क्यूबा में 2 साल के बच्चों को भी लगेगी कोरोना वैक्सीन, दुनिया में ऐसा करने वाला पहला देश

क्यूबा में मार्च 2020 के बाद से ही ज्यादातर स्कूल बंद हैं और पिछले साल के अंत में कुछ वक्त के लिए इन्हें खोला गया था, लेकिन महामारी के नए दौर के बाद इन्हें फिर बंद कर दिया गया था. क्यूबा सरकार ने ऐलान किया है कि सारे स्कूल अक्टूबर-नवंबर में खोले जाएंगे, लेकिन यह सभी बच्चों को टीका देने के बाद किया जाएगा. 

क्यूबा में 2 साल के बच्चों को भी लगेगी कोरोना वैक्सीन, दुनिया में ऐसा करने वाला पहला देश

Cuba में अक्तूबर-नवंबर में खोले जाएंगे छोटे स्कूल, Chile

 हवाना:

क्यूबा (Cuba Covid Vaccine Small children ) दुनिया में पहला ऐसा देश बन गया है, जिसने दो साल की आयु के छोटे बच्चों को भी कोरोना वैक्सीन लगाने की इजाजत दे दी है. कम्युनिस्ट शासन वाले देश क्यूबा की आबादी 1.12 करोड़ है और वहां बच्चों के स्कूल खोलने से पहले सभी को टीका लगाने की तैयारी हो रही है. कम्युनिस्ट शासन वाले क्यूबा में मार्च 2020 के बाद से ही स्कूल बंद हैं. वहीं चिली ने 6 से 12 साल के बच्चों के लिए कोविड वैक्सीन लगाने की इजाजत दे दी है. इन बच्चों को चीनी सिनोवैक वैक्सीन (Chinese Sinovac vaccines ) लगाई जाएगी.

क्यूबा में इन बच्चों को स्वदेश में विकसित कोविड टीका लगाया जाएगा, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन(World Health Organization) से मान्यता प्राप्त नहीं है. क्यूबा में नए साल का सत्र सोमवार से शुरू हुआ है, लेकिन अभी टीवी कार्यक्रमों के जरिये ही बच्चों को शिक्षा दी जा रही है, क्योंकि क्यूबा में अभी भी ज्यादातर घरों में इंटरनेट की सुविधा (internet access) नहीं है. क्यूबा ने स्वदेशी अबदाला और सोबरोना वैक्सीन का बच्चों पर ट्रायल पूरा कर लिया है.

कम्युनिस्ट देश ने शुक्रवार से 12 साल या उससे अधिक उम्र के बच्चों को कोविड वैक्सीन लगाने का अभियान शुरू भी कर दिया है. उसने सोमवार से सिएनफ्यूगोस प्रांत में 2 से 11 साल के बच्चों को कोरोना का टीका लगाने का मिशन भी प्रारंभ किया रहै. कई अन्य देश भी हैं, जहां बच्चों को कोविड टीका दिया जा रहा है. चीन, संयुक्त अरब अमीरात, वेनेजुएला ने भी छोटे बच्चों को वैक्सीन लगाने का कार्यक्रम शुरू किया है, लेकिन क्यूबा ऐसा करने वाला दुनिया का पहला देश बना है. चिली ने भी 6 से 12 साल के बच्चों के लिए चीनी वैक्सीन सिनोवैक को हरी झंडी दिखा दी है.

क्यूबा की वैक्सीन का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई पीयर रिव्यू भी नहीं हुआ है. ये वैक्सीन प्रोटीन टेक्नोलॉजी पर आधारित हैं, जैसी कि अमेरिकी टीका नोवावैक्स और फ्रांस की सनोफी है. लेकिन उन्हें अभी तक डब्ल्यूएचओ से स्वीकृति नहीं मिली है. इन वैक्सीनों को बेहद ठंडे तापमान में रखने की जरूरत नहीं होती है.

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क्यूबा में मार्च 2020 के बाद से ही ज्यादातर स्कूल बंद हैं और पिछले साल के अंत में कुछ वक्त के लिए इन्हें खोला गया था, लेकिन महामारी के नए दौर के बाद इन्हें फिर बंद कर दिया गया था. क्यूबा सरकार ने ऐलान किया है कि सारे स्कूल अक्टूबर-नवंबर में खोले जाएंगे, लेकिन यह सभी बच्चों को टीका देने के बाद किया जाएगा.