विज्ञापन
This Article is From Aug 10, 2023

एसिडिटी होने पर इस देसी जड़ी बूटी को पानी में मिलाकर पी लीजिए, चुटकियों में दूर हो जाएगा सारा दर्द और जलन

Mulethi for acidity: एसिडिटी होने पर कोई भी असहज महसूस कर सकता है. एसिडिटी को ठीक करने के उपाय करना काफी जरूरी तब हो जाता है जब इसकी वजह से पेट में दर्द होना शुरू हो जाए. एसिडिटी के लिए मुलेठी एक रामबाण उपचार मानी जाती है.

एसिडिटी होने पर इस देसी जड़ी बूटी को पानी में मिलाकर पी लीजिए, चुटकियों में दूर हो जाएगा सारा दर्द और जलन
Mulethi For Acidity: अनहेल्दी खानपान और डाइट की वजह से ये एसिडिटी की समस्या बहुत आम है.

Licorice For Acidity: एसिडिटी पेट की सबसे आम पाचन समस्याओं में से एक है. हममें से बहुत से लोगों को अक्सर एसिडिटी का अनुभव होता है. इसमें एसिड रिफ्लक्स और पेट दर्द की समस्या हो जाती है. ऐसे में हम एसिडिटी को कैसे दूर करें और एसिडिटी के लिए घरेलू उपाय क्या हैं जैसे सवालों में ही उलझे रहते हैं. हम सब जानना चाहेंगे कि एसिडिटी से कैसे छुटकारा पाया जाए या एसिडिटी का इलाज कैसे करें? अनहेल्दी खानपान और डाइट की वजह से ये एसिडिटी की समस्या बहुत आम है. कई लोग एसिडिटी से निजात पाने के लिए सौंफ का सेवन करते हैं तो कुछ ठंडा दूध पीते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि एसिडिटी को नेचुरल तरह से ठीक करने के लिए हम एक कारगर जड़ी बूटी का सेवन कर सकते हैं. जी हां, हम बात कर रहे हैं मुलेठी की. इस पाचन समस्या को ठीक करने के लिए हम यहां आपको बता रहे हैं कि मुलेठी का सेवन कैसे करना है.

मोटापा दूर करने में चमत्‍कारी असर दिखाता है जैतून का तेल, जानें इसके फायदे

एसिडिटी के लिए मुलेठी | Licorice For Acidity

मुलेठी जैसे प्राकृतिक उपचार जो एसिडिटी के इलाज के लिए सुरक्षित और प्रभावी हैं, व्यापक रूप से उपयोग किए जाते हैं. लिकोरिस जिसे हिंदी में मुलेठी कहा जाता है, एक सामान्य आयुर्वेदिक दवा है जिसका उपयोग जीईआरडी और इससे जुड़ी पेट की कई परेशानियों के इलाज के लिए किया जाता है. ग्लाइसीर्रिजिन नामक यौगिक के कारण ये पेट में ब्लड पीएच लेवल को कम करने और पाचन में सहायता करने में मदद करता है. मुलेठी पेट की परेशानी, पाचन तंत्र की सूजन और सीने में जलन से भी बचाती है. ये एक हल्के रेचक के रूप में कार्य करता है जो मल त्याग में सहायता करता है और सामान्य पीएच लेवल को बनाए रखता है.

ये भी हैं कुछ फायदे

पाचन को बढ़ावा देती है: मुलेठी में ग्लाइसीराइज़िन होता है, जो इसे मीठा स्वाद देता है और पाचन में सुधार करने में मदद करता है. आप अपने पाचन संबंधी समस्याओं को कम करने के लिए मुलेठी की चाय का सेवन कर सकते हैं, क्योंकि ये आपको एसिडिटी के दौरान होने वाली परेशानी और जलन को कम करने में मदद करेगी.

इम्यूनिटी को बढ़ावा देता है: मुलेठी की जड़ों में मौजूद एंजाइम लिम्फोसाइट्स और मैक्रोफेज का उत्पादन करने में मदद करते हैं जो आपके शरीर को कई रोगजनकों से बचाने में मदद करते हैं. इसके अलावा, ये एलर्जी, रोगाणुओं, प्रदूषकों और ऑटो-इम्यून बीमारियों से भी सुरक्षा प्रदान करता है.

ब्‍लड शुगर लेवल से हैं परेशान, लेकिन स्‍वाद‍िष्‍ट भोजन का भी है शौक, तो ट्राई करें ये परफेक्ट रेसिपीज

त्वचा में सुधार: मुलेठी में मौजूद गुणकारी गुण आपकी त्वचा को नमी देने और उसे मुलायम बनाए रखने में मदद करते हैं. इसके अलावा इसके सूजन-रोधी गुण पिग्मेंट और त्वचा पर चकत्ते से लड़ने में मदद करते हैं.

सूजन से बचाती है: मुलेठी में मौजूद सूजन-रोधी गुण आपके शरीर को गठिया, हार्ट डिजीज आदि से बचाने में मदद करते हैं और जड़ों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं और उन्हें आपके पूरे शरीर में फैलने से रोकते हैं, जिससे दर्द और सूजन से बचाव होता है.

मेनोपॉज के लक्षणों को कम करती है: मुलेठी का सेवन मेनोपॉज वाली महिलाओं को हार्मोनल इनबैलेंस के कारण होने वाले मूड स्विंग, हॉट फ्लैश और अनिद्रा से राहत दिलाने में मदद करता है. साथ ही ये प्रजनन आयु की महिलाओं में प्रजनन क्षमता बढ़ाने में भी कारगर मानी जाती है.

कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करती है: मुलेठी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट ब्लड वेसल्स को चौड़ा करने, नसों और धमनियों में प्लाक जमा होने से रोकने और आपके ब्लड फ्लो में फैट की मात्रा को कंट्रोल करने में मदद करते हैं.

सर्दी और खांसी से राहत दिलाती है: मुलेठी में ब्रोन्कोडायलेटर गुणों वाला एक एक्सपेक्टोरेंट होता है जो अस्थमा, खांसी, ब्रोंकाइटिस और सूखी खांसी जैसी स्थितियों को ठीक करने में मदद करता है. इस हर्बल दवा के एंटीऑक्सीडेंट और सूजन-रोधी गुण इसे ब्रोन्कियल सूजन को कम करने और गले की खराश के इलाज में प्रभावी बनाते हैं.

डाइट में शामिल कर लीजिए ये 7 नट्स, कम लगेगी भूख, लटकती तोंद हो जाएगी अंदर, फिट दिखने लगेंगे आप

वजन घटाने में मदद करती है: मुलेठी में फ्लेवेनॉइड्स होते हैं जो आपके शरीर में एक्स्ट्रा फैट जमाव को कम करते हैं. ये खून में लो डेंसिटी वाले लिपोप्रोटीन लेवल को कम करने में मदद करता है, जिससे धमनी में रुकावट और दिल के दौरे की संभावना कम हो जाती है.

How can I improve my bone health? | Dr. Ishwar Bohra | हड्डियों को लोहे जैसा बनाएंगे ये टिप्स

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com