All You Need To Know About Cancer: कैंसर क्या है, कैंसर क्यों होता है, कैंसर के प्रकार क्या हैं, को पर्टिकुलर कैंसर का टाइप किसी इंसान को क्यों हो सकता है, कैंसर के रिस्क किसको सबसे ज्यादा हैं, एक कैंसर होने के बाद दोबारा कौन से कैंसर होने का खतरा है. क्या कैंसर को हमेशा के लिए टाला जा सकता है. कैंसर से जुड़े इस तरह के बहुत से सवाल जब हमें मिलते रहे तो हमने उनका जवाब देने को पूरी कोशिश की. लेकिन फिर भी कुछ ऐसे सवाल हैं जो बार-बार मिल रहे हैं और हमें लग रहा है कि पर्टिकुलर उन सवालों को लेकर अभी तक लोगों में जागरूकता नहीं आई है, तो ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब जानने के लिए हमने डॉक्टर शुभम गर्ग से जो फोर्टीज इंटरनेशनल ऑन्कोलॉजी सेंटर नोएडा में सीनियर कंसल्टेंट और सर्जिकल ऑन्कोलॉजी हैं.
कैंसर से जुड़े सवालों के जवाब | Answers To Questions Related To Cancer
1. क्या कैंसर वापस आता ही आता है?
डॉक्टर का कहना है कि, कैंसर वापिस आने की संभावना आपके कैंसर पर ही निर्भर करती है. उसको कौन सी स्टेज में पहली बार पकड़ा गया था और उसका क्या इलाज हुआ था. जितनी देर से कैंसर का पता लगाया जाता है या जितना इंकंप्लीट इलाज किया जाता है उतने ज्यादा चांसेज होते हैं उसके वापिस आने के. जिन लोगों को तीसरी या चौथी स्टेज में कैंसर का पता चलता है उनका कैंसर वापिस आने की संभावना ज्यादा होती है उनके मुकाबले जिनको कैंसर का पता पहली या दूसरी में चल जाता है. हालांकि पहली स्टेज में कैंसर का पता लगने पर भी कैंसर के वापिस आने की संभावना 2 से 3 प्रतिशत तक होती है. आप ये चांसेज तभी घटा सकते हैं जब आप कैंसर का अच्छे से इलाज करवाते हैं.
2. सेम कैंसर के दोबारा होने के चांसिज कितने हैं?
आमतौर पर जो कैंसर दोबारा होता है वह सेम ही होता है. कैंसर का वापिस आना उसकी स्टेज पर निर्भर करता है. जितना खराब तरह का कैंसर होता है उसके उतने ही चांसेज होते हैं वापिस आने के. जरूरी नहीं है कि सारे कैंसर वापिस हो लेकिन जो हमारे पेट के, फेफड़ों के कैंसर होते हैं इनके चांसेज वापिस होने के ज्यादा होते हैं.
3. एक कैंसर ठीक होने के बाद किसी दूसरी तरह का कैंसर हो सकता है क्या?
इस पर डॉक्टर कहते हैं कि, कैंसर होना किसी दूसरे कैंसर से संबंधित नहीं है. अगर आपको मुंह का कैंसर है, तो आपको फेफड़ों या स्तन कैंसर हो सकता है. जिन लोगों को तंबाकू का सेवन करने या धूम्रपान करने से मुंह या नाक का कैंसर होता है, उन्हीं लोगों को फेफड़ों के कैंसर, खाने की नलकी के कैंसर होने के ज्यादा चांसेज होते हैं. तो इससे फर्क नहीं पड़ता कि आपको पहले क्या कैंसर हुआ था, लेकिन इस वजह से फर्क पड़ता है कि आपको किस वजह से कैंसर हुआ था.
अगर कोई कैंसर ऐसा है जिसकी वजह से मल्टीपल कैंसर हो सकते हैं तो संभावना है कि आपको थोड़े समय बाद दूसरा कैंसर भी हो सकात है. डॉक्टर ये भी कहते हैं कि हर कैंसर की वजह नहीं होती है. माना अगर किसी महिला को स्तन कैंसर होता है उसके बाद आंख में कैंसर हो तो ये दोनों आपस में लिंक नहीं है. हां अगर स्तन कैंसर के बाद बच्चेदानी का कैंसर होता है तो इन दोनों का आपस में लिंक है.
4. क्या किसी तरह के कैंसर का इलाज भी दूसरे कैंसर की वजह बन सकता है?
डॉक्टर का कहना है कि कभी-कभी किसी कैंसर का इलाज दूसरे कैंसर की वजह भी बन जाता है. इसमें जो ज्यादातर वजहें मिलती हैं वजह आमतौर पर रेडिएशन से संबंधित होती हैं. क्योंकि कैंसर के इलाज में बार-बार रिडिएशन की हाई डोज मिलने से अपने आप में कैंसर की वजह बन जाता है, लेकिन सर्जरी और कीमोथैरेपि कई हद तक सेफ हैं उनसे दोबारा कैंसर होने की संभावना नहीं है.
5. दोबारा कैंसर न हो इसके लिए हम क्या कर सकते हैं. अगर दोबारा कैंसर हो जाए तो क्या करें?
कैंसर दोबारा न हो इसका एक ही तरीका है कि हम कैंसर का सही समय पर, सही जगह से इलाज करें. आप जितना जल्दी कैंसर का पता लगा लेते हैं आपका इलाज उतना अच्छा होता है. पहली स्टेज में इलाज 95 प्रतिशत तक सफल होता है. यानि कि कैंसर वापिस आने के चांसेज लगभग 3 से 5 प्रतिशत तक होते हैं. यही संभावना तीसरी और चौथी स्टेज में कैंसर के सफल होने के चांस 30 से 40 प्रतिशत और कैंसर के वापिस आने की संभावना 50 से 60 प्रतिशत तक हो जाती है.
6. एक ही तरह का कैंसर किसी इंसान को कितनी बार हो सकता है?
एक ही तरह का कैंसर इंसान को कई बार हो सकता है अगर पहली बार में ही सही इलाज नहीं होता है. अगर आपको मुंह का कैंसर है और उसको निकालने का तरीका गलत है या उसको निकालने की बजाय उसपे सिकाई दी जाय तो वही कैंसर थोड़े समय बाद दोबारा हो सकता है. क्योंकि उसके जो छोटे जीवाणु होते हैं वह रह सकते हैं. इस वजह से ये दोबारा हो सकता है और अगर उसका सही तरीके से इलाज नहीं किया जाता है तो ये तीसरी बार भी हो सकता है. इसलिए इसका कोई अंत नहीं है कि ये कैंसर कितनी बार होगा.
7. जिसे बचपन में कैंसर हुआ हो वह आगे अपनी जिंदगी को कैसे देख सकता है?
बचपन की एक बहुत अच्छी बात है कि आपकी हीलिंग रेट बहुत अच्छी होती है. बचपन में कैंसर का अगरसही तरीके से इलाज किया जाए तो वह इतने अच्छे तरीके से ट्रीट किए जा सकते हैं कि उसको वापिस आने के चांसेज बहुत कम होते हैं. तो ऐसा नहीं है कि अगर आपको बचपन में कोई कैंसर हुआ तो आप नॉर्मल नहीं जी सकते हैं. आप बिल्कुल एक नॉर्मल लाइफ जी सकते हैं. हां अगर कैंसर के इलाज में आपके शरीर का कोई हिस्सा खराब हो गया है तो तब आपका जीवन थोड़ा मुश्किल हो सकता है.
8. क्या यह बात सही है कि एक बार कैंसर होने के बाद कैंसर से मुक्ति नहीं मिलती?
कैंसर से मुक्ति एक ऐसा सवाल है जिसका जवाब कई लोग ढूंढ रहे हैं, तो इसका एक सिंपल सा जवाब है कि कैंसर से मुक्ति मानसिक होती है. कैंसर से जीत सबसे पहले आपके मन में होनी चाहिए. कैंसर को हराना आपके साथ-साथ आपके परिवार और डॉक्टर की जिम्मेदारी है. तो कैंसर से मुक्ति तभी संभव है जब उसका सही से इलाज किया जाता है.
(डॉक्टर शुभम गर्ग, सीनियर कंसल्टेंट और सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, फोर्टीज इंटरनेशनल ऑन्कोलॉजी सेंटर नोएडा)
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