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This Article is From Aug 09, 2023

बच्चे के विकास में खतरा बन सकता है Gestational Diabetes, जानिए इससे बचने के उपाय

ये हार्मोन इंसुलिन की ब्लड में शुगर लेवल को कंट्रोल करने की क्षमता को प्रभावित कर देते हैं, जिससे ब्लड में शुगर लेवल बढ़ जाता है. आइए जानते हैं जेस्टेशनल डायबिटीज का खतरा कम करने वाले कुछ उपाय (Tips to help lower risk of Gestational Diabetes).

बच्चे के विकास में खतरा बन सकता है Gestational Diabetes, जानिए इससे बचने के उपाय
जानिए क्या होता है जेस्टेशनल डायबिटीज.

प्रेगनेंसी पीरियड में होने वाले डायबिटीज को जेस्टेशनल डायबिटीज (Gestational Diabetes) कहते हैं. प्रेगनेंसी के दौरान उन महिलाओं में भी डायबिटीज के लक्षण नजर आने लगते हैं जिन्हें डायबिटीज नहीं होता है. हालांकि बच्चे के जन्म के बाद ये लक्षण गायब हो जाते हैं लेकिन अगर इसे ठीक से मैनेज नहीं किया जाए तो यह बच्चे और मां दोनों के लिए खतरनाक स्थिति का कारण बन सकता है. जेस्टेशनल डायबिटीज होने के कारणों (Causes of Gestational Diabetes) का अब तक पता नहीं चल पाया है.

माना जाता है कि यह प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले हार्मोनल चेंजेज के कारण होता है. ये हार्मोन इंसुलिन की ब्लड में शुगर लेवल को कंट्रोल करने की क्षमता को प्रभावित कर देते हैं, जिससे ब्लड में शुगर लेवल बढ़ जाता है. आइए जानते हैं जेस्टेशनल डायबिटीज का खतरा कम करने वाले कुछ उपाय (Tips to help lower risk of Gestational Diabetes).

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जेस्टेशनल डायबिटीज का खतरा कम करने के उपाय | Tips to help lower risk of gestational diabetes:

1. वजन को संतुलित रखें (Maintain a healthy weight)

प्रेगनेंसी के दौरान बहुत ज्यादा वजन जेस्टेशनल डायबिटीज का खतरा बढ़ा सकता है. प्रेगनेंट होने के पहले वजन का बैलेंस लेवल पर रखने और उसे बनाए रखने की कोशिश करें.

2. नियमित रूप से एक्सरसाइज करें (Exercise regularly)

नियमित फिजिकल एक्टिविटीज जेस्टेशनल डायबिटीज के खतरे को कम कर सकती है, मिडियम स्तर के एक्सरसाइज जैसे वॉक या स्वीमिंग को रूटीन में शामिल करें.

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3. बैलेंस डाइट लें (Eat a balanced diet)

प्रेगनेंसी पीरियड में बैलेंस डाइट लेना जरूरी है. डाइट में फल, सब्जियां, साबुत अनाज, प्रोटीन और फैट को बैलेंस रखें. शुगर वाले प्रोसेस्ड फूड कम से कम खाएं.

4. कार्ब्स को सीमित रखें (Control carbohydrate intake)

डाइट में हाई कार्बोहाइड्रेट वाले फूड्स को कम रखें. साबुत अनाज और बीन्स जैसे धीरे-धीरे पचने वाली चीजें डाइट में शामिल करें. सिंपल कार्बोहाइड्रेट, जैसे शुगर वाले ड्रिंक्स और प्रोसेस्ड ग्रेन्स शुगर लेवल बढ़ा सकते हैं.

5. नियमित जांच (Regular prenatal care)

प्रेगनेंसी के दौरान बच्चे के विकास की निगरानी और अपनी सेहत के लिए नियमित जांच करवाएं. इससे समय पर जेस्टेशनल डायबिटीज का पता चल सकेगा और उसका उपचार शुरू करने में मदद मिलेगी.

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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