गर्मी का मौसम दस्तक दे चुका है. इस गर्मी में आपको उमस और धूल के साथ-साथ कुछ बीमारियों का भी सामना पड़ता है. इनमें से ज्यादातर बीमारियां दूषित खाने और पानी से होती हैं. खास तौर पर गर्मी के मौसम में बैक्टीरियल इनफेक्शंस बहुत तेजी से फैलता है. इस मौसम में ज्यादातर वॉटर बोर्न डिसीजेज का खतरा बढ़ जाता है.अगर समय पर देखभाल और उचित उपचार नहीं दिया गया तो ये बीमारियां घातक हो सकती हैं. तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं गर्मी में होने वाली कुछ गंभीर वॉटर बोर्न डिसीजेज के बारे में. ये भी बताएंगे कि इन बीमारियों से आप अपना बचाव कैसे कर सकते हैं.
कॉन्टैमिनेटेड फूड और दूषित पानी से हो सकती है यह बीमारियां | Most Common Summer Waterborne Diseases
1. दस्त
गर्मियों में ये एक बहुत ही कॉमन वॉटर बोर्न डिसीज़ है और ये तब होता है जब आप दूषित पानी पीते हैं. ये वायरल के साथ-साथ बैक्टीरिया या पैरासाइट्स के कारण भी हो सकता है. लक्षण हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं और बच्चों को इस बीमारी का खतरा अधिक होता है. अगर आप हल्के दस्त महसूस करते हैं, तो फिर चिंता करने की जरूरत नहीं है. लेकिन गंभीर मामलों में इलाज की जरूरत होती है क्योंकि इससे डिहाइड्रेशन और उससे जुड़ी प्रॉब्लम्स हो सकती हैं. इस स्थिति के कुछ सामान्य लक्षण जैसे पेट दर्द, ऐंठन और ढीले और लूज़ मोशन हैं. बार-बार उल्टी होना भी एक और सिम्प्टम है.
2. टाइफाइड
टाइफाइड भी गर्मी में ज्यादा तेजी से फैलने वाली बीमारियों में से एक है. ये बीमारी दूषित भोजन और पानी का सेवन करने से होती है. टाइफाइड के कुछ कॉमन सिम्टम्स में तेज बुखार, तापमान में उतार-चढ़ाव, थकान, नींद न आना और दस्त शामिल है. टाइफाइड को समय रहते रोकने के लिए तुरंत इलाज कराना जरूरी है.
3. मॉस्किटो बोर्न डिसीजेज
फाइलेरिया, मलेरिया, जापानी इंसेफेलाइटिस, डेंगू और चिकनगुनिया भारत में मच्छर से होने वाली आम बीमारियां हैं. अगर मॉस्किटो बोर्न डिजीज का समय रहते इलाज नहीं किया जाए तो ये घातक हो सकती हैं. फाइलेरिया एक पैरासिटिक डिसीज है, जो रोगी में स्थायी अपंगता का कारण भी बन सकता है. तेज बुखार इन बीमारियों का पहला लक्षण है जो मच्छर के काटने से होता है. कभी-कभी, जैसा कि डेंगू और चिकनगुनिया के मामले में होता है, आपको सीवियर बॉडी पेन दर्द हो सकता है. डेंगू इसलिए भी खतरनाक है क्योंकि इससे आपके ब्लड में प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाती है. जापानी इंसेफेलाइटिस भी खतरनाक है क्योंकि ये मस्तिष्क में सूजन पैदा कर सकता है जिससे दौरे पड़ सकते हैं.
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4. कॉलरा
ये एक बैक्टीरियल इनफेक्शन है और ये कन्टैमिनेटेड फ़ूड और दूषित पानी के जरिये फैलता है.ये डायरिया का ही एक अलग रूप है जिसका अगर समय से इलाज न किया जाए तो ये जल्दी ही घातक हो सकता है. भारत में हर साल हैजा से हजारों लोगों की मौत हो जाती है. लक्षणों में लूज़ मोशन, भूख न लगना और बुखार आ सकता है. इसके अलावा इसके दूसरे सिम्टम्स की बात करें तो तेज हार्टबीट, थकान, लो बीपी और मुंह और नाक में ड्राईनेस होना हो सकता है. इसकी वजह से डिहाइड्रेशन और पोटेशियम की कमी हो सकती है. ऐसी स्थिति में आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. गर्मी में ये बीमारी ज्यादा तेजी से बढ़ती है.
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ऐसे कर सकते हैं बचाव
कुछ सावधानियां बरत कर आप इन बीमारियों से बच सकते हैं. पानी पीने से पहले उसे उबाल लें. इसके साथ ही सुनिश्चित करें कि आपका घर और आसपास साफ-सुथरा हो और खाने से पहले हमेशा अपनी सब्जियों और फलों को अच्छी तरह धो लें. पर्सनल हाइजीन का खास ख्याल रखें. साथ ही अपने घर और आसपास जमा पानी को जमा न होने देकर मच्छरों को पनपने से रोकें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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