World Arthritis Day 2023: विश्व गठिया दिवस हर साल 12 अक्टूबर को मनाया जाता है और इसका उद्देश्य गठिया के बारे में जागरूकता बढ़ाना है. ये एक ऐसी स्थिति जो जोड़ों में सूजन का कारण बनती है और दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करती है. यह दिन गठिया के बारे में समझ और ज्ञान बढ़ाने, जल्दी डायग्नोस को बढ़ावा देने, अच्छी देखभाल तक पहुंच बनाने और इस स्थिति से पीड़ित लोगों को सपोर्ट करने के उद्देश्य से मनाया जाता है. गठिया एक कॉम्पलेक्स डिसऑर्डर है. हालांकि इसका कोई इलाज नहीं है, लक्षणों को दवा, फिजिकल ट्रीटमेंट और लाइफस्टाइल में बदलाव सहित कई ट्रीटमेंट ऑप्शन के साथ मैनेज किया जा सकता है.
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां ट्रेडिशनल इंडियन मेडिसिनल प्लांट हैं जिनका उपयोग सदियों से जोड़ों के दर्द सहित कई हेल्थ कंडिशन को मैनेज करने के लिए किया जाता रहा है. कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि कुछ जड़ी-बूटियों में सूजन-रोधी और एनाल्जेसिक गुण हो सकते हैं, जो संभवतः गठिया से जुड़े दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं. यहां हमने जड़ी-बूटियों की एक लिस्ट शेयर की है जो गठिया को मैनेज करने में मदद कर सकती हैं.
गठिया को मैनेज करने के लिए 8 आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां:
1. हल्दी
हल्दी में सक्रिय यौगिक करक्यूमिन में सूजन-रोधी गुण होते हैं और यह गठिया के लक्षणों को कम कर सकता है. इसका सेवन पाउडर के रूप में किया जा सकता है या स्वाद के लिए व्यंजनों में मिलाया जा सकता है.
2. अदरक
अदरक में सूजनरोधी गुण होते हैं और यह गठिया के दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकता है. यह ब्लड सर्कुलेशन में भी सुधार करता है, जोड़ों में सूजन और कठोरता को कम करता है. इसका सेवन अदरक की चाय के रूप में किया जा सकता है या भोजन या स्मूदी में मिलाया जा सकता है.
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3. बोसवेलिया
बोसवेलिया अर्क में ऐसे यौगिक होते हैं जो सूजन को रोक सकते हैं और गठिया के लिए दर्द से राहत प्रदान कर सकते हैं. इसका सेवन टैबलेट या कैप्सूल के रूप में किया जा सकता है. ये सूजन और जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद करता है.
4. अश्वगंधा
अश्वगंधा में सूजनरोधी गुण होते हैं और ये गठिया से संबंधित दर्द और जकड़न को कम करने में मदद कर सकता है. ये जोड़ों के आसपास की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में भी मदद करता है. कैप्सूल या पाउडर के रूप में अश्वगंधा का सेवन बोन डेंसिटी में सुधार और गठिया के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है. इसे गर्म दूध या पानी के साथ लिया जा सकता है.
5. गुग्गुल
गुग्गुल में एनाल्जेसिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो गठिया के मैनजमेंट में सहायक होते हैं. यह सूजन और सूजन को कम करता है, जिससे चलना-फिरना आसान हो जाता है. गुग्गुल अर्क बोन डेंसिटी में सुधार कर सकता है और गठिया के लक्षणों को कम कर सकता है.
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6. शल्लाकि
लोबान के रूप में भी जाना जाने वाला शालकी जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकता है. यह पाउडर या कैप्सूल के रूप में उपलब्ध है. शल्लाकी अर्क ने जोड़ों की सूजन, दर्द को कम करने और गठिया में जोड़ों की मॉबिलिटी में सुधार करने में सकारात्मक प्रभाव दिखाया है.
7. हरीतकी
हरीतकी में सूजनरोधी गुण होते हैं और यह गठिया से जुड़े दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकता है. इसका उपयोग आमतौर पर जॉइंट हेल्थ के लिए हर्बल फॉर्मूलेशन में किया जाता है.
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8. त्रिफला
त्रिफला, तीन फलों (अमलाकी, बिभीतकी और हरीतकी) का कॉम्बिनेशन है, इसमें एंटीऑक्सीडेंट और सूजन-रोधी गुण होते हैं. ये गठिया के लक्षणों को मैनेज करने और जॉइंट हेल्थ में सुधार करने में मदद कर सकता है.
हालांकि, ये ध्यान रखना जरूरी है कि जड़ी-बूटियों के प्रति व्यक्तिगत प्रतिक्रियाएं अलग हो सकती हैं और गठिया के लिए किसी भी हर्बल उपचार का उपयोग करने से पहले एक हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स या आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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