What are the Symptoms of HIV: एचआईवी बीमारी ऐसी है जिससे लोग डरते हैं. इस बीमारी को लेकर लोग बात करने में हिचकते हैं. पर सच्चाई यह है कि इस बीमारी को लेकर जितना जागरूक होंगे, उतना ही इसके खतरे को कम कर सकते हैं. एचआईवी यानी ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस जब शरीर में प्रवेश कर जाता है तो यह इम्यूनिटी पर हमला करता है. जब इम्युनिटी कमजोर हो जाती है तो दूसरे संक्रमण तेजी से शरीर में प्रवेश कर जाते हैं. इस बीमारी से ग्रसित व्यक्ति को शरीर के कई हिस्सों में तेज दर्द हो सकता है. ये दर्द असहनीय भी हो सकता है. आज इस लेख में जानें एचआईवी और इससे होने वाले दर्द के बारे में.
HIV क्या है (What is HIV)
HIV एक वायरस है. यह प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमला करता है. एचआईवी संक्रमण पर ध्यान न दिया जाए तो यह AIDS में बदल जाता है. HIV का कोई इलाज नहीं है. इसलिए एक बार यह संक्रमण हो जाए तो जीवन भर यह बना रहता है. हालांकि सही समय पर सही इलाज व केयर के साथ HIV को कंट्रोल किया जा सकता है.
HIV के लक्षण क्या हैं (What are the symptoms of HIV)
HIV संक्रमण के लक्षण आमतौर पर तब दिखाई देते हैं जब संक्रमण होने के दो से तीन सप्ताह गुजर चुके होते हैं. कुछ प्रमुख लक्षण ये हैं-
- हल्का या तेज बुखार बने रहना.
- गले में सूजन या दर्द बने रहना.
- शरीर में तेज दर्द बने रहना, थकावट महसूस होना.
- गर्दन में सूजन. या शरीर के अन्य भागों जैसे अंडरआर्म्स या जांघ में सूजन.
- स्किन पर रेडनेस या लाल चकत्ते हो जाना.
- महिलाओं के पीरियड्स में बदलाव.
- बिना किसी कारण के अचानक वजन कम हो जाना.
- पेट में भारीपन या दिक्कत बने रहना.
- पुरुषों को पेशाब करने में दर्द होना, पेनिस एरिया में सूजन महसूस होना.
HIV कैसे होता है
HIV होने का मुख्य कारण इसके वायरस का शरीर में प्रवेश कर लेना है. यह वायरस निम्न स्थितियों में शरीर में आ जाता है-
- एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के साथ असुरक्षित शारीरिक संबंध.
- एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के रक्त में लगाई सुई से टीका लगा देना.
- एचआईवी संक्रमित गर्भवती महिला से गर्भ में पल रहे शिशु को.
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HIV में शरीर दर्द
- HIV के मरीज को शरीर में कई तरह के दर्द हो सकते हैं. ये दर्द गंभीर हो सकते हैं.
- कई मरीजों को मांसपेशियों, हाथों में, पैरों में व जोड़ों में दर्द हो सकता है.
- एचआईवी की दवाओं से कुछ लोगों को पेट दर्द की समस्या हो जाती है. इससे दस्त व पेट में ऐंठन की समस्या देखी जाती है.
- एचआईवी में मरीज को सिरदर्द बना रह सकता है.
- पैरों, पीठ व कूल्हों में दर्द रह सकता है.
- कुछ लोगों को एचआईवी संक्रमण होने पर फाइब्रोमायल्जिया हो सकता है. इस स्थिति में उनके पूरे शरीर में दर्द बना रहता है.
- एचआईवी होने पर गठिया का जोखिम बढ़ जाता है. ऐसे लोगों को रूमेटाइड अर्थराइटिस होने का खतरा रहता है.
कैसे बचें HIV से
HIV से बचने के लिए इन बातों का ध्यान रखा जाना बहुत आवश्यक है-
- सुरक्षित शारीरिक संबंध बनाने चाहिए.
- ब्लड जांच कराते हुए या अन्य सुई लगाते हुए सुरक्षा का ध्यान रखें. प्रयोग की गई सुई से इंजेक्शन न लगवाएं.
- लक्षण दिखें तो उसे इग्नोर न करें बल्कि नियमित अंतराल पर जांच करवाते रहें.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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