How To Identify Real Spices: मसालों के बिना हमारा खाना अधूरा होता है. सुबह का नाश्ता हो या रात का खाना, हल्दी और लाल मिर्च जैसे मसाले हर डिश का अहम हिस्सा हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं, यही मसाले अब आपकी सेहत के लिए ज़हर बनते जा रहे हैं? हाल ही में आई एक फूड सेफ्टी रिपोर्ट के मुताबिक, देश में बिकने वाले कई मसालों में चॉक पाउडर, ब्रिक पाउडर (ईंट का चूरा) और इंडस्ट्रियल डाई जैसे हानिकारक तत्व पाए जा रहे हैं. ये मिलावटें गट हेल्थ, लिवर और इम्यून सिस्टम पर गंभीर असर डालती हैं.
हल्दी में छिपा जहर | “मेटाल येलो”
हल्दी को भारतीय घरों में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-कैंसर और इम्युनिटी बूस्टर के रूप में जाना जाता है.लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि मार्केट में बिकने वाली कई हल्दी पाउडर में ‘मेटाल येलो' नाम का इंडस्ट्रियल कलर मिलाया जाता है जो कि एक कार्सिनोजेनिक केमिकल (कैंसर पैदा करने वाला तत्व) है. इसके अलावा हल्दी में चॉक पाउडर भी मिलाया जाता है, ताकि उसका वजन और क्वांटिटी बढ़ाई जा सके. लोग जब सोचते हैं कि “हल्दी वाला दूध पीकर सेहत सुधार रहे हैं”, असल में वे शरीर में धीरे-धीरे केमिकल्स जमा कर रहे होते हैं.
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घर पर ऐसे पहचानें मिलावट वाली हल्दी
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि आप घर पर ही आसानी से यह टेस्ट कर सकते हैं. एक ट्रांसपेरेंट ग्लास लें. उसमें थोड़ा पानी भरें और हल्दी पाउडर का एक चुटकी डालें. अगर पानी का रंग तुरंत गहरा पीला या लाल-नारंगी हो जाए, तो समझिए कि उसमें सिंथेटिक कलर या चॉक पाउडर मिला है. शुद्ध हल्दी धीरे-धीरे नीचे बैठती है और पानी का रंग हल्का पीला रहता है.
लाल मिर्च में भी है मिलावट का खेल
केवल हल्दी ही नहीं, लाल मिर्च पाउडर में भी मिलावट की समस्या गंभीर है. डॉ. भाटी के मुताबिक़, लाल मिर्च में ईंट का चूरा (ब्रिक पाउडर), सिंथेटिक डाई, और सॉल्ट (नमक) मिलाया जाता है, ताकि उसका रंग और थिकनेस बढ़े और प्रोडक्शन कॉस्ट कम हो.
घर पर ऐसे चेक करें लाल मिर्च पाउडर
एक ग्लास पानी में थोड़ी लाल मिर्च पाउडर डालें. अगर पानी का रंग तुरंत चमकदार लाल हो जाए और नीचे कुछ बच जाए, तो समझिए उसमें सिंथेटिक कलर या ब्रिक पाउडर मिलाया गया है. नेचुरल लाल मिर्च का रंग पानी में हल्का-हल्का फैलता है और नीचे बैठ जाता है.
क्यों है यह इतना खतरनाक?
मिलावटी मसालों में मौजूद केमिकल्स और पाउडर शरीर के लिए धीरे-धीरे जहर का काम करते हैं. चॉक पाउडर से गैस, अपच और पेट दर्द की समस्या बढ़ती है. इंडस्ट्रियल कलर (मेटाल येलो) लिवर डैमेज और कैंसर का कारण बन सकता है. ब्रिक पाउडर या डाई से किडनी और गट फंक्शनिंग पर असर पड़ता है. मसालों में मिलावट, हल्दी में मिलावट कैसे पहचानें, लाल मिर्च नकली पहचान, खाद्य सुरक्षा, मिलावटी हल्दी टेस्ट, चॉक पाउडर मसाले में, ब्रिक पाउडर मिर्च.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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