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इंडिया के जाने-माने डॉक्टर नरेश त्रेहान ने बताया चारधाम पर जाने से पहले जरूर करा लें ये टेस्ट

चार धाम की यात्रा से पहले लोगों को कौन सा टेस्ट कराना चाहिए इस बारे में जानने के लिए NDTV ने मेदांता के मैनेजिंग डायरेक्टर और देश के जाने माने कार्डियोथोरेसिक सर्जन डॉ. नरेश त्रेहान (renowned cardiovascular and cardiothoracic surgeon) से बात की.

इंडिया के जाने-माने डॉक्टर नरेश त्रेहान ने बताया चारधाम पर जाने से पहले जरूर करा लें ये टेस्ट
इस तरह खुद कर सकते हैं अपनी पल्स रेट चेक.

जब भी आप बीमार होते हैं तो डॉक्टर सबसे पहले आपकी पल्स चेक करते हैं. क्योंकि बीमारी के दौरान हार्ट रेट (heart rate) का बढ़ना बहुत सामान्य है. आपका दिल आपके शरीर के सबसे जरूरी अंगों में से एक होता है और हार्ट बीट (heartbeat) चेक करने से डॉक्टर को आपकी ओवरऑल हेल्थ के बारे में मोटा-मोटा अंदाजा लग जाता है. यानी पल्स रेट से आप अपनी सेहत का अंदाजा लगा सकते हैं. लेकिन पल्स रेट कैसे चेक ( how to check pulse rate) किया जाता है और चार धाम की यात्रा से पहले लोगों को कौन सा टेस्ट कराना चाहिए इस बारे में जानने के लिए NDTV ने मेदांता के मैनेजिंग डायरेक्टर और देश के जाने माने कार्डियोथोरेसिक सर्जन डॉ. नरेश त्रेहान (renowned cardiovascular and cardiothoracic surgeon) से बात की, चलिए जानते हैं उनका जवाब.

डॉक्टर त्रेहान (Dr Trehan) ने बताया कि अपनी पल्स यानी नब्ज चेक करने का सबसे आसान तरीका है, अपनी रेडियल आर्टरी पर उंगलियों की टिप को रखकर फील करना. कलाई पर अंगूठे की तरफ वाले हिस्से पर एक सेंटीमीटर पहले जो आर्टरी होती है, उसको रेडियल आर्टरी (Radial artery) कहते हैं. उस पर हल्के से अपनी तीन उंगलियां रखने पर पल्स महसूस होती है. उन्होंने कहा कि ध्यान रहे कि हल्के से उंगलियों की टिप को रेडियल आर्टरी पर रखते हैं ज्यादा जोर से दबाने से पल्स महसूस नहीं होगी.

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डॉक्टर ने बताया कि एथलेटिक्स का पल्स रेट सामान्य लोगों की तुलना में थोड़ा कम (Athletes have a slightly lower pulse rate) होता है, आमतौर पर यह 70 के नीचे होता है. उन्होंने इसकी वजह समझाते हुए कहा कि हार्ट एक कार्डियक आउटपुट के लिए 70 cc प्रति बीट के आस-पास पंप करता है. रेगुलर एक्सरसाइज से एथलीट्स का हार्ट दूसरों की तुलना में ज्यादा स्ट्रॉन्ग हो जाता है और उसकी कैपेसिटी बढ़ जाती है, जिससे कम धड़कनों (fewer beats) में भी वो पर्याप्त मात्रा में ब्लड पंप कर सकते हैं. यही वजह है कि जो लोग पहाड़ों में रहते हैं या एथलेटिक हैं उनका हार्ट रेट नेचुरली थोड़ा कम रहता है.

चार धाम यात्रा से पहले कराएं अपना फुल बॉडी चेकअप (Get a full body checkup done before the Char Dham Yatra)

चार धाम की यात्रा के दौरान हार्ट अटैक से जुड़ी कई खबरें सुनने को मिलती हैं. डॉ त्रेहान ने कहा कि जो लोग चार धाम की यात्रा पर जा रहे हैं, उन्हें पहले अपना फुल चेकअप कराना चाहिए जिससे पता चल सके कि वो इस यात्रा के लिए फिट है कि नहीं. क्योंकि वहां ठंड भी ज्यादा होती है और काफी फिजिकल एक्टिविटी भी करनी होती है जिसकी उन्हें आदत नहीं होती. इसलिए पहले चेकअप कराएं जिससे अगर कोई छिपी बीमारी होगी वो पता लग जाएगी. उन्होंने कहा कि फुल चेकअप कराएं जिसमें ट्रेड मिल टेस्ट भी शामिल होता, उससे आपकी हार्ट की फिटनेस ( heart fitness) का पता लग जाएगा. 

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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