Heart Attack Causes: ब्लड फ्लो में गड़बड़ी की वजह से आपकी हार्ट मसल्स प्रभावित होती हैं. यह आमतौर पर आर्टरीज में रुकावट के कारण होता है जो आपके हार्ट में खून ले जाती हैं. दिल का दौरा पड़ने से हार्ट डैमेज हो सकता है और शायद मृत्यु भी हो सकती है. अगर आप हार्ट अटैक के खतरों के बारे में जानते हैं तो उनपर ध्यान देकर आप अपने स्वास्थ्य को बढ़ा सकते हैं. कई जोखिम कारक विशेषताएं और लाइफस्टाइल के ऑप्शन हैं जो आपके हार्ट अटैक पड़ने के जोखिम को बढ़ा सकते हैं. इनके बारे में जागरूक होना बेहद जरूरी है. कुछ जोखिम कारक परिवर्तनीय हैं, जबकि कुछ को नहीं बदला जा सकता है.
हेल्थ एक्सपर्ट से बात करना पहला स्टेप है क्योंकि वे जितना संभव हो उतने जोखिम कारकों को कम करने, कंट्रोल करने या रोकने में आपकी सहायता कर सकते हैं. वे आपके रूटीन में पॉजिटिव एडजस्टमेंट करने आपको दवा देने या दोनों की सलाह दे सकते हैं. यहां हम कुछ सामान्य जोखिम कारकों के बारे में बता रहे हैं जो हार्ट अटैक के लिए का खतरा बन सकते हैं.
कारक जो हार्ट अटैक के जोखिम को बढ़ाते हैं | Factors That Increase The Risk Of Heart Attack
1) कोलेस्ट्रॉल
अनकंट्रोल वेरिएबल कोलेस्ट्रॉल लेवल को बदल सकते हैं, हालांकि ऐसे उपाय हैं जिन्हें आप यह अपने कोलेस्ट्रॉल लेवल को हेल्दी रखने के लिए कर सकते हैं. अगर जरूरी हो तो अपने कोलेस्ट्रॉल को कम करने के तरीके के बारे में अपने डॉक्टर से पूछें. डायटरी फाइबर की खपत को बढ़ाएं, पौष्टिक, लो फैट वाले फूड्स का सेवन करें और नियमित व्यायाम करें. ये सभी आपके कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकते हैं.
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2) डायबिटीज
डायबिटीज आपके दिल को नुकसान पहुंचा सकता है. खासकर अगर यह कंट्रोल में न हो. बेहतर नियंत्रण के लिए आपका ब्लड शुगर लेवल डॉक्टर के ट्रीटमेंट प्लान को फॉलो करें और हेल्दी लाइफस्टाइल को बनाए रखें.
3) हाई ब्लड प्रेशर
हृदय रोग के लिए एक बहुत प्रचलित जोखिम कारक हाई ब्लड प्रेशर है. जब आपका ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है तो आपके दिल को अधिक मेहनत करनी पड़ती है. हार्ट मसल्स के सख्त होने से दिल का दौरा पड़ सकता है. अपने डॉक्टर से बात करें कि अपने ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए आप क्या कर सकते हैं. उचित व्यायाम, कम नमक और लो फैट वाली डाइट, मध्यम शराब की खपत, हेल्दी वेट और स्ट्रेस मैनेजमेंट से आपका ब्लड प्रेशर कम हो सकता है.
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4) मोटापा
बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक पड़ने का जोखिम सभी एक्स्ट्रा बॉडी फैट से जुड़े हुए हैं. हेल्दी वेट तक पहुंचने और उस पर बने रहने के लिए एक बैलेंस डाइट को फॉलो करना चाहिए और एक्टिविटीज में शामिल होना चाहिए. अगर आपको वजन कम करने में समस्या हो रही है तो वजन कम करने के उपाय खोजने के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करें.
5) धूम्रपान
हार्ट अटैक से होने वाली हर पांच मौतों में से एक के लिए धूम्रपान जिम्मेदार है. अगर आप सिगरेट पीते हैं तो आपको हार्ट अटैक पड़ने की संभावना दो से चार गुना बढ़ सकती है. धूम्रपान आपके हृदय तक पहुंचने वाली ऑक्सीजन की मात्रा को कम करता है, ब्लड प्रेश बढ़ाता है, ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचाता है और ब्लड के थक्कों के जोखिम को बढ़ाता है, इसलिए धूम्रपान करने वालों के लिए जोखिम अधिक होता है. अगर आप वर्तमान में धूम्रपान करते हैं तो अभी भी समय है कि आप इसे छोड़ दें और हार्ट डिजीज के विकास की संभावना को कम करें.
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6) अपर्याप्त व्यायाम
इनएक्टिव लाइफस्टाइल के कारण कोरोनरी हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है. डेली मध्यम से जोरदार व्यायाम हृदय रोग के विकास की संभावना को कम कर सकते हैं. मोटापा, डायबिटीज और ब्लड कोलेस्ट्रॉल सभी को फिजिकल एक्टिविटी से मैनेज किया जा सकता है. कुछ लोगों के लिए यह ब्लड प्रेशर को कम करने में भी मदद कर सकता है. वयस्कों को हर हफ्ते 75 मिनट की जोरदार एक्टिविटी (जैसे जॉगिंग) या कम से कम 150 मिनट की मध्यम गतिविधि (जैसे तेज चलना) या दोनों का लक्ष्य रखना चाहिए.
7) स्ट्रेस
तनाव भी हार्ट अटैक का जोखिम कारक है. तनाव कम करने की कई रणनीतियों को अपनाएं. योग करें, ब्रीदिंग एक्सरसाइज करना और बेहतर टाइम मैनेजमेंट बनाना तनाव कम करने की कुछ स्ट्रेटजी हैं.
8) अगर आप पुरुष हैं
हृदय रोग पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है, फिर भी महिलाओं की तुलना में पुरुषों को दिल का दौरा पड़ने की संभावना अधिक होती है. पुरुषों की तुलना में महिलाओं की उम्र बढ़ने के साथ दिल का दौरा पड़ने की संभावना अधिक होती है.
9) बुढ़ापा
हार्ट अटैक पड़ने का जोखिम उम्र के साथ बढ़ता जाता है. हालांकि दिल का दौरा किसी भी उम्र में हो सकता है पुरुषों में 45 साल की उम्र के बाद और महिलाओं में रजोनिवृत्ति के बाद या 50 साल की उम्र के बाद जोखिम काफी बढ़ जाता है.
हार्ट अटैक पड़ने के अपने जोखिम को समझने के लिए इन कारकों को ध्यान में रखें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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