Parenting Tips: बेटी से भूलकर भी न कहें ये 5 बातें, खुद की नजरों में गिर जाएगी लाड़ली, जिदगीभर के लिए हो जाएगी अकेली

How to Be a Good Parent for Your Daughter: कुछ ऐसी बातें होती है जो माता-पिता के तौर पर अपनी बेटियों से भूलकर भी नहीं कहनी चाहिए. अगर आप भी इन पांच में से कोई भी बात अपनी बेटी को कहते हैं तो आज ही यह आदत बदलें क्योंकि आपकी ये बातें बेटी के व्यक्तित्व पर बुरा असर डाल सकती है.

Parenting Tips: बेटी से भूलकर भी न कहें ये 5 बातें, खुद की नजरों में गिर जाएगी लाड़ली, जिदगीभर के लिए हो जाएगी अकेली

Things You Should Never Say to Your Kids: माता-पिता को बेटियों से कभी नहीं कहानी चाहिए यह बातें

Things you should never say to your daughter: हर माता-पिता अपने बच्चों को अच्छी परवरिश  (Bachho ko Achchi Pravarish kaise dein) देना चाहते हैं. बच्चों के साथ पैरेंट्स के बर्ताव का उनके व्यक्तित्व पर गहरा असर पड़ता है. पैरेंटिंग (Good Parenting) बहुत बड़ी जिम्मेदारी है क्योंकि इसके जरिए आप अपने बच्चे के पूरे व्यक्तित्व का निर्माण करते हैं. इसीलिए इस जिम्मेदारी को निभाते वक्त कई बार आपको अपना व्यवहार भी टटोलना पड़ सकता है. खासतौर पर जब आप अपनी प्यारी बिटिया की परवरिश (Beti ko Kaise Paale) कर रहें हो. हमारी सामाजिक संरचनाओं के कारण आमतौर पर लड़कियां स्वाभाव (Beti ko sansakar dein) से कोमल होती हैं. माता-पिता को तौर पर आपको अपनी बेटियों को जीवन के कठोर संघर्षों के लिए तैयार करना चाहिए. लेकिन कहीं ऐसा तो नहीं है कि बेटी (Daughter Parention Tips) के साथ आपका खुद का बर्ताव ही उसे कमजोर बना रहा है.

How to Be a Good Parent for Your Teenage Daughter: कुछ ऐसी बातें होती है जो माता-पिता के तौर पर अपनी बेटियों से भूलकर (Beti Ki Parvarish Kaise Kare) भी नहीं कहनी चाहिए. अगर आप भी इन पांच में से कोई भी बात अपनी बेटी को कहते हैं तो आज ही यह आदत बदलें क्योंकि आपकी ये बातें बेटी के व्यक्तित्व पर बुरा असर डाल सकती है . ये बातें बेटी के जहन पर असर कर सकती हैं और वह जीवन भर कम आत्मिवश्वास के साथ अकेलापन महसूस कर सकती है. भी पढ़ें : पिता को कभी नहीं करनी चाहिए बेटी से ये 4 बातें, बेटी भटक जाएगी रास्‍ता | Parenting Tips For Father

माता-पिता को बेटियों से कभी नहीं कहानी चाहिए यह बातें | How to Be a Good Parent for Your Daughter

तुमलड़की हो इसीलिए तुम्हें घर का काम आना चाहिए :

अपनी बेटी से ये कभी न बोलें कि वह लड़की है इस वजह से उसे घर का काम आना चाहिए. बेटियों को किचन तक सीमित रखना या इस बात का एहसास दिलाना की घर के काम की जिम्मेदारी सिर्फ उनकी है, सही नहीं है. ऐसे में आगे जाकर आपकी बेटी गलत फैसला ले सकती है. ऐसे में आगे जाकर शादी के बाद घर की जिम्मेदारियों और काम में संतुलन बनाने में दिक्कत होने पर, वो अपने पार्टनर या परिवार से मदद लेने के बजाए हो सकता है कि अपनी जॉब ही छोड़ दे. क्योंकि आपने उसके मन में ये बात डाल दी है कि लड़की होने का मतलब घर का काम करना है.

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लड़कियों की तरह बर्ताव करो : 

अपनी बड़ी होती हुई बेटी से यह कहना कि, 'लड़कियों की तरह बर्ताव करो', उसके मन पर गहरा प्रभाव डाल सकता है. ऐसा संभव है कि छोटी उम्र के चलते वह आपके जेंडर स्टीरियोटाइप को न समझ पाए और आपके टोके जाने के कारण अपने हर एक्शन को लेकर अत्यधिक सजग हो जाए. ऐसे में बेटी के मन में हीन भावना जन्म ले सकती है. इसके अलावा आपकी इन बातों से उसमें डिशीजन लेने की क्षमता भी डेवलप नहीं हो पाएगी क्योंकि, कोई चीज सही है या गलत इस बात को आंकने के लिए वो आपकी सहमति पर निर्भर हो जाएगी.

बच्चों की तरह बर्ताव करना बंद करो : 

बच्चे कई बार बड़े होने के बाद भी माता-पिता का प्यार या अटेंशन पाने के लिए बच्चों की तरह बर्ताव करने लगते हैं. ऐसे मौके पर उन्हें डांटने की जगह प्यार से बात करें और इसे अपनी बेटी से जुड़ने के मौके की तरह देखें. ऐसा करने से बेटी के साथ आपका रिश्ता और गहरा होगा.

इतना संवेदनशील होने की जरुरत नहीं है : 

लड़कियों का संवेदनशील होना आम बात है ऐसे में मां-बाप उसे इमोशनली मजबूत बनाने के लिए अक्सर कह देते हैं कि इतना संवेदनशील होने की जरूरत नहीं है. ऐसा कहने से वो अपने इमोशन्स दबाना शुरू कर देगी जिससे आपकी बेटी के मन पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है. अगर आपकी बेटी ज्यादा इमोशनल है तो उसकी भावनाओं को सीधे तौर पर खारिज करने के बजाए समझने की कोशिश करें और इनसे बाहर निकलने में उसकी मदद करें. इसे भी पढ़ें : 5 दिन खाएं ये 5 चीजें, खून से निकल जाएगा गंदा Cholesterol, महज दो हफ्तों में दिखेगा असर

मुझे दुख है कि तुम मेरी बेटी हो : 

बच्चों में आपके इतनी समझ नहीं होती है इसीलिए वह कई गलतियां भी करते हैं. जब बेटी से गलती हो जाए तो उसे डांटने का आपका पूरा अधिकार है लेकिन, ये गलती से भी न कहें कि आपको इसका दुख है कि वह आपकी बेटी है. आपके इन कड़े शब्दों के कारण अगली बार कोई गलती होने पर वो आपसे शेयर नहीं कर पाएगी. बेटी से गलती होने पर उसे समझाना और आपकी जिम्मेदारी है और खुद में सुधार लाने के लिए उसे आपके साथ और सपोर्ट की जरूरत होगी. इसीलिए ऐसी बातें बोलकर खुद को बेटी से दूर करने की गलती न करें.



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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)