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Respiratory care week 2025: फेफड़ों का ख्याल रखना है बेहद जरूरी, श्वसन देखभाल सप्ताह में जानिए कैसे रखें इनको सेहतमंद

Respiratory Care Week 2025 : फेफड़ों की सेहत ज़िंदगी की बुनियाद है. अगर सांस रुक जाए, तो सब रुक जाता है. ऐसे में श्वसन देखभाल सप्ताह हमें याद दिलाता है कि हमें अपनी और दूसरों की सांसों की हिफाजत करनी है. 

Respiratory care week 2025: फेफड़ों का ख्याल रखना है बेहद जरूरी, श्वसन देखभाल सप्ताह में जानिए कैसे रखें इनको सेहतमंद
Respiratory care week 2025 के बारे में जानें सबकुछ.

Respiratory Care Week 2025: हम जो सांस लेते हैं, वही ज़िंदगी को ज़िंदा रखती है. लेकिन क्या हम उस सांस की देखभाल करते हैं? शायद नहीं. आज की तेज रफ्तार ज़िंदगी, बढ़ता प्रदूषण, धूम्रपान और बदलता मौसम ये सब हमारे फेफड़ों की सेहत को नुकसान पहुंचा रहे हैं. इसी बात को समझाने और लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल श्वसन देखभाल सप्ताह मनाया जाता है. 2025 में यह सप्ताह 19 से 25 अक्टूबर तक मनाया जाएगा.

श्वसन देखभाल सप्ताह (Respiratory Care Week) 

क्या है श्वसन देखभाल सप्ताह?

यह सप्ताह खास तौर पर उन स्वास्थ्य सेवाओं और विशेषज्ञों को समर्पित होता है जो फेफड़ों से जुड़ी समस्याओं का इलाज करते हैं. इन विशेषज्ञों को श्वसन चिकित्सक कहा जाता है. ये पेशेवर लोग उन मरीजों की देखभाल करते हैं जिन्हें सांस लेने में तकलीफ होती है, जैसे अस्थमा, सीओपीडी, ब्रोंकाइटिस या निमोनिया के मरीज.

इस सप्ताह का मकसद?

इस सप्ताह का मकसद है - लोगों को यह समझाना कि फेफड़ों की सेहत कितनी जरूरी है और इसके लिए हमें क्या-क्या ध्यान रखना चाहिए.

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कब और क्यों मनाया जाता है यह सप्ताह?

श्वसन देखभाल सप्ताह हर साल अक्टूबर माह के तीसरे सप्ताह में मनाया जाता है. इसे मनाने के पीछे कई अहम कारण हैं:

-लोगों को फेफड़ों से जुड़ी बीमारियों और उनके कारणों के बारे में जानकारी देना.
-धूम्रपान, वायु प्रदूषण और संक्रमण जैसे कारणों से बचने के लिए प्रेरित करना.
-श्वसन चिकित्सकों की मेहनत और भूमिका को पहचानना और उनका सम्मान करना.
-अस्पतालों, स्कूलों और समाज में इस विषय पर जागरूकता बढ़ाना.

क्या करते हैं श्वसन चिकित्सक?

ये स्पेशलिस्ट उन मरीजों का इलाज करते हैं जिन्हें सांस से जुड़ी समस्याएं होती हैं. वे न सिर्फ़ इलाज करते हैं, बल्कि फेफड़ों के काम करने की कैपेसिटी की जांच करते हैं, ऑक्सीजन देने में मदद करते हैं और गंभीर मरीजों को सांस लेने के उपकरण (जैसे वेंटिलेटर) से जोड़ते हैं.

क्या होती हैं सांस से जुड़ी बीमारियां?

फेफड़ों से जुड़ी समस्याएं कई कारणों से हो सकती हैं:

-धूम्रपान - सबसे बड़ा कारण.
-प्रदूषण - खासकर शहरों में.
-संक्रमण - जैसे फ्लू या निमोनिया.
-अनुवांशिक कारण - कुछ बीमारियां पीढ़ी दर पीढ़ी चलती हैं.
-स्वास्थ्य से जुड़ी स्थितियां - जैसे अस्थमा या सीओपीडी.

इन बीमारियों के लक्षण हो सकते हैं - लगातार खांसी (कभी बलगम के साथ), सांस लेने में परेशानी, सीने में जकड़न, घरघराहट और थकान.

कैसे जुड़ सकते हैं इस अभियान से?

आप अपने स्तर पर भी इस अभियान से जुड़ सकते हैं:

-धूम्रपान छोड़िए या दूसरों को इसके लिए प्रेरित कीजिए.
-सांस से जुड़ी तकलीफ को नजरअंदाज न करें.
-नियमित जांच कराइए और डॉक्टर की सलाह लीजिए.
-फेफड़ों की सेहत के बारे में बच्चों और बुज़ुर्गों को जानकारी दीजिए.

ऑफिशियल डेट

श्वसन देखभाल सप्ताह हर साल अक्टूबर माह के तीसरे सप्ताह में मनाया जाता है. जो इस बार 19 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक मनाया जा रहा है.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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