Tachophobia (Speed Phobia:): तेज रफ्तार गाड़ी में लगता है डर, कहीं आप भी टैकोफोबिया से पीड़ित तो नहीं, जानिए क्या है ये बीमारी

Tachophobia: अगर आपको तेज रफ्तार से चल रही गाड़ी में बैठने से डर लगता है या फिर तेजी से भाग रही कारों को देखकर भी दिल दहलता है तो ये डर सामान्य नहीं है.

Tachophobia (Speed Phobia:): तेज रफ्तार गाड़ी में लगता है डर, कहीं आप भी टैकोफोबिया से पीड़ित तो नहीं, जानिए क्या है ये बीमारी

टैकोफोबिया से जुड़ी जानकारी, जानिए टैकोफोबिया क्या है और किसे होती है ये बीमारी

Speed Phobia: टैकोफोबिया एक किस्म का डर है. जो तेज स्पीड (Fear of Speed Phobia) से चल रही कार को देखकर हो सकता है. ये दरअसल स्पीड फियर है. कोई भी तेज गति से चलने वाली गाड़ी, रोलर कोस्टर, बाइकिंग और ड्राइविंग का भी डर हो सकता है. गंभीर स्थिति में ये भी हो सकता है कि टैकोफोबिया से पीड़ित व्यक्ति एरोप्लेन, बस या ट्रेन में बैठने से भी डरने लगे. कुछ लोग तेज स्पीड से चलने वाली कार या बस के डर से घर से तक निकलना बंद कर देते हैं. ये डर कभी कभी बहुत बड़ी मुसीबत भी बन जाता है. इस डर की कोई वाजिब वजह नहीं है लेकिन मुश्किल तब होती है जब ये डर ज्यादा हावी होने लगता है.

टैकोफोबिया से जुड़ी जानकारी, जानिए टैकोफोबिया क्या है और किसे होती है ये बीमारी | Tachophobia (Fear of Speed): Causes, Symptoms & Treatment

किसे हो सकता है टैकोफोबिया?

  1. टैकोफोबिया उन लोगों को हो सकता है जिनके घर में पहले किसी को ऐसा फोबिया या स्पीड फियर रहा हो.
  2. अगर घर में किसी को एंग्जाइटी डिसऑर्डर हो तो भी फैमिली मेंबर को टैकोफोबिया हो सकता है.
  3. अगर किसी का तेज रफ्तार गाड़ी से एक्सीडेंट हो चुका हो तो उसे भी टैकोफोबिया हो सकता है.

क्या है टैकोफोबिया के लक्षण?

  1. कोई जबरदस्त मानसिक सदमा पहुंचने पर टैकोफोबिया हो सकता है. जैसे किसी ने अपने करीबी को प्लेन क्रैश या ऐसे किसी हादसे में खो दिया हो या किसी कार हादस में तो टैकोफोबिया हो सकता है. 
  2. जिन्हें टैकोफोबिया होता है उन्हें न सिर्फ तेज रफ्तार कार में या गाड़ी में बैठने से डर लगता है बल्कि तेज रफ्तार गाडियां देखने से या रेसिंग गेम या एक्शन मूवीज में तेज सीक्वेंस देखने से भी डर लगता है.
  3. इस डर से पीड़ित गाड़ी में बैठने या पब्लिक ट्रांसपोर्ट यूज करने से भी घबराते हैं. ये डर ज्यादा बढ़ने पर पीड़ित को चेस्ट पेन, चक्कर आना, घबराहट होना, दिल की धड़कन तेज होना, मतली आना, सांस टूटती हुई लगना या खूब पसीना आने की समस्या भी हो सकती है.

इसे भी पढ़ें : क्‍या झड़ते बालों का परमानेंट इलाज है प्लेटलेट्स रिच प्लाज्मा इंजेक्शन (PRP)? जानें क्‍या है, कैसे कराते हैं और इसके संभावित साइड इफेक्‍ट

कैसे होता है टैकोफोबिया का इलाज

किसी को टैकोफोबिया है या नहीं ये जानने के लिए हेल्थ केयर प्रोवाइडर आपसे कुछ सवाल पूछ सकते हैं. वो आपसे ये जानने की कोशिश करेंगे कि आपको स्पीड से कब से डर लगना शुरू हुआ. क्या आपके साथ या आपके करीबी के साथ कोई हादसा है. इस डर की वजह से पीड़ित को डेली रूटीन का काम करने में कितनी मुश्किलें आ रही हैं ये जानने के बाद ही हेल्थ केयर प्रोवाइडर इलाज की शुरुआत करते हैं.



Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)