ऐश्वर्या राय हाल ही में अपनी बेटी के साथ आराध्या के साथ मुंबई एयरपोर्ट पर नजर आई, जहां उन्होंने शोल्डर स्लिंग पहना हुआ था. बता दें कि ऐश्वर्या राय अपनी बेटी के साथ कान्स फिल्म फेस्चिवल के लिए रवाना हुई हैं और एक बार फिर से वो वहां अपने जलवे बिखेरेंगी. एयरपोर्ट पर पैपराजी ने उन्हें स्पॉट किया, लेकिन उनके हाथ में लगी चोट को देखकर फैंस की चिंता बढ़ गई. हर कोई जानना चाहता है कि उनके हाथ में क्या हुआ है. ऐश्वर्या राय ने शोल्डर स्लिंग पहना हुआ है, क्योंकि उनके हाथ पर प्लास्टर लगा हुआ. आइए जानते हैं फर्स्ट एड में स्लिंग क्या है और इसे कैसे बनाएं.
स्लिंग
जब भी हाथ, पैर या शरीर के किसी भी हिस्से की हड्डी टूटती है तो उसको जोड़ने के साथ प्लास्टर किया जाता है और उसको हिलने-डुलने से बचाकर स्थिर रखने के लिए स्लिंग का इस्तेमाल किया जाता है. जिससे की हड्डी जल्दी जुड़ सके. यह विशेष रूप से हड्डी टूटने, मोच आने, या अन्य गंभीर चोटों के मामलों में अत्यंत उपयोगी होता है. स्लिंग की मदद से प्रभावित अंग को आराम मिलता है और ठीक होने का प्रोसेस तेज हो जाता है.
स्लिंग के प्रकार ( Types of Sling)
1.त्रिकोणीय पट्टी (Triangular Bandage Sling): यह सबसे नॉर्मल तरह का स्लिंग है, जिसे कपड़े के एक बड़े तिकोने टुकड़े से बनाया जाता है.
2. आर्म स्लिंग (Arm Sling): यह हाथ या कलाई की चोटों के लिए उपयोगी होता है और इसे सामान्यत: रेडीमेड खरीदा जा सकता है.
3. एलिवेशन स्लिंग (Elevation Sling): यह कंधे की चोटों के लिए उपयोगी होता है और हाथ को ऊँचा रखने में मदद करता है.
स्लिंग बनाने का तरीका
सामग्री:
- एक बड़ा त्रिकोणीय कपड़ा (कपड़े का कोई भी साफ टुकड़ा)
- सेफ्टी पिन या कोई क्लिप
कैसे बनाएं:
कपड़े को एक बड़े त्रिकोण में मोड़ें. त्रिकोणीय कपड़े के सबसे लंबे किनारे को बेस बनाएं. चोटिल हाथ को कमर से 90 डिग्री पर मोड़ें ताकि कलाई छाती के पास ले आएं. त्रिकोणीय कपड़े का एक सिरा चोटिल हाथ के नीचे से ले जाएं और दूसरे सिरा गर्दन के पीछे से पार करें. कपड़े के दोनों सिरों को गर्दन के पीछे बांधें ताकि चोटिल हाथ एक झोले की तरह लटक जाए. कपड़े के निचले हिस्से को कलाई के पास लेकर सेफ्टी पिन या क्लिप से बांधें ताकि हाथ स्थिर रहे. ध्यान रखें कि स्लिंग न तो बहुत कसा हुआ हो और न ही बहुत ढीला.
टिप्स
स्लिंग एक सरल लेकिन महत्वपूर्ण उपकरण है जो फर्स्ट एड के समय चोटिल अंग को स्थिर रखने में मदद करता है. इसे बनाना और इस्तेमाल करना आसान है, और सही तरीके से रोगी को काफी राहत मिल सकती है. फर्स्ट एड की बुनियादी जानकारी हर किसी को होनी चाहिए, जिससे आपात स्थिति में सही कदम उठाया जा सके.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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