
What to Eat in Winter Ayurveda: आचार्य बालकृष्ण ने हाल ही में एक वीडियो के जरिए बताया कि शीतकाल यानी हेमंत और शिशिर ऋतु स्वास्थ्य की दृष्टि से सबसे बेहतरीन समय होता है. इस दौरान दिन छोटे और रातें लंबी होती हैं, जिससे शरीर को आराम करने और भोजन को पचाने का पर्याप्त समय मिलता है. आयुर्वेद के अनुसार, यह समय शरीर में बल, ऊर्जा और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का सबसे अच्छी समय है. इसके साथ ही आयुष मंत्रालय ने भी शरद ऋतु में खानपान को लेकर एक पोस्ट शेयर की है. इस लेख में हम जानेंगे कि शीतकाल में क्या खाना चाहिए, क्या नहीं खाना चाहिए और लाइफस्टाइल में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
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क्यों होता है शीतकाल सबसे बलवर्धक? (Why Is Winter Most Strengthening Season?)
आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि शीतकाल के समय भूख ज्यादा लगती है और पाचन शक्ति भी सबसे ज्यादा मजबूत होती है. जो कुछ भी हम खाते हैं वह आसानी से पच जाता है. शरीर ठंड से लड़ने के लिए ज्यादा ऊर्जा बनाता है, जिससे मेटाबॉलिज्म तेज होता है. रातें लंबी होने से शरीर को आराम और रिपेयर का समय मिलता है.
आयुष मंत्रालय ने बताया शीत ऋतु या सर्दियों में अपनी डाइट में क्या शामिल करना चाहिए:
आयुष मंत्रालय अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर पोस्ट शेयर कर कैप्शन में लिखा, "शरद ऋतु में स्वस्थ रहने के लिए सही डाइट और लाइफस्टाइल फॉलो करें. इस समय शरीर की खास देखभाल करने से न केवल हम रोगों से बचे रहते हैं, बल्कि हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है. सात्विक आहार, नियमित योग और शांत मन इस ऋतु में खुद को हेल्दी बनाने में सहायक हैं.
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आयुष मंत्रालय के अनुसार सर्दियों में क्या करें?
- कषाय रस वाले भोजन
- आंवला, अंगूर और मुनक्का
- चावल, गेंहूं और मूंग का प्रयोग करें.
- विरेचन (शुद्धिकरण)
क्या न करें?
- ऑयली फूड
- दही का सेवन
- दिन में सोना
- ज्यादा धूप में निकलना
शीतकाल में क्या खाना चाहिए? (What Should Be Eaten in Winter?)
1. घी और तेल युक्त भोजन
देसी घी शरीर को गर्मी देता है और जोड़ों को लचीला बनाए रखता है. घी से पाचन तंत्र मजबूत होता है और त्वचा में नमी बनी रहती है.
2. गुड़ और तिल
गुड़ शरीर को गर्म रखता है और हीमोग्लोबिन बढ़ाता है. तिल से हड्डियाँ मजबूत होती हैं और शरीर में उष्णता बनी रहती है.
3. सूप, दलिया और खिचड़ी
ये भोजन हल्के होते हैं लेकिन पोषण से भरपूर. सर्दियों में गर्म लिक्विड शरीर को अंदर से गर्म रखते हैं.
4. सूखे मेवे और नट्स
बादाम, अखरोट, काजू जैसे मेवे ऊर्जा और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होते हैं. ये ब्रेन और त्वचा के लिए लाभकारी हैं.
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क्या नहीं खाना चाहिए?
- रूखा-सूखा भोजन: जैसे सिर्फ नमकीन, बिस्किट या सूखे चावल ये शरीर को गर्मी नहीं देते.
- ठंडी ड्रिंक्स: जैसे कोल्ड ड्रिंक या आइसक्रीम, ये पाचन को धीमा करते हैं.
- भूखे रहना या उपवास करना: शीतकाल में भूखा रहना शरीर को कमजोर कर सकता है. उपवास करने का सही समय ग्रीष्म ऋतु होता है.
शीतकाल को आयुर्वेद में स्वास्थ्य संवर्धन का स्वर्ण काल माना गया है. आचार्य बालकृष्ण के अनुसार, इस समय घी, तिल, गुड़ और गर्म भोजन को डाइट में शामिल करना चाहिए और रूखा-सूखा या ठंडा भोजन पूरी तरह से टालना चाहिए. उपवास करने की बजाय इस मौसम में शरीर को पोषण देना ज्यादा जरूरी है.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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