
7 Points For Gut Health: आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में पेट से जुड़ी समस्याएं आम होती जा रही हैं. लोग अक्सर पेट दर्द, अपच, गैस, भारीपन या आईबीएस (Irritable Bowel Syndrome) जैसी दिक्कतों से परेशान रहते हैं. अगर आप भी इन परेशानियों से जूझ रहे हैं, तो सिर्फ दवा लेना काफी नहीं है. गट यानी आंतों की सेहत को बनाए रखने के लिए आपको अपनी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में कुछ अहम बदलाव लाने होंगे. ये बदलाव न सिर्फ आपकी गट हेल्थ को सुधारेंगे बल्कि आपकी पूरी सेहत पर अच्छा असर डालेंगे. आइए जानते हैं फरीदाबाद, AIMS में गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के डायरेक्टर और HOD डॉ. अमित मिगलानी (Dr. Amit Miglani) से.
पेट की सेहत के लिए 7 पॉइंट्स (7 Points For Gut Health)
1. नींद पूरी लेना बेहद ज़रूरी है -
हम में से कई लोग देर रात तक मोबाइल या लैपटॉप पर लगे रहते हैं, जिससे नींद पूरी नहीं हो पाती. गट हेल्थ को बेहतर बनाए रखने के लिए रोज़ाना कम से कम 7-8 घंटे की नींद ज़रूरी है. जब आप अच्छी नींद लेते हैं, तो आपकी पाचन प्रक्रिया भी बेहतर ढंग से काम करती है.
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2. रोज़ाना हल्की-फुल्की कसरत करें-
शरीर को एक्टिव रखना गट के लिए फायदेमंद होता है. आप रोज़ 30 से 45 मिनट तेज़ चल सकते हैं, दौड़ सकते हैं या साइकलिंग कर सकते हैं. ये एक्टिविटीज आपके पेट के अंदर के सिस्टम को ठीक तरह से चलाने में मदद कर सकती हैं.
3. खाने-पीने की आदतें सुधारें-
गट हेल्थ का सीधा संबंध आपकी डाइट से है. आप जो खाते हैं, वही आपकी सेहत बनाता है. कोशिश करें कि फाइबर से भरपूर चीजें जैसे फल, सब्जियां और साबुत अनाज ज़्यादा खाएं. बाहर का खाना, तला-भुना, बहुत ज्यादा मसाले वाला या प्रोसेस्ड फूड खाने से बचें. स्पाइसी खाना गट की लाइनिंग को नुकसान पहुंचा सकता है और जंक फूड पेट को सुस्त बना देता है.
4. पानी पीना न भूलें-
कई बार हम अपनी दिनचर्या में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि पानी पीना ही भूल जाते हैं. शरीर को हाइड्रेट रखना बहुत ज़रूरी है, खासकर गट को सही तरीके से काम करने के लिए दिन में कम से कम ढाई से तीन लीटर पानी पीने की कोशिश करें.
5. स्ट्रेस से दूरी बनाएं-
आजकल की ज़िंदगी में तनाव से बचना शायद मुमकिन नहीं है, लेकिन उसे कम ज़रूर किया जा सकता है. ध्यान लगाना, गहरी सांस लेना, योग करना या अपनी पसंद की कोई एक्टिविटी करना. ये सब चीजें आपके दिमाग और शरीर दोनों को शांत रखने में मदद करती हैं. स्ट्रेस का सीधा असर पेट पर पड़ता है, इसलिए इसे हल्के में न लें.
6. सोशल मीडिया और स्क्रीन टाइम को कंट्रोल करें-
आजकल हम सब मोबाइल के ज़रिए बहुत ज़्यादा वक़्त स्क्रीन पर बिता देते हैं. ये आदत हमारे शरीर के लिए भी नुकसानदायक है और दिमाग को भी थका देती है. कोशिश करें कि दिन का कुछ समय बिना स्क्रीन के बिताएं - किताब पढ़ें, टहलें या दोस्तों-परिवार से बात करें.
7. अपनी पसंद की चीजों में मन लगाएं-
पेट और मन का गहरा रिश्ता है. जब आप खुश रहते हैं, तो आपकी गट भी सही तरीके से काम करती है. पेंटिंग, म्यूजिक, डांस, खेल कुछ भी जो आपको अच्छा लगे, उसमें थोड़ा समय ज़रूर बिताएं.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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