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दांतों की सड़न ने कर रखा है परेशान? बिना डॉक्टर के पास जाए अपने दांतों को कैसे ठीक करें? जानें कैविटी के कारण और इलाज

Tips To Prevent Tooth Decay : दांतों की देखभाल सिर्फ डेंटिस्ट के पास जाने तक ही सीमित नहीं है. आप घर बैठे भी अपने दांतों को फिर से ठीक कर सकते हैं, बशर्ते आप सही खानपान और सफाई का ध्यान रखें.

दांतों की सड़न ने कर रखा है परेशान? बिना डॉक्टर के पास जाए अपने दांतों को कैसे ठीक करें? जानें कैविटी के कारण और इलाज
कैसे दांतों पर लगती है सड़न? | Danto ki Sadan Kaise doore kare

Tips To Prevent Tooth Decay : दांतों में कीड़ा लगना एक आम समस्या है जिसे मेडिकल भाषा में कैविटी (Cavities) कहा जाता है. दांत हमारे शरीर का एक अहम हिस्सा है. इन्हें न सिर्फ हमें खाना खाने में मदद मिलती है, बल्कि ये हमारे चेहरे की सुंदरता को भी बढ़ाते हैं. मगर अगर दांतों में कोई समस्या हो, जैसे कीड़ा लगना या दांतों का खोखला होना, तो यह बहुत परेशान करने वाला हो सकता है. डेंटिस्ट के पास जाने से पहले, कुछ घरेलू उपायों को अपनाकर आप अपने दांतों को फिर से ठीक कर सकते हैं. आज हम आपको बताएंगे कि कैसे आप घर बैठे अपने दांतों को सही रख सकते हैं और उन्हें फिर से हेल्दी बना सकते हैं.

घर पर ठीक करें दांतों की सड़न (Tips To Prevent Tooth Decay)

दांतों में कीड़ा लगना और उसके कारण | Dant mein Keeda kyu lag Jaata Hai

हमारे दांतों में कीड़ा लगने का मुख्य कारण बैक्टीरिया का बढ़ना है. यह बैक्टीरिया तब विकसित होते हैं जब हम बहुत ज्यादा मीठा या एसिडिक खाना खाते हैं, या फिर दांतों को ठीक से साफ नहीं करते. जब यह बैक्टीरिया हमारी लार के साथ मिलकर दांतों के सर्फेस पर जमा होते हैं, तो वह प्लाक का रूप ले लेते हैं. समय के साथ, यह प्लाक हमारे दांतों में छेद बना सकता है, जिससे दांत खोकले हो जाते हैं.

कैसे दांतों पर लगती है सड़न? | Danto ki Sadan Kaise doore kare

कई बार लोग अपनी दांतों की सही देखभाल नहीं करते, जिससे समय के साथ दांतों पर एक चिपचिपी परत यानी प्लाक जमने लगती है. यह प्लाक बैक्टीरिया को आकर्षित करता है, जो शुगर और एसिडिक खाद्य पदार्थों को खा कर दांतों के इन्फेक्शन का कारण बनता है.

जब यह बैक्टीरिया जिसे स्ट्रेटो कोकन म्यूटन कहते हैं दांतों में पनपता है, तो वह धीरे-धीरे दांतों को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देता है. बैक्टीरिया की बढ़ती संख्या के कारण दांतों के टिश्यूज़ में मिनरल्स की कमी होने लगती है, जिससे दांतों में क्रैक या खोखलापन आ सकता है. इससे दांत कमजोर हो जाते हैं और उनकी बनावट प्रभावित होती है.

हालांकि, चिंता की बात नहीं है. अगर समय रहते उपाय किए जाएं, तो दांतों को ठीक किया जा सकता है. नियमित रूप से दांतों की सफाई, उचित आहार और डॉक्टर से सलाह लेने से दांतों की सेहत बनी रहती है और दांतों में कोई भी समस्या समय से पहले ठीक की जा सकती है. 

दांतों को रिमिनरलाइज करें

अपने दांतों को रिमिनरलाइज करने के लिए कुछ जरूरी बातों को ध्यान में रखें. सबसे पहले, आपको दांतों पर जमा प्लाक को हटाना होगा. इसके लिए दांतों की सही सफाई बेहद आवश्यक है. दिन में दो बार अच्छे से ब्रश करें. इसके साथ ही, एसिडिक फूड्स जैसे चाय, कॉफी, शराब, मसालेदार खाना, बासी खाना, मैदा और चीनी का बहुत ज्यादा सेवन भी दांतों के लिए हानिकारक हो सकता है. यदि आप इन चीजों का सेवन करते हैं, तो उसके बाद कुल्ला करना बहुत जरूरी है, खासकर गुनगुने पानी में नमक डालकर. यह दांतों को साफ करने में मदद करता है और बैक्टीरिया की वृद्धि को रोकता है.

दूसरी बात, शुगर की मात्रा को कम करना बेहद जरूरी है. अगर आप बहुत ज्यादा शुगर खाते हैं, तो दांतों पर प्लाक बनना जारी रहेगा. इसलिए मीठी चीजों का सेवन सीमित करें. जैसे कहा जाता है कि "जहां गुड़ होता है, वहां मक्खियां आ जाती हैं", वैसे ही अगर आप शुगर का सेवन करेंगे, तो बैक्टीरिया भी आपके दांतों पर आकर प्लाक बनाएंगे.

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इसके अलावा, छोटे-छोटे अंतराल पर खाने-पीने से भी बचें. जैसे अगर आप सुबह ब्रेकफास्ट करते हैं, तो कम से कम चार से पांच घंटे के अंतराल पर कुछ खाएं. बार-बार खाने से आपके मुंह में लार का उत्पादन और पीएच लेवल प्रभावित होता है. अगर आप अपने मुंह को आराम देंगे, तो लार अच्छे से काम करेगी और दांतों पर प्लाक जमा नहीं होगा. इसके बाद, अपने पीएच को मेंटेन करने के लिए अल्कलाइन फूड्स का सेवन करना आवश्यक है. इससे आपकी लार का पीएच संतुलित रहेगा और दांतों का रिमिनरलाइजेशन स्वाभाविक रूप से होगा.

इन सभी उपायों का पालन करने से आप अपने दांतों को स्वस्थ रख सकते हैं और उनका रिमिनरलाइजेशन सुनिश्चित कर सकते हैं.

कैसे करें दांतों की देखभाल? | Danton ki Dekhbhal Kaise Kare

1. दांतों की सफाई करें

दांतों को साफ रखने के लिए सबसे पहला कदम है उन्हें सही तरीके से ब्रश करना. दिन में कम से कम दो बार ब्रश करें और खास ध्यान दें कि हर कोने तक ब्रश पहुंचे. यह प्लाक और बैक्टीरिया को हटाने में मदद करता है, जो दांतों में नुकसान कर सकते हैं.

2. खाने की आदतों में सुधार

जो चीजें हम खाते हैं, वे हमारे दांतों पर सीधा असर डालती हैं. ज्यादा शुगर और एसिडिक चीजों का सेवन दांतों के लिए हानिकारक होता है. अगर आप मीठा खा रहे हैं, तो उसके बाद गुनगुने पानी से कुल्ला जरूर करें. इसके अलावा, शुगर को कम करने की कोशिश करें. ज्यादा मसालेदार या ऑयली फूड भी दांतों के लिए नुकसानदायक हो सकता है.

3. अल्कलाइन फूड का सेवन

अपने दांतों को फिर से मजबूत और स्वस्थ बनाने के लिए, आपको अल्कलाइन फूड्स का सेवन बढ़ाना चाहिए. जैसे हरी सब्जियां, फल और सैलेड्स. इनसे आपकी लार का pH लेवल बैलेंस रहता है और दांतों की सुरक्षा होती है.

4. कुल्ला करना न भूलें

दिन में दो बार सोडियम फ्लोराइड माउथवॉश का इस्तेमाल करें. यह बैक्टीरिया को खत्म करता है और दांतों को सुरक्षित रखने में मदद करता है. इसे इस्तेमाल करने के बाद कम से कम एक घंटे तक कुछ न खाएं.

5. दांतों के रीमिनरलाइजेशन के लिए गम चबाएं

दांतों को फिर से स्वस्थ बनाने के लिए, आप बिना शक्कर वाली जाइलिटोल गम चबा सकते हैं. यह आपकी लार को बढ़ाता है, जो दांतों में मिनरल्स को फिर से जमा करने में मदद करता है, जिससे दांतों को मजबूत किया जा सकता है.

6. समय का ध्यान रखें

अगर आपने लंबे समय तक अपनी दांतों की सफाई नहीं की, तो प्लाक जमना शुरू हो सकता है. इसलिए, खाने के बाद कम से कम चार से पांच घंटे का गैप रखें और उसी दौरान अपने दांतों को आराम दें. यह लार के pH को बैलेंस्ड रखता है और दांतों को नुकसान से बचाता है.

क्या करें अगर दांत में छेद हो गया हो? | 

अगर आपके दांत में छेद हो गया है, तो चिंता करने की कोई बात नहीं है. आप सही खानपान और सफाई के साथ अपने दांतों को रिपेयर कर सकते हैं. दांतों को फिर से मजबूत और स्वस्थ बनाने के लिए आपको धैर्य रखना पड़ेगा, क्योंकि यह प्रक्रिया समय ले सकती है. एक साल या दो साल के भीतर, आपके दांत फिर से स्वस्थ हो सकते हैं, अगर आप सही तरीके से इन उपायों का पालन करते हैं.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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