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यूट्रस ट्रांसप्लांट क्या है और यह कैसे बन रहा है मां बनने की चाह रखने वालों के लिए नई उम्मीद

Uterus Transplant Benefits: यूट्रस ट्रांसप्लांट साइंस और टेक्नोलॉजी का अद्भुत मेल है. यह उन महिलाओं के लिए एक नई राह खोलता है जिनके पास मां बनने का सपना है लेकिन शरीर उनका साथ नहीं देता. 

यूट्रस ट्रांसप्लांट क्या है और यह कैसे बन रहा है मां बनने की चाह रखने वालों के लिए नई उम्मीद
Uterus Transplant: यूट्रस ट्रांसप्लांट के बाद संभव है मां बनना, जानें क्या है ये प्रोसेस.

Uterus Transplant Benefits: मां बनना कई महिलाओं के लिए जीवन का सबसे बड़ा सपना होता है. लेकिन कुछ महिलाएं ऐसी होती हैं जिनके शरीर में जन्म से ही यूट्रस नहीं होता, या किसी बीमारी या सर्जरी के कारण उनका यूट्रस हटाना पड़ा होता है. ऐसी स्थिति में कंसीव करना नामुमकिन हो जाता है. इसी परेशानी का समाधान है यूट्रस ट्रांसप्लांट. यह मेडिकल क्षेत्र का एक नया कदम है, जो उन महिलाओं के लिए उम्मीद की किरण बनकर आया है जो मां बनना चाहती हैं, लेकिन उनके पास यूट्रस नहीं है या वह ठीक से काम नहीं करता.

यूट्रस ट्रांसप्लांट के फायदे (Uterus Transplant Benefits)

क्या होता है यूट्रस ट्रांसप्लांट?
इस प्रोसेस में किसी दूसरी महिला का यूट्रस, जिसे दाता कहते हैं, निकालकर उस महिला के शरीर में लगाया जाता है जो मां नहीं बन सकती. इस ट्रांसप्लांट के बाद, वह महिला शारीरिक रूप से गर्भधारण कर सकती है और अपने बच्चे को जन्म दे सकती है ये प्रोसेस आमतौर पर उन महिलाओं के लिए होती है जिन्हें डॉक्टर "AUFI" यानी पूर्ण यूट्रस कारक बांझपन की स्थिति मानते हैं.

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Photo Credit: Pexels


किनसे लिया जाता है यूट्रस?
यूट्रस दो तरह के दाताओं से लिया जा सकता है -

1. जीवित दाता: यह कोई रिश्तेदार हो सकती है, जैसे मां या बहन. कई बार कोई अजनबी भी दान कर सकता है.
2. मृत दाता: यह वो महिलाएं होती हैं जो मृत्यु से पहले अपने अंग दान करने की इच्छा जताती हैं. उनका यूट्रस मौत के बाद निकाला जाता है.

प्रोसेस कैसे होती है?
यूट्रस ट्रांसप्लांट की प्रोसेस केवल एक सर्जरी नहीं है, बल्कि कई चरणों में होती है. इसमें बहुत तैयारी, जांच और योजना शामिल होती है.

1. शारीरिक और मानसिक जांच: पहले यह देखा जाता है कि महिला इस प्रोसेस के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार है या नहीं.
2. IVF यानी टेस्ट ट्यूब बेबी की तैयारी: अंडाणु और शुक्राणु मिलाकर भ्रूण बनाए जाते हैं.
3. यूट्रस ट्रांसप्लांट: ऑपरेशन करके यूट्रस शरीर में लगाया जाता है और ब्लड वैसेल्स से जोड़ा जाता है.
4. एंटी-रिजेक्शन दवाएं: दवाओं से यह तय किया जाता है कि शरीर नए अंग को स्वीकार कर ले.
5. भ्रूण ट्रांसप्लांट: जब यूट्रस ठीक से काम करने लगता है, तब भ्रूण को उसमें डाला जाता है.
6. गर्भावस्था और जन्म: अगर सब कुछ सही रहा, तो महिला गर्भवती होती है और सी-सेक्शन से बच्चे को जन्म देती है.
7. यूट्रस हटाना: बच्चे के जन्म के बाद यूट्रस को निकाल लिया जाता है ताकि दवाएं बंद की जा सकें.

कौन करवा सकता है ये प्रोसेस?
हर महिला इसके लिए उपयुक्त नहीं होती. इसके लिए कुछ शर्तें होती हैं:

-महिला के पास कम से कम एक काम करने वाला अंडाशय होना चाहिए
-उम्र प्रजनन की सीमा में होनी चाहिए
-शरीर और मन पूरी प्रोसेस के लिए तैयार होने चाहिए
-धूम्रपान नहीं करती हो
-किसी गंभीर बीमारी जैसे HIV, हेपेटाइटिस आदि से ग्रस्त न हो

कितना समय लगता है?
यूट्रस ट्रांसप्लांट की सर्जरी में करीब 6 से 8 घंटे लग सकते हैं. अगर यूट्रस जीवित दाता से लिया गया हो, तो उसे निकालने में 10 घंटे तक का समय लग सकता है क्योंकि यह काम बेहद नाजुक होता है. सर्जरी के बाद शरीर को पूरी तरह ठीक होने में कुछ महीने लगते हैं. इसी बीच शरीर की प्रतिक्रिया को देखते हुए अगला चरण तय किया जाता है.

कितनी सफल है ये प्रोसेस?
अब तक दुनिया भर में सौ से ज़्यादा ऐसे ट्रांसप्लांट हो चुके हैं. इनमें से 70 से ज्यादा महिलाओं ने स्वस्थ बच्चों को जन्म दिया है. यह नई तकनीक है, इसलिए इसके लंबे समय तक प्रभावों पर रिसर्च जारी है. लेकिन अब तक के परिणाम आशाजनक हैं.

जोखिम क्या हैं?
हर सर्जरी की तरह इसमें भी कुछ खतरे होते हैं.

दाता के लिए:
-ऑपरेशन के बाद दर्द और कमजोरी
-यूरिन ट्रेक या अन्य अंगों को चोट लगना
-मेंटल प्रेशर

प्राप्तकर्ता के लिए:
-शरीर का यूट्रस को न स्वीकारना
-सर्जरी से संक्रमण या ब्लीडिंग
-दवाओं के कारण किडनी को नुकसान
-गर्भपात या भ्रूण न टिक पाने की आशंका

क्या यह ऑप्शन सही है?
जो महिलाएं मां बनना चाहती हैं, लेकिन प्राकृतिक रूप से गर्भधारण नहीं कर सकतीं, उनके लिए यह एक बड़ा मौका है. हालांकि, इसमें काफी लागत और समय लगता है और यह अभी हर अस्पताल में उपलब्ध नहीं है.

यूट्रस ट्रांसप्लांट के अलावा गोद लेना और सरोगेसी भी दो अन्य रास्ते हैं. लेकिन कई महिलाएं स्वयं गर्भवती होकर बच्चे को जन्म देना चाहती हैं. उनके लिए यह प्रोसेस एक भावनात्मक और शारीरिक संतुष्टि देती है.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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