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एमपॉक्स वायरस क्या है, कोविड से कितना अलग, कैसे फैलता है? डॉक्टर ने बताया खतरनाक वायरस के बारे में सब कुछ

Monkeypox Virus Kya Hai: एमपॉक्स या मंकी पॉक्स वायरस को लेकर अब डर बैठता जा रहा है. इसके मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में हमारे लिए ये जानना जरूरी है कि आखिर एमपॉक्स क्या है और कैसे फैलते हैं. इस बारे में हमने डॉक्टर से बात की तो कुछ अहम बातें पता चलीं.

Mpox Virus: अब तक इस वायरस के 99 हजार मामले सामने आ चुके हैं.

All About Mpox Virus: कोविड यानी कि कोरोना वायरस से बमुश्किल उभर सके लोगों को अब एक और वायरस का डर सताने लगा है. इस वायरस का नाम है एमपॉक्स वायरस जिसे मंकी पॉक्स वायरस भी कहा जाता है. ये वायरस इतना घातक है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल तक घोषित कर दिया है. अब तक इस वायरस के 99 हजार मामले सामने आ चुके हैं. आपको बता दें कि इससे पहले साल 2022 में भी ये वायरस फैला था और डब्लूएचओ ने इस के लिए अलर्ट जारी किया था. जो 2023 तक जारी रहा था. इसके बाद से लेकर अब तक इस वायरस की वजह से 200 मौतें दर्ज हो चुकी हैं. भारत के पास पाकिस्तान में मंकी पॉक्स वायरस का केस मिलने के बाद भारत सरकार भी अलर्ट हो गई है. एनडीटीवी ने मंकी पॉक्स वायरस के संबंध में डॉ. चारुदत्त अरोड़ा से विस्तार से चर्चा की और जाना कि क्या है ये वायरस और कैसे फैलता है.

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क्या है मंकी पॉक्स (एमपॉक्स) वायरस? | What Is Monkeypox Virus?

मंकी पॉक्स वायरस जिसे एमपॉक्स वायरस भी कहते हैं. डॉ. चारुदत्त अरोरा के मुताबिक ये एक तरह का वायरल इंफेक्शन है जो स्मोल पॉक्स फैमिली को बिलॉन्ग करता है. ये वायरस पहली बार साल 1958 में डेनमार्क के बंदरों में रिसर्च के दौरान मिला था. इसके बाद ये ज्यादातर साउथ अफ्रीका के सेंट्रल और दक्षिणी हिस्से में पाया जाता रहा. जैसे कांगो, जायरा, लेकिन अब बहुत साल बाद ये बीमारी बाहर भी फैल रही है.

दूसरे वायरस से कितना अलग है ये वायरस? | How Different Mpox Virus From Other Viruses?

डॉ. चारुदत्त अरोड़ा के अनुसार इसका वायरस दूसरे वायरस से काफी अलग होता है. खासतौर से कोरोना वायरस से ये काफी अलग है. इस वायरस से शरीर में रेशेज या फोड़े होते हैं. जो दूसरे वायरस से अलग सिंपटम हैं. ये नॉर्मल स्मॉल एयरबोर्न वायरस नहीं है. इसलिए ये छींकने या खांसने से बहुत आसानी से नहीं फैलता. कोविड के मुकाबले इस वायरस के पीड़ितों की फेटेलिटी भी कम है.

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एमपॉक्स वायरस कैसे फैलता है? | How Is The Mpox Virus Spread?

मंकी पॉक्स के नाम से ही जाहिर है कि ये बंदरों के जरिए फैलता ही है. इसके अलावा दूसरी तरह के प्राइमेट्स और रोडएंट्स यानी कि चूहे भी इस वायरस को फैलाने के सोर्स हैं. इस तरह के जानवरों के शरीर में ये वायरस रिजर्व हो जाता है. ये जानवर किसी इंसान के संपर्क में आते हैं तो वायरस उनमें चला जाता है और फिर उनके जरिए एक इंसान से दूसरे इंसान में स्प्रेड हो जाता है.

इंसान से इंसान में 4 तरह से फैलता है एमपॉक्स वायरस

1. बंदर या चूहों से इंसानों में आने के बाद एक इंसान से दूसरे इंसान में ये वायरस 4तरह से फैलता है, जिसमें से एक तरीका है स्किन टू स्किन फैलना. यानी एक इंसान के दूसरे से टकराने पर छूने पर ये वायरस फैल सकता है.

2. संक्रमित व्यक्ति से शारीरिक संबंध बनाने पर भी ये वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है.

3. संक्रमित व्यक्ति का खून चढ़ने से या बॉडी फ्लूड किसी भी तरह से एक्सचेंज होने पर भी ये बीमारी फैल सकती है.

4. इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति की किसी भी तरह की चीजें शेयर करने पर जैसे बेड शीट, गिलास, बर्तन का उपयोग करने से भी मंकीपॉक्स होने की संभावना बढ़ जाती है.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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