Healthy Stomach Yoga: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में पेट की समस्याएं एक आम परेशानी बन चुकी हैं. खराब खान-पान, इर्रेगुलर लाइफस्टाइल और तनाव के कारण लोग अक्सर गैस, अपच, कब्ज, पेट दर्द और एसिडिटी जैसी समस्याओं से जूझते हैं. इन समस्याओं से निपटने के लिए योग एक प्रभावी उपाय है. योग न केवल शरीर को हेल्दी रखता है बल्कि पेट की सेहत को भी बेहतर बनाता है. पेट से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए कुछ खास योगासन होते हैं जो पाचन तंत्र को मजबूत करने में सहायक होते हैं. आइए जानें कि पेट के लिए कौन से योग सबसे सही होते हैं:
हेल्दी डायजेशन के लिए योगासन (Yogasan For Healthy Digestion)
1. पवनमुक्तासन
पवनमुक्तासन पाचन तंत्र के लिए सबसे अच्छा आसन माना जाता है. यह आसन पेट में फंसी हुई गैस को बाहर निकालने में मदद करता है और अपच, एसिडिटी और पेट फूलने जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है. यह आसन पेट की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और आंतों की मूवमेंट को सही रखता है.
कैसे करें:
- पीठ के बल लेट जाएं.
- घुटनों को मोड़कर छाती के करीब लाएं.
- दोनों हाथों से घुटनों को पकड़ें और सिर को उठाकर नाक को घुटनों से छूने की कोशिश करें.
- कुछ समय तक इस स्थिति में रहें और फिर धीरे-धीरे वापस आएं.
2. भुजंगासन
भुजंगासन न केवल रीढ़ की हड्डी को लचीलापन प्रदान करता है बल्कि यह पेट के अंगों की मालिश भी करता है. इससे पाचन तंत्र की कार्यक्षमता बेहतर होती है और कब्ज की समस्या से छुटकारा मिलता है.
कैसे करें:
- पेट के बल लेट जाएं.
- दोनों हाथों को कंधों के पास जमीन पर रखें.
- श्वास लेते हुए धीरे-धीरे अपने अपर बॉडी को ऊपर उठाएं.
- इस स्थिति में कुछ सेकंड रुकें और फिर वापस आएं.
3. अर्ध मत्स्येन्द्रासन
यह आसन पाचन तंत्र को सक्रिय करता है और पेट की मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करता है. इसके नियमित अभ्यास से पेट के दर्द, एसिडिटी और कब्ज जैसी समस्याएं दूर होती हैं.
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कैसे करें:
- दोनों पैरों को सामने फैला लें.
- दाहिने घुटने को मोड़ें और बाएं पैर के पास रखें.
- बाएं हाथ को दाहिने घुटने के ऊपर रखें और दाहिने कंधे के ऊपर से पीछे मुड़कर देखें.
- इस स्थिति को कुछ समय तक बनाए रखें और फिर दूसरी तरफ से भी दोहराएं.
4. धनुरासन
धनुरासन पेट के अंगों पर गहरा प्रभाव डालता है. यह आसन पाचन क्रिया को सुधारने में सहायक होता है और पेट के मेटाबोलिज्म को बढ़ावा देता है. इसके अलावा, यह पेट की चर्बी को कम करने में भी सहायक होता है.
कैसे करें:
- पेट के बल लेट जाएं.
- अपने घुटनों को मोड़ें और दोनों पैरों को पीछे की ओर पकड़ें.
- सांस लेते हुए शरीर को धनुष के आकार में उठाएं.
- कुछ समय तक इस स्थिति में रहें और फिर धीरे-धीरे वापस आएं.
5. वज्रासन
वज्रासन उन कुछ आसनों में से एक है जिसे भोजन के बाद भी किया जा सकता है. यह आसन पाचन तंत्र को सक्रिय करता है और खाना पचाने में मदद करता है. इसके नियमित अभ्यास से एसिडिटी और गैस जैसी समस्याएं दूर होती हैं.
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कैसे करें:
- घुटनों के बल बैठ जाएं और एड़ियों पर शरीर का भार रखें.
- हाथों को घुटनों पर रखें और सीधे बैठें.
- इस स्थिति में 5-10 मिनट तक बैठें, खासकर खाने के बाद.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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