
Stroke Symptoms Before Attack: जब भी स्ट्रोक (लकवा) की बात होती है, ज्यादातर लोग कोलेस्ट्रॉल को ही इसका मुख्य कारण मानते हैं. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि एक और ब्लड मार्कर है जो स्ट्रोक के खतरे की भविष्यवाणी कर सकता है और वो है होमोसिस्टीन (Homocysteine). यह नाम शायद आपने कम सुना हो, लेकिन इसका असर शरीर पर बहुत गहरा होता है. यह एक ऐसा अमीनो एसिड है जो शरीर में प्रोटीन के टूटने पर बनता है. अगर इसका लेवल ज्यादा हो जाए, तो यह धीरे-धीरे ब्लड वेसल्स (ब्लड वेसल्स) को नुकसान पहुंचाता है, जिससे खून के थक्के बनने लगते हैं और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है.
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कोलेस्ट्रॉल सामान्य है, फिर भी खतरा क्यों?
यह सबसे चौंकाने वाली बात है आपका कोलेस्ट्रॉल भले ही सामान्य हो, लेकिन अगर होमोसिस्टीन लेवल बढ़ा हुआ है, तो स्ट्रोक का खतरा बना रहता है. यानी सिर्फ कोलेस्ट्रॉल की रिपोर्ट देखकर निश्चिंत हो जाना सही नहीं है.
होमोसिस्टीन लेवल का मतलब क्या होता है?
- 15 µmol/L से ज्यादा = स्ट्रोक का उच्च खतरा
- 10–15 µmol/L = सीमित खतरा, ध्यान देने की जरूरत
- 10 µmol/L से कम = सबसे अच्छा लेवल, सुरक्षित स्थिति
यह टेस्ट किसी भी लैब में ब्लड सैंपल से किया जा सकता है, लेकिन आमतौर पर डॉक्टर इसे रूटीन चेकअप में नहीं लिखते. इसलिए अगर आपके परिवार में स्ट्रोक या हार्ट डिजीज का इतिहास है, तो यह टेस्ट जरूर करवाएं.
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क्या होमोसिस्टीन को कंट्रोल किया जा सकता है?
कोलेस्ट्रॉल की तरह होमोसिस्टीन भी डाइट और लाइफस्टाइल से कंट्रोल किया जा सकता है. इसके लिए आपको कुछ आसान बदलाव करने होंगे:
- हरी सब्जियां और दालें खाएं इनमें फोलेट और विटामिन B6, B12 भरपूर मात्रा में होते हैं जो होमोसिस्टीन को कम करने में मदद करते हैं.
- अंडे और मछली शामिल करें ये प्रोटीन और जरूरी विटामिन्स से भरपूर होते हैं जो शरीर में बैलेंस बनाए रखते हैं.
- एक्टिव रहें. रोजाना हल्की एक्सरसाइज या वॉक करने से शरीर का मेटाबॉलिज्म अच्छा रहता है और ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है.
- धूम्रपान से बचें स्मोकिंग होमोसिस्टीन को बढ़ाता है और ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचाता है.
- सप्लीमेंट्स लें, जिनमें फोलेट, विटामिन B6 और B12 के सप्लीमेंट्स से भी इसका लेवल कम किया जा सकता है.
क्यों जरूरी है होमोसिस्टीन की जांच?
यह जांच कोलेस्ट्रॉल जितनी आम नहीं है, लेकिन यह दिमाग और दिल के स्वास्थ्य का भविष्य बताने में ज्यादा असरदार हो सकती है. यह उन लोगों के लिए खासतौर पर जरूरी है जिनके परिवार में स्ट्रोक, हार्ट अटैक या हाई ब्लड प्रेशर का इतिहास है. यह टेस्ट समय रहते स्ट्रोक के खतरे को पहचानने में मदद कर सकता है.
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स्ट्रोक एक गंभीर स्थिति है, लेकिन अगर हम समय रहते शरीर के संकेतकों को समझ लें, तो इससे बचा जा सकता है. होमोसिस्टीन एक ऐसा ब्लड मार्कर है जो हमें आने वाले खतरे की चेतावनी दे सकता है, वो भी तब जब बाकी रिपोर्ट्स सामान्य दिख रही हों.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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