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This Article is From Aug 23, 2022

Tomato Flu Outbreak In India: बच्‍चों में 'टोमैटो फ्लू' को लेकर लैंसेट ने दी ये चेतावनी, माता-पिता यहां जानें हर जरूरी बात...

Tomato Flu: केरल के अलावा, तमिलनाडु और ओडिशा में भी टोमैटो फ्लू के मामले सामने आए हैं. द लैंसेट ने इस रिपोर्ट में कहा कि 'रेयर वायरल इंफेक्‍शन एक एंडेमिक स्थिति में है और इसे खतरा माना जाता है.'

Tomato Flu Outbreak In India: बच्‍चों में 'टोमैटो फ्लू' को लेकर लैंसेट ने दी ये चेतावनी, माता-पिता यहां जानें हर जरूरी बात...
Tomato Flu: पांच साल से कम उम्र के बच्चों में इस संक्रमण के मामले ज्‍यादा देखे जा रहे हैं.

Tomato Flu In India: कोविड से अभी तक दुनिया उभरी भी नहीं है कि भारत में टोमैटो फ्लू या टोमैटो फीवर वायरस ने पैर पसारना शुरू क र दिया है. द लैंसेट रेस्पिरेटरी, मेडिसिन, मेडिकल जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, टोमैटो फ्लू की पहचान सबसे पहले केरल के कोल्लम जिले में 6 मई, 2022 को हुई थी और 26 जुलाई, 2022 तक, स्थानीय सरकारी अस्पतालों में 5 वर्ष से कम उम्र के 82 से अधिक बच्चों में यह इंफेक्‍शन मिला. केरल के अन्य प्रभावित क्षेत्र आंचल, आर्यनकावु और नेदुवथुर हैं. केरल के अलावा, तमिलनाडु और ओडिशा में भी टोमैटो फ्लू के मामले सामने आए हैं. द लैंसेट ने इस रिपोर्ट में कहा कि 'रेयर वायरल इंफेक्‍शन एक एंडेमिक स्थिति में है और इसे खतरा माना जाता है.'

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किसे है टोमैटो फ्लू का खतरा?

पांच साल से कम उम्र के बच्चों में इस संक्रमण के मामले ज्‍यादा देखे जा रहे हैं, लेकिन ओडिशा में नौ साल तक के बच्चों के टोमैटो फ्लू से इंफेक्टिड होने की सूचना भी मिली है. नज़दीकी संपर्क से संक्रमण फैलने की संभावना है. छोटे बच्चों के मामले में, इंफेक्‍शन डाइपर के इस्‍तेमाल, गंदी जगहों को छूने साथ ही चीजों को सीधे मुंह में डालने से फैल सकता है.

कैसे होते हैं 'टोमैटो फ्लू' के लक्षण 

इसके लक्षण काफी हद तक चिकनगुनिया और डेंगू के लक्षणों की तरह ही होते हैं. इसमें बच्चों में:

- तेज बुखार, 
- रैशेज 
-  जोड़ों में तेज दर्द 
- थकान, 
- मतली, 
- उल्टी, 
- दस्त, 
- डिहाइड्रेशन, 
- जोड़ों की सूजन, 
- शरीर में दर्द 
- और सामान्य इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षण शामिल हैं.

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टोमैटो फ्लू का इलाज क्या है?

टोमैटो फ्लू एक सेल्‍फ-लिमिटिंग बीमारी है, जिसका मतलब है कि यह किसी विशिष्ट उपचार के बिना अपने आप ही ठीक हो सकती है. फिलहाल इसकी कोई दवा नहीं है. क्‍योंकि इसके लक्षण चिकनगुनिया, डेंगू जैसे होते हैं, इसलिए इलाज भी उसी तरह का दिया जाता है. मोलेक्यलैर और सीरोलॉजिकल टेस्‍ट के बेस पर, डेंगू, चिकनगुनिया, जीका वायरस, वैरीसेला-ज़ोस्टर वायरस और दाद जैसे वायरल इंफेक्‍शन के जोखिम से इंकार नहीं किया जाता है. 

क्‍या टोमैटो फ्लू में भी जरूरी है आइसोलेशन 

लैंसेट ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि 'अन्य प्रकार के इन्फ्लूएंजा के समान, टमाटर फ्लू बहुत संक्रामक है. इसलिए, केरल से भारत के अन्य हिस्सों में टोमैटो फ्लू के वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए पुष्टि या संदिग्ध मामलों और अन्य एहतियाती कदमों के सावधानीपूर्वक आइसोलेनश का पालन करना जरूरी है. अन्य बच्चों या वयस्कों में संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए लक्षण शुरू होने से 5-7 दिनों के लिए आइसोलेशन का पालन किया जाना चाहिए.

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रोकथाम के लिए क्‍या करें:

- टोमैटो फ्लू की रोकथाम के लिए सबसे अच्छा उपाय है स्वच्छता बनाए रखना. 
- इसके अलावा आसपास की जरूरत की चीजों और  पर्यावरण की स्वच्छता का भी ध्‍यान रखें. 
- संक्रमित बच्चे को अन्य गैर-संक्रमित बच्चों के साथ खिलौने, कपड़े, भोजन या दूसरी चीजों को शेयर करने से रोकें.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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