
Ways to Increase Insulin Naturally: डायबिटीज में इंसुलिन का लेवल धीरे-धीरे कम होने लगता है. इसकी सबसे बड़ी वजह है पैंक्रियास की बीटा-सेल्स. ये वही सेल्स हैं जो इंसुलिन बनाती हैं. जब ब्लड शुगर लगातार हाई रहता है तो ये सेल्स थकने लगती हैं और धीरे-धीरे उनका काम कमजोर हो जाता है. इससे शरीर इंसुलिन कम बनाने लगता है और शुगर कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है. दरअसल, लगातार हाई ग्लूकोज से सेल्स पर दबाव बढ़ता है. शुरू में ये ज्यादा इंसुलिन बनाने की कोशिश करती हैं लेकिन धीरे-धीरे उनकी क्षमता खत्म हो जाती है.
यही वजह है कि कई लोग शुरू में बिना दवा के काम चला लेते हैं लेकिन बाद में उन्हें मेडिसिन या इंसुलिन इंजेक्शन की ज़रूरत पड़ती है. यही कारण है कि टाइप-2 डायबिटीज को अक्सर समय के साथ गंभीर होने वाली बीमारी माना जाता है, क्योंकि धीरे-धीरे इसका असर गहराता चला जाता है.
अब सवाल ये है कि इंसुलिन लेवल को नेचुरल तरीके से कैसे बढ़ाया जा सकता है. इसके कुछ आसान और असरदार तरीके नीचे दिए जा रहे हैं.
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इंसुलिन बढ़ाने के आसान उपाय (Easy Ways to Increase Insulin)
1. डाइट और फूड
सलाद, रेशेदार सब्जियां, साबुत अनाज, नट्स और फ्रूट्स खाने से इंसुलिन सेंसिटिविटी बेहतर होती है और ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है. हेल्दी डाइट न सिर्फ ब्लड शुगर को मैनेज करती है बल्कि पैंक्रियास पर दबाव भी कम करती है.
2. लाइफस्टाइल बदलाव
रेगुलर वॉक, एरोबिक या स्ट्रेंथ ट्रेनिंग जैसी एक्सरसाइज से मसल्स ज्यादा ग्लूकोज इस्तेमाल करते हैं जिससे इंसुलिन का असर बेहतर होता है. अगर पेट के आसपास फैट ज्यादा है तो वजन कम करने से भी सेल्स पर दबाव घटता है और इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ती है. इसके साथ ही नींद पूरी लेना बेहद ज़रूरी है, क्योंकि नींद की कमी हार्मोनल असंतुलन पैदा करती है जो शुगर को और बिगाड़ सकता है. स्ट्रेस भी एक बड़ा कारण है, जिसे कंट्रोल करने पर इंसुलिन का असर काफी हद तक सुधरता है.
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3. नेचुरल ड्रिंक्स और हर्ब्स
ग्रीन टी, सिनेमन टी और मेथी का पानी सुबह पीने से फायदा हो सकता है. साथ ही मसाले जैसे मेथी, हल्दी, अदरक, दालचीनी और लहसुन इंसुलिन सेंसिटिविटी सुधारने में सहायक माने जाते हैं. इन्हें अपनी रोज़ाना की डाइट में शामिल करना ब्लड शुगर मैनेजमेंट को आसान बना सकता है.
कुल मिलाकर, इंसुलिन कम होने की वजह सेल्स की थकावट और उनका असर कम होना है. लेकिन सही डाइट, रेगुलर एक्सरसाइज, वजन कंट्रोल और नेचुरल फूड्स की मदद से इस स्थिति को काफी हद तक संभाला जा सकता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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