अपनी डे टु डे लाइफ में कई बार हम कुछ बहुत जरूरी चीजों को नजरअंदाज कर देते हैं. खासतौर पर खाना पकाते हुए हम इस बात पर ध्यान नहीं देते कि किचन में मौजूद कुछ इंग्रेडिएंट्स हमारी सेहत के लिए फायदेमंद हैं भी या नहीं. रोजमर्रा की जिंदगी में उन चीजों का धड़ल्ले से इस्तेमाल करते हैं. अगर हम शांति से बैठ कर सोचें तो उनमें से कुछ चीजें ऐसी हैं जो हमारे सेहत के लिए स्लो पॉइजन जैसा काम कर रहे हैं. इस खबर में हम आपको बताएंगे हमारी कुकिंग में इस्तेमाल करने वाली ऐसी ही 4 चीजों के बारे में जो शरीर के लिए धीमे जहर से काम नहीं हैं.
सेहत के लिए हानिकारक हो इन चीजों का ज्यादा सेवन-
1. शक़्कर
किचन में मौजूद वो इंग्रेडिएंट है जो हमारी चाय, कॉफी, शेक और स्वीट डिश में मिठास जोड़ता है. लेकिन आप यह जानकर हैरान रह जाएंगे कि इन सिंपल इंग्रेडिएंट्स को अगर जरूरत से ज्यादा क्वांटिटी में लिया जाए तो इंसुलिन को इंबैलेंस कर सकता है, जिससे डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है. एक अध्ययन के अनुसार, रिफाइंड शुगर का एक्सेसिव इनटेक करने से मोटापा, सूजन, हृदय संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, पुरुषों के लिए चीनी का अधिकतम सेवन प्रति दिन लगभग 150 कैलोरी और प्रति दिन लगभग 100 कैलोरी होना चाहिए.
2. नमक
इस सफेद जहर- नमक के बिना हमारे रोज़ के खाने की कल्पना करना भी असंभव है. करी से लेकर सब्ज़ी से लेकर तले हुए स्नैक्स से लेकर हेल्दी सूप तक, नमक दिन-प्रतिदिन के खाना पकाने का एक कम्पल्सरी इंग्रेडिएंट है. लेकिन ये इनसेपरेबल इंग्रेडिएंट अधिक मात्रा में सेवन करने पर धीमा जहर भी होता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि नमक में सोडियम होता है और नमक का अधिक सेवन ब्लड प्रेशर के स्तर को प्रभावित कर सकता है, जिससे हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है. विशेषज्ञों के अनुसार, नमक का दैनिक सेवन प्रति सेवन 5 मिलीग्राम सोडियम से कम होना चाहिए.
3. तेल
तेल के बिना खाना बनाना असंभव है, लेकिन दिन-प्रतिदिन के खाना पकाने में तेल के जरूरत से ज्यादा उपयोग से हृदय रोग, फैटी लीवर और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है. ज्यादा तेल मसाले या फिर तली हुई चीजों का जरूरत से ज्यादा सेवन मोटापा, ब्लड प्रेशर और डायबिटीज को न्योता देता है. 3 बड़े चम्मच से अधिक का सेवन नहीं करना चाहिए.
4. मैदा
सफेद आटा जिसे मैदा के नाम से भी जाना जाता है, एक और सफेद जहर है जो आपके किचन शेल्फ में छिपा है. कुरकुरे भटूरे से लेकर केक तक, यह एक सामग्री सदियों से इस्तेमाल की जाती रही है, लेकिन क्या होगा अगर हम आपको बता दें कि यह सामग्री आपके पाचन संबंधी समस्याएं जैसे कब्ज, अपच, सूजन और यहां तक कि सीलिएक रोग का कारण भी है. जरूरत से ज्यादा मैदा खाने से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं.
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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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