
Benefits Of Utkatasana : योग एक प्राचीन विद्या है, जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करती है. अलग-अलग आसनों के जरिए से शरीर को ताकत, लचीलापन और संतुलन मिलता है. उनमें से एक खास आसन है उत्कटासन, जिसे हम आमतौर पर "चेयर पोज़" के नाम से भी जानते हैं. यह आसन न सिर्फ शारीरिक ताकत बढ़ाता है, बल्कि वजन कम करने में भी मदद करता है. इस आर्टिकल में, हम उत्कटासन के फायदे, इसके सही तरीके और इसे करने के महत्व के बारे में चर्चा करेंगे.
उत्कटासन (Utkatasana)
उत्कटासन क्या है?
उत्कटासन एक प्रभावी योगासन है, जो शरीर के निचले हिस्से को मजबूत करने में मदद करता है. इसे करने से आपके पैर, जांघ, पेट और पीठ के मसल्स मजबूती से काम करते हैं. यह आसन शरीर में संतुलन बनाए रखने में मदद करता है और मेंटल पीस भी प्रदान करता है. इसे करने का तरीका सरल है, लेकिन इसके फायदे बहुत ज्यादा असरदार होते हैं.
उत्कटासन करने का सही तरीका
उत्कटासन को सही तरीके से करना जरूरी है, ताकि आप इसके सभी फादये प्राप्त कर सकें.
1. सबसे पहले क्या करें: सबसे पहले, अपने पैरों को हिप्स की चौड़ाई में खोलें और शरीर को सीधा रखें. हाथों को शरीर के पास रखें.
इसे भी पढ़ें: हेयर ग्रोथ में आएगी तेजी, अगर आप करेंगे ये 3 काम, कुछ ही समय में लंबे, घने बन सकते हैं आपके बाल
2.घुटनों को मोड़ें: अब धीरे-धीरे घुटनों को मोड़ें और अपने नितंबों को नीचे की ओर ले जाएं, जैसे आप कुर्सी पर बैठने जा रहे हों. ध्यान रखें कि आपके घुटने आपके पैरों के पंजों के ऊपर न जाएं.
3.हाथों की स्थिति: सांस लेते हुए दोनों हाथों को ऊपर की ओर उठाएं. ध्यान रखें कि आपके हाथ और कान एक सीध में हों.
4.ध्यान केंद्रित करें: अपनी दृष्टि को सामने रखें और गहरी सांसें लेते हुए आसन को कुछ समय के लिए बनाए रखें. इस दौरान ध्यान रखें कि आपकी पीठ सीधी हो और लोअर बैक में कोई भी आर्च न हो.
5.मुक्ति: जब आप थकने लगे, तो सांस छोड़ते हुए हाथों को नीचे की ओर लाएं और धीरे-धीरे ऊपर की ओर खड़े हो जाएं.
उत्कटासन के फायदे
1.वजन घटाने में मदद: उत्कटासन का नियमित अभ्यास शरीर में फैट बर्न करने में मदद करता है. यह जांघों और निचले पेट की मांसपेशियों को एक्टिव करता है, जिससे कैलोरी बर्न होती है और वजन घटाने में मदद मिलती है.
2.पैर और पीठ की मजबूती: इस आसन के जरिए थाई, काफ और लोअर बैक के मसल्स मजबूत होते हैं. यह लंबे समय तक बैठने या खड़े रहने में मदद करता है और पीठ दर्द को दूर करता है.
3.कोर मसल्स को एक्टिव करना: उत्कटासन के दौरान, आपकी कोर मसल्स (पेट और पीठ की मसल्स) एक्टिव रहती हैं, जो शरीर को बैलेंस करने में मदद करते हैं.
4.स्टेमिना में बढ़ोत्तरी: इस आसन को नियमित रूप से करने से स्टेमिना और सहनशक्ति में भी बढ़ोत्तरी होती है, जिससे आप दूसरी फिजिकल एक्टिविटीज़ आसानी से कर सकते हैं.
5.ध्यान और मेंटल पीस: उत्कटासन मेंटल पीस और कॉन्सनट्रेशन बढ़ाने में भी मदद करता है. यह मेंटल स्ट्रेस को कम करता है और मन को स्टेबल करता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं