता एनपीए बन गया. कंपनी को उबारने की कई कोशिश हुई हैं लेकिन कामयाबी नहीं मिली. इसके बाद कंपनी का फ़ॉरेंसिक ऑडिट कराया गया जिसकी रिपोर्ट 2019 में आई. इस कंसोर्टियम की अगुवाई आईसीआईसीआई बैंक कर रहा था, लेकिन सबसे बड़ा सार्वजनिक बैंक होने के नाते एसबीआई ने ही सीबीआई में शिकायत दर्ज कराई. बैंकों को 22842 करोड़ का नुकसान हुआ जिसमें सबसे ज्यादा 7,089 करोड़ का नुकसानसआईसीआईसी बैंक को हुआ.

इस मामले में सीबीआई ने 12 फरवरी को मुंबई, पुणे,सूरत और भरूच समेत 13 जगहों पर छापेमारी की,जिसमें कई दस्तावेज और इलेट्रॉनिक सबूत बरामद हुए,जांच में ये भी साफ हुआ कि सभी आरोपी देश में ही हैं, इस मामले में सरकार का कहना है कि घोटाला यूपीए सरकार के समय का है ,जैसे ही ये सामने आया कार्रवाई की गई.

सीबीआई ने 22,842 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी के आरोप में एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड और उसके पूर्व सीएमडी ऋषि कमलेश अग्रवाल और तत्कालीन डायरेक्टरों संथानम मुथुस्वामी और अश्विनी कुमार के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया है. कंपनी गुजरात के दाहेज और सूरत में पानी के जहाज बनाने और उनकी मरम्मत का काम करती है. अब तक कंपनी 165 जहाज बना चुकी है.

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