भारत में कोविड 19 का न्यू सब वैरिएंट जेएन.1( Covid 19 New Sub Variant JN.1) का पहला मामला 8 दिसंबर को सामने आया था. केरल में 79 वर्षीय महिला के इससे संक्रमित होने के बाद राज्य और पड़ोसी राज्यों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. 18 दिसंबर को केंद्र सरकार ने राज्यों के लिए कोरोना की स्थिति पर निगरानी रखने और अलर्ट रहने से संबंधित सलाह जारी करते हुए कहा कि आरटी-पीसीआर समेत पर्याप्त टेस्ट सुनिश्चित किए जाएं और पॉजिटिव नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए INSACOG प्रयोगशालाओं में भेजे जाएं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोविड-19 के नए सब-वेरिएंट जेएन.1 'वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' के रूप में क्लासिफाइड करते हुए कहा है कि इससे सार्वजनिक स्वास्थ्य को ज्यादा खतरा नहीं है. आइए डॉक्टर चारु दत्त अरोड़ा से जानते हैं कि यह नया वैरिएंट कितना खतरनाक है और हमें क्या क्या सावधानी रखनी जरूरी है…
क्या है कोविड 19 का नया वेरिएंट जेएन.1
कोविड 19 का नया वेरिएंट जेएन.1 सब वैरिएंट बी ए (BA.2.86) का म्यूटेटेड रूप है और स्पाइक प्रोटीन आल्ट1रेशन के कारण यह अधिक संक्रामक और इम्यून सिस्टम को चकमा देने वाला बन गया है. इसके बदलावों ने इसे ह्यूमन बॉडी में अधिक चिपकने वाला बना दिया है.
जेएन.1 वेरिएंट से संक्रमित होने पर दिखने वाले लक्षण
जेएन.1 वेरिएंट के लक्षण काफी हद तक मूल कोविड 19 के समान हैं, जिसमें बुखार, खांसी, सांस लेने में कठिनाई,थकान, शरीर में दर्द शामिल हैं. लेकिन इसके साथ गैस्ट्रो इंटेस्टाइनल समस्याएं यानी पेट से जुड़े लक्षण सामने आ रहे हैं. इसमें डायरिया, वॉमिटिंग और पेट दर्द की समस्या सामने आ रही है. किसी को इन्फ्लूएंजा है और सांस लेने में परेशानी हो रही हो, यात्रा की हिस्ट्री हो, इन्फ्लूएंजा ठीक नहीं हो रहा है तो जरूर टेस्ट करना चाहिए.
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कितना घातक है सब वैरिएंट जेएन.1
सब वेरिएंट जेएन.1 के संक्रमण से GI के लक्षण सामने आते हैं लेकिन अगर खुद को हाइड्रेट रखते हैं, बॉडी में नमक और चीनी का बैलेंस बनाए रखते हैं तो घबराने की जरूरत नहीं हैं. अभी तक आए डेटा से इसे खतरनाक नहीं बताया गया है लेकिन सावधानी रखना जरूरी है और कोविड के लिए बताए गए सुरक्षात्मक उपायों को अपनाना चाहिए.
बचाव के तरीके
इस समय छुट्टी और सेलिब्रेशन का समय है ऐसे में बुजुर्गों, बच्चों और प्रेग्नेंट महिलाओं को सावधानी बरतने की जरूरत है. सबसे जरूरी है वैक्सीनेशन है. इसके साथ कोविड से बचने के लिए मास्क पहनना, पार्टी से बचना और हाथ धोना याद रखना जरूरी है. संक्रमण से बचने के लिए इम्यूनिटी को स्ट्रांग रखना, अच्छी डाइट लें, पानी के इनटेक का ध्यान रखें और स्लीप साइकिल मेंनटेन रखें तो खतरे की बात नहीं है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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