HPV Vaccine In Pregnancy: भारत में ब्रेस्ट कैंसर के बाद सर्वाइकल कैंसर महिलाओं के बीच सबसे आम कैंसर है. एचपीवी इंफॉर्मेशन सेंटर के 2023 के एक फैक्ट शीट के मुताबिक, भारत में 15 साल या उससे ज्यादा उम्र की करीब 51 करोड़ महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर का खतरा है. एचपीवी टीकाकरण के जरिए महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ सुरक्षा प्रदान की जा सकती है. हेल्थ एक्सपर्ट्स 9 से 15 साल की उम्र को सबसे उपयुक्त मानते हैं. हालांकि, 45 साल की उम्र तक महिलाएं टीकाकरण करवा सकती है.
क्या प्रेगनेंसी में एचपीवी वैक्सीन ले सकते हैं? (Can HPV Vaccine Be Taken During Pregnancy?)
फोर्टिस हॉस्पिटल की गाइनोक्लोजिस्ट डॉ नुपुर गुप्ता के मुताबिक, गर्भवती महिलाओं को एचपीवी वैक्सीन नहीं लेनी चाहिए. जिन महिलाओं ने पहले से टीकाकरण नहीं करवाया है उन्हें डिलीवरी के बाद ही वैक्सीन लेनी चाहिए. डॉ नुपुर गुप्ता ने बताया कि डिलीवरी के बाद का टाइम एचपीवी वैक्सीन के लिए बेस्ट होता है क्योंकि इस वक्त महिला अगले बच्चे की प्लानिंग नहीं कर रही होती है. इस वजह से जरूरी अंतराल के साथ वैक्सीन के तीनों डोज को आसानी से पूरा किया जा सकता है.
वैक्सीन की एक डोज के बाद प्रेग्नेंट होने पर क्या करें?
एचपीवी वैक्सीन के एक डोज के बाद प्रेग्नेंट होने वाली महिलाओं के टीकाकरण के सवाल पर डॉ नुपूर गुप्ता कहती हैं कि डिलीवरी के बाद ही वैक्सीन की अगली डोज लेना सुरक्षित होता है. उन्होंने बताया कि पहला डोज लेने के कुछ दिन बाद ही अगर कोई महिला प्रेग्नेंट हो जाती है तो घबराने की कोई बात नहीं है. इस स्थिति में भी सुरक्षित रूप से आप प्रेगनेंसी जारी रख सकती हैं. बच्चे या मां पर कोई खतरा नहीं रहता है लेकिन, डिलीवरी के बाद ही अगली डोज लेनी चाहिए.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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