Eye Problems In Summer: गर्मियों में सेहत का ख्याल न रखा जाए तो कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. इस मौसम में आंखों का सबसे पहले ख्याल रखा जाना चाहिए, क्योंकि गर्मियों में कुछ ऐसी आई प्रोब्लम्स हैं जो काफी आम हैं. सूरज या पराबैंगनी विकिरण आंख को प्रभावित कर सकती हैं. लगातार धूप के संपर्क में रहने से मोतियाबिंद, डिजनरेटिव आई डिजीज या पलकों का कैंसर हो सकता है. आंखों की समस्याओं को रोकने के लिए फिल्टर वाले धूप के चश्मे का उपयोग सबसे अच्छा तरीका है. यहां कुछ आई प्रोब्लम्स के बारे में बताया गया है जो आपको गर्मियों में काफी परेशान कर सकती हैं.
गर्मियों में बढ़ सकती हैं आंखों की ये समस्याएं:
1. आंखों की एलर्जी
ये तापमान बदलाव, धूल, परागकणों और कण, प्रदूषण के कारण हो सकती है. एलर्जी आमतौर पर लाली, खुजली, जलन, आंखों की जलन के रूप में महसूस होती है.
2. ड्राई आई
लंबे समय तक कंप्यूटर या मोबाइल स्क्रीन को देखते हुए पलक न झपकना, स्विमिंग पूल के पानी से क्लोरीन का संपर्क, हवा में धूल के कण, गर्म बाहरी हवाएं ड्राई आई कारण बन सकती हैं. ड्राई आई की बीमारी आमतौर पर आंखों में चुभन, जलन, धुंधलापन, आंखों की हल्की लाली के रूप में दिखाई दे सकती है.
3. सूरज की रोशनी और यूवी किरणों का संपर्क
तेज धूप त्वचा के साथ-साथ आंखों के लिए भी यूवी रिस्क बढ़ा देती है. लंबे समय तक यूवी एक्सपोजर से फोटो-केराटाइटिस और फोटो-कंजंक्टिविटीज जैसी समस्याएं हो सकती हैं. यूवी लाइट के लंबे समय तक संपर्क से कई नेत्र रोगों हो सकते हैं.
4. कंजंक्टिविटीज
इसे गुलाबी आंख के रूप में भी जाना जाता है. वायरस या बैक्टीरिया के कारण आंख के सफेद हिस्से में सूजन हो जाती है. कंजंक्टिवाइटिस के मामले गर्मी के मौसम में देखे जाते हैं. कंजंक्टिविटीज संक्रमित व्यक्ति के साथ संपर्क या रूमाल जैसी चीजों को शेयर करने से फैल सकता है.
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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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