मौजूदा मॉडर्न जीवनशैली में तमाम सुख-सुविधाओं के बावजूद जो चीज सबसे ज्यादा बुरी तरह प्रभावित हुई है वह रिलेशनशिप है. रिश्तों की संभालने की कोशिश के लिए कई कपल्स काउंसलिंग और थेरेपी वगैरह की मदद भी लेते हैं, लेकिन ज्यादातर बार उन्हें निराश ही होना पड़ता है. ऐसे हालात में उनके सामने रिश्तों को तोड़ने और अपने-अपने रास्ते आगे बढ़ने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं मिल पाता. हालांकि, अगर समय रहते सतर्क हो जाएं और कोशिशें शुरू कर दें तो अपने बिगड़ते रिश्ते को निश्चित तौर पर बेहतर बनाया जा सकता है.
पॉजिटिव भावनाओं को कैसे ट्रिगर करते हैं मैजिकल वर्ड्स?
दुनियाभर के कपल थेरेपिस्टों का मानना है कि रिलेशनशिप को फौरन ठीक और फिर से मजबूत करने में हमारी भावनाओं की सबसे बड़ी भूमिका होती है. साथ ही, इन पॉजिटिव भावनाओं को ट्रिगर करने का सबसे अच्छा तरीका कुछ मैजिकल वर्ड्स का ईमानदारी से इस्तेमाल करना होता है.
साइकोलॉजी के एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इस मामले में 'हाउ कैन आई हेल्प यू' यानी 'मैं कैसे तुम्हारी मदद कर सकता हूं?' एक बेहद आसान और काफी असरदार पंक्ति है, जो किसी रिश्ते के डायनामिक्स को नाटकीय रूप से बदल सकता है.
करियर और फैमिली में बैलेंस बनाने में क्यों बढ़ता है संघर्ष?
मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि कई कपल्स के सबसे अंतरंग विचार, संघर्ष और इच्छाएं सुनने और समझने के बाद पता चला है कि 'मैं कैसे तुम्हारी मदद कर सकता हूं?' काफी सरल लेकिन शक्तिशाली शब्दों से बना वाक्य है.
यह महज इशारों या सही समाधानों के बारे में नहीं है, बल्कि यह रिश्तों के बीच सहानुभूति, समर्थन और संबंधों की मजबूती के बारे में है. क्योंकि अक्सर आधुनिक कामकाजी कपल्स के बीच किसी एक पर करियर और फैमिली की जिम्मेदारियों का बढ़ता बोझ रिश्तों में नीरसता और दूरी ला देता है.
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पार्टनर से खुलकर मदद मांगे और जरूरी मदद की पेशकश करें
एक्सपर्ट के मुताबिक, शादीशुदा या उसी तरह साथ-साथ रहने वाली जिंदगी में एक पार्टनर अगर मदद की खुलकर मांग करे और दूसरा बिना डिफेंसिव हुए उसके लिए हां करे तो मामले कभी बिगड़ नहीं सकते हैं.
हालांकि, इससे भी बेहतर तरीका यह होगा कि दोनों पार्टनर एक-दूसरे की व्यस्तताओं और काम के बढ़ते बोझ को देखे और खुद आगे बढ़कर पूछे या कहे, 'मैं कैसे तुम्हारी मदद कर सकता हूं?' इससे बिगड़ते हुए रिश्तों में भी फौरन सुधार होता है. क्योंकि इस वाक्य में पार्टनर के संघर्षों को समझने और स्वीकार करने के अलावा सहानुभूति और साथ भी झलकता है.
भावनात्मक दूरी को कैसे खत्म करें?
इसके साथ ही आपसी रिश्ते में 'मैं कैसे मदद कर सकता हूं?' पूछा जाना संघर्षों के दौरान बढ़ी कपल्स की भावनात्मक दूरी को भी खत्म कर देता है. ऐसा कहने से दोनों में से किसी को यह नहीं लगता है कि वह अकेले ही संघर्ष कर रहा है या वह अपनी बातें किसी दीवार के साथ ही करने के लिए मजबूर है.
भावनात्मक समर्थन हमें आपस में जोड़ता है. बिना जजमेंटल हुए साथी के संघर्ष को स्वीकार करने और सहानुभूति दिखाने से जुड़ाव के द्वार खुलते हैं. क्योंकि पार्टनर को लगता है कि दूसरा साथी उनकी ज़रूरतों की परवाह करते हैं और उनकी भलाई में योगदान देना चाहते हैं.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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