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वैज्ञानिकों का दावा, सिर्फ 20 दिन में गंजी खोपड़ी पर उगेंगे नए बाल, हेयर ग्रोथ के लिए बनाया चमत्कारी सीरम

How To Grow New Hair: यह सीरम नेचर जर्नल में प्रकाशित एक शोध का हिस्सा है और इसे नेशनल ताइवान यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने विकसित किया है. आइए जानते हैं इसके बारे में सब कुछ.

वैज्ञानिकों का दावा, सिर्फ 20 दिन में गंजी खोपड़ी पर उगेंगे नए बाल, हेयर ग्रोथ के लिए बनाया चमत्कारी सीरम
Hair Regrowth Serum: यह शोध नेचर जर्नल में प्रकाशित हुआ है.

Naye Baal Kaise Ugaye: अगर आप गंजेपन से परेशान हैं और हर नए प्रोडक्ट को आजमाने के बाद भी निराश हो चुके हैं, तो यह खबर आपके लिए उम्मीद की किरण हो सकती है. हाल ही में वैज्ञानिकों ने एक ऐसा हेयर ग्रोथ सीरम तैयार किया है, जिसके बारे में दावा किया गया है कि यह सिर्फ 20 दिनों में गंजी खोपड़ी पर बाल उगाने में सक्षम है. यह सीरम नेचर जर्नल में प्रकाशित एक शोध का हिस्सा है और इसे नेशनल ताइवान यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने विकसित किया है. आइए जानते हैं कि यह सीरम कैसे काम करता है, इसमें क्या खास है और क्या यह वाकई गंजेपन का इलाज बन सकता है.

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क्या है यह हेयर ग्रोथ सीरम?

यह एक रब-ऑन सीरम है, जिसे सीधे सिर की त्वचा पर लगाया जाता है. इसमें प्राकृतिक फैटी एसिड का इस्तेमाल किया गया है, जो त्वचा की वसा कोशिकाओं को सक्रिय करता है. ये सेल्स बालों के रोम (Hair Follicles) को पुनर्जीवित करती हैं, जिससे नए बाल उगने लगते हैं.

कैसे करता है यह काम?

  • गंजेपन की समस्या तब होती है जब बालों के रोम निष्क्रिय हो जाते हैं या मर जाते हैं.
  • यह सीरम उन निष्क्रिय रोमों को फिर से सक्रिय करता है.
  • वैज्ञानिकों ने चूहों पर इसका परीक्षण किया, जिसमें 20 दिनों के भीतर बालों की ग्रोथ देखी गई.
  • यह सीरम बालों की जड़ों में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है, जिससे पोषण बेहतर तरीके से पहुंचता है.

क्या है इस शोध की खास बातें?

यह शोध नेचर जर्नल में प्रकाशित हुआ है, जो विश्व की प्रतिष्ठित वैज्ञानिक पत्रिकाओं में से एक है. वैज्ञानिकों ने बताया कि यह सीरम न सिर्फ बाल उगाता है, बल्कि बालों को मजबूत भी बनाता है. इसमें किसी प्रकार के स्टेरॉयड या हानिकारक रसायन नहीं हैं, जिससे साइड इफेक्ट की संभावना कम है.

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क्या यह इंसानों पर भी काम करेगा?

अभी तक यह सीरम प्रयोगशाला लेवल पर और जानवरों पर टेस्ट किया गया है. वैज्ञानिकों का कहना है कि इंसानों पर परीक्षण की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी. अगर परिणाम सकारात्मक रहे, तो यह सीरम बाजार में उपलब्ध हो सकता है और गंजेपन का इलाज बन सकता है.

गंजेपन के पीछे क्या कारण होते हैं?

  • जेनेटिक फैक्टर: अगर परिवार में गंजेपन की समस्या है, तो इसका असर अगली पीढ़ी पर भी हो सकता है.
  • हार्मोनल बदलाव: टेस्टोस्टेरोन जैसे हार्मोन बालों के रोम को प्रभावित करते हैं.
  • तनाव और खराब लाइफस्टाइल: नींद की कमी, गलत खानपान और तनाव बालों की सेहत बिगाड़ते हैं.
  • स्कैल्प इंफेक्शन या डैंड्रफ: सिर की त्वचा की समस्याएं भी बालों के झड़ने का कारण बनती हैं.

क्या करें जब बाल झड़ने लगें?

  • बैलेंस डाइट लें, जिसमें प्रोटीन आयरन और विटामिन बी भरपूर मात्रा में हो.
  • सिर की त्वचा को साफ और मॉइस्चराइज रखें.
  • तनाव कम करने के लिए योग और ध्यान करें.
  • बालों पर केमिकल वाले प्रोडक्ट्स का कम इस्तेमाल करें.

गंजेपन से जूझ रहे लोगों के लिए यह सीरम एक नई उम्मीद बनकर सामने आया है. हालांकि इंसानों पर इसका असर देखना अभी बाकी है, लेकिन वैज्ञानिकों का दावा है कि यह हेयर ग्रोथ में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है. अगर यह सफल होता है, तो लाखों लोग फिर से आत्मविश्वास के साथ बालों की स्टाइलिंग कर सकेंगे.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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