
Safe Diwali Celebrations Tips : हिंदू धर्म के सबसे बड़े त्योहार में से एक दीवाली का पूरे साल भर इंतजार रहता है. मिट्टी के दीये और बिजली वाले झालरों की रोशनी से जगमग और हल्की ठंडक वाली रात में लोग पूजा-पाठ करते हैं, एक-दूसरे से मिलते हैं और खुशियां मनाते हैं. इसके साथ ही बड़ी संख्या में लोग दिवाली पर आतिशबाजी भी करते हैं. हालांकि, लंबे समय से लोगों को फुलझड़ी या पटाखे जलाते वक्त सावधान रहने के लिए कहा जा रहा है, लेकिन फिर भी कई लोग इस दौरान घायल हो जाते हैं.
आतिशबाजी के दौरान आंखों को क्या है खतरा? What is the danger to eyes during fireworks
दीवाली एक शानदार और मजेदार त्योहार है, लेकिन अगर सुरक्षित तरीके से आतिशबाजी न की जाए तो आंखों को चोट लग सकती है. फुलझड़ी और पटाखों में बारूद के साथ ही एल्युमीनियम, तांबा जैसे भारी धातु के टुकड़े, चारकोल और सल्फर भी होते हैं. आतिशबाजी के दौरान लापरवाही से करने पर पटाखों में मौजूद पोटैशियम नाइट्रेट जैसे केमिकल आंखों में जलन पैदा करते हैं. कभी-कभी तो इससे ज्यादा नुकसान भी पहुंचा सकते हैं.
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दिवाली पर आंखों को चोट से कैसे बचाएं? How to protect your eyes from eye injuries during Diwali?
सुरक्षित दिवाली मनाने और अपनी और अपने आसपास के लोगों की आंखों को चोट से बचाने के लिए घर के बड़े-बुजुर्ग ही नहीं, बल्कि एक्सपर्ट डॉक्टर भी कई सुझाव देते हैं. उनका कहना है कि आंखों की चोट से बचने के लिए पटाखों से सुरक्षित दूरी बनाए रखें, चश्मे पहनें और खासकर लोकल बाजारों या घर में बने फुलझड़ी और पटाखों से बचें.
पर्यावरण के अनुकूल यानी ग्रीन पटाखे जलाना या आतिशबाजी करना भी नुकसान को कम करने का एक तरीका हो सकता है. इसके अलावा, धमाके या आतिशबाजी के दौरान किसी भी खतरे की आशंका को कम करने के लिए एक फर्स्ट एड किट भी साथ रखना चाहिए.
अगर आंखों में दिक्कत हो जाए तो क्या करें? What to do if you have eye problems
तमाम जागरूकता और सावधानी के बावजूद हर साल दिवाली पर आंखों में चोट लगने के सैकड़ों मामले सामने आते हैं. अगर आपके या आपके आसपास किसी के साथ ऐसा हो तो घबराने की जगह सावधानी से काम लें. आतिशबाजी रोक दें और जख्मी लोग को शांत माहौल में ले आएं. अगर केमिकल या कोई कचरा आंखों में दिखे तो उसे कम से कम 15 मिनट तक ठंडे पानी से धीरे-धीरे से धोएं. मामूली दिक्कत होने पर आंखों में थोड़ा गुलाब जल डालें. अगर इससे राहत न मिले और तकलीफ गंभीर लगे तो तुरंत आंखों के डॉक्टर के पास जाएं.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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