Mpox Virus: मंकी पॉक्स वायरस कुछ साल पहले तक एक ही देश के एक हिस्से तक सिमटा हुआ था. लेकिन साल 2022 में मंकी पॉक्स वायरस पहली बार एक देश से दूसरे देश में पहुंचा. इस बार भी मंकी पॉक्स वायरस का दायरा बढ़ता जा रहा है. इस बार ये वायरस दक्षिण अफ्रीका और यूरोप के बाद पाकिस्तान तक पहुंच गया है. वायरस जिस तेजी से पांव पसार रहा है, उसे देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) इसके लिए ग्लोबल अलर्ट जारी कर चुका है. इस वायरस (Mpox Virus) से जुड़ी खबरों को देखकर जाहिर तौर पर आम लोग परेशान हैं और ये जानना चाहते हैं कि क्या मंकी पोक्स वायरस भी कोरोना वायरस (Corona Virus) जितना ही घातक और तेजी से फैलने वाला हो सकता है. एनडीटीवी ने इस बारे में डॉ. चारुदत्त अरोड़ा से चर्चा की. जानिए उन्होंने वायरस से जुड़ी क्या जानकारी साझा की.
मंकी पोक्स वायरस से जुड़े जरूरी डिटेल | Complete Detail Related To Mpox Virus
प्रेग्नेंट महिलाएं और बच्चे रखें सावधानी
डॉ. चारुदत्त अरोरा ने कहा कि ये वायरस ऐसे लोगों को आसानी से अपना शिकार बनाता है, जिनकी इम्यूनिटी कुछ कम होती है. ऐसे लोगों में प्रेग्नेंट महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. उनका कहना है कि बच्चे स्कूल जाते हैं या किसी और जगह मिलते हैं, तो बहुत पास पास रहते हैं. साथ ही उनमें शेयरिंग की आदत भी होती है. जिसकी वजह से कोई भी संक्रमण उनके बीच तेजी से फैलता है और वो ज्यादा रिस्क पर होते हैं.
क्या कोरोना वायरस जितना खतरनाक है एमपॉक्स?
मंकी पॉक्स वायरस के बढ़ते कदमों को देखकर लोगों को ये चिंता है कि क्या ये वायरस भी कोरोना वायरस की तरह खतरनाक है. डॉ. चारुदत्त अरोड़ा के मुताबिक ये वायरस कोरोना वायरस जितना खतरनाक नहीं है. न ये उतना तेजी से फैलता है और न ही इतना घातक है. लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि इस वायरस की मौजूदगी को लेकर लापरवाह हुआ जा सके. इमरजेंसी मेजर्स लेना और लोगों को अवेयर होना बहुत जरूरी है.
डॉ. चारुदत्त अरोड़ा के मुताबिक मंकी पॉक्स वायरस से संक्रमित व्यक्ति का छोटे से छोटा और बड़े से बड़ा कोई भी सामान शेयर न करें. फिर वो चाहें चम्मच हो या बेडशीट हो. संक्रमित व्यक्ति के पास जाने से पहले खुद भी मास्क पहने और उसे भी पहनने के लिए कहें. स्किन टू स्किन कांटेक्ट से भी पूरी तरह बचें.
अपनी डाइट में फल, सब्जी, दाल और अनाज भरपूर रूप से शामिल करें.
टीका कितना फायदेमंद होगा?
कोरोना वायरस की तरह मंकी पॉक्स वायरस के लिए कोई खास टीका नहीं है. डॉ. चारुदत्त अरोड़ा के मुताबिक जिन लोगों को बचपन में स्मॉल पॉक्स का टीका लगा है वो इस वायरस के मामले में काफी हद तक सेफ हैं. लेकिन नई जनरेशन में ऐसा शायद ही कोई है जिसे ये टीका लगा है. इसलिए सभी को मंकी पॉक्स वायरस से बचकर रहने की जरूरत है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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