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Heart Attack Risk Factors: हार्ट अटैक के रिस्क फैक्टर्स क्या-क्या हो सकते हैं? जानें एक्सपर्ट की राय

Heart Attack Risk Factors: हार्ट अटैक के रिस्क को कंट्रोल करने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव की जरूरत होती है. इसके अलावा, समय-समय पर हेल्थ चेकअप करवाना भी जरूरी है.

Heart Attack Risk Factors: हार्ट अटैक के रिस्क फैक्टर्स क्या-क्या हो सकते हैं? जानें एक्सपर्ट की राय
Heart Attack Risk Factors: हार्ट अटैक के रिस्क फैक्टर्स क्या-क्या हो सकते हैं?

Heart Attack Risk Factors: दिल से जुड़ी बीमारी, खासकर हार्ट अटैक, आजकल एक आम समस्या बन चुकी है. इस गंभीर स्थिति के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ कंट्रोल किए जा सकते हैं, जबकि कुछ पर किसी का कंट्रोल नहीं होता. हार्ट अटैक के रिस्क फैक्टर्स को समझना और इनसे बचाव के उपायों पर ध्यान देना, हार्ट हेल्थ को बनाए रखने के लिए जरूरी है. इस आर्टिकल में हम सर्जन डॉक्टर नरेश त्रेहान, चेयरमेन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर, मेदांता हॉस्पिटल से उन प्रमुख कारकों के बारे में जानेंगे जो हार्ट अटैक के रिस्क को बढ़ा सकते हैं.

हार्ट अटैक के रिस्क फैक्टर क्या हैं? (Heart Attack Risk Factors)

1. हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure)  
हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन हार्ट के लिए एक गंभीर खतरा है. जब ब्लड का मोशन ज्यादा होता है, तो ब्लड वेसेल्स पर दबाव बढ़ता है, जिससे आर्टरीज कमजोर और हार्ड हो सकती हैं. इससे ब्लड फ्लो में रुकावट आ सकती है, जो हार्ट अटैक का कारण बन सकता है.

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2. धूम्रपान (Smoking)  
धूम्रपान करना हार्ट के लिए बेहद हानिकारक है. तंबाकू में मौजूद निकोटीन और दूसरे केमिकल ब्लड वेसेल्स को कम्प्रेस्ड कर देते हैं, जिससे ब्लड फ्लो में बाधा आती है. इसके अलावा, यह ब्लड में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के लेवल को भी बढ़ा सकता है, जो हार्ट के लिए और ज्यादा खतरनाक हो सकता है.

3. हाई कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol)  
ब्लड में कोलेस्ट्रॉल की हाई मात्रा हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ा सकती है. विशेष रूप से "LDL" (लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन) कोलेस्ट्रॉल, जिसे "खराब" कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है, ब्लड वेसेल्स में जम सकता है और ब्लड फ्लो में रुकावट डाल सकता है. इसके कारण हार्ट पर दबाव पड़ता है, जो आखिरी में हार्ट अटैक का कारण बन सकता है.

4. शारीरिक निष्क्रियता (Physical Inactivity)  
आजकल की लाइफ स्टाइल में फिजिकल एक्टिविटी की कमी एक नॉर्मल प्रॉब्लम बन गई है. रेगुलर फिजिकल एक्टिविटी की कमी से वजन बढ़ सकता है, जिससे हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज जैसी प्रॉब्लम्स उत्पन्न हो सकती हैं. यह सभी कारक हार्ट अटैक के रिस्क को बढ़ाते हैं.

5. तनाव (Stress)  
हमारे रोजमर्रा के जीवन में स्ट्रेस एक सामान्य हिस्सा बन चुका है. हालांकि, बहुत ज्यादा स्ट्रेस हार्ट के लिए खतरे का कारण बन सकता है. यह ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा सकता है. स्ट्रेसफुल स्थितियों में शरीर का रिएक्शन ब्लड वेसेल्स को कम्प्रेस्ड कर सकती हैं, जिससे हार्ट पर एक्स्ट्रा प्रेशर पड़ता है.

6. पारिवारिक इतिहास (Family History)  
अगर परिवार में किसी को पहले हार्ट अटैक आ चुका है, तो उस व्यक्ति में भी इस रिस्क का खतरा ज्यादा हो सकता है. यह एक जिनेटिक कारण हो सकता है, जिसके बारे में व्यक्ति को सचेत रहना चाहिए और अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव लाना चाहिए.

7. डायबिटीज (Diabetes)  
डायबिटीज भी हार्ट अटैक का एक मुख्य कारण बन सकता है. ब्लड में हाई ग्लूकोज़ के लेवल से ब्लड वेसेल्स को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे हार्ट डीसीज़ का खतरा बढ़ जाता है. डायबिटीज से प्रभावित व्यक्ति को अपना शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए खास ध्यान देना चाहिए.

8. मोटापा (Obesity)  
मोटापा हार्ट अटैक के प्रमुख कारणों में से एक है. यह हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज जैसी समस्याओं को जन्म दे सकता है, जो हार्ट के लिए हानिकारक हैं. हेल्दी वेट बनाए रखने के लिए सही डाइट और रेगुलर एक्सरसाइज जरूरी है.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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