White Spots on Skin Reason: आपने अक्सर सुना होगा मछली खाने के बाद दूध मत पीना, वरना सफेद दाग हो जाएंगे. यह बात कही जाती है और पीढ़ियों से चली आ रही है और आज भी कई लोग इस पर विश्वास करते हैं. खासकर जब बात स्किन की आती है, तो लोग बेहद सतर्क हो जाते हैं. विटिलिगो यानी सफेद दाग एक ऐसी स्थिति है जिसमें त्वचा के कुछ हिस्सों पर रंगद्रव्य (melanin) खत्म हो जाता है, जिससे वहां सफेद पैच बन जाते हैं. लेकिन, क्या इसका कारण वाकई दूध और मछली का एक साथ सेवन है? आइए इसके तह तक चलते हैं और जानते हैं कि इसमें कितनी सच्चाई है.
इसे भी पढ़ें: डॉक्टर ने बताया फेफड़े, छाती और गले का बलगम कैसे साफ करें, बस उबालकर एक कप पी लें इस पत्ते का पानी
विटिलिगो क्या है? | What Is Vitiligo?
विटिलिगो एक ऑटोइम्यून त्वचा रोग है जिसमें शरीर का इम्यून सिस्टम गलती से त्वचा के रंग बनाने वाली सेल्स (melanocytes) को नष्ट कर देती है. इसके कारण त्वचा पर सफेद धब्बे बन जाते हैं. यह रोग संक्रामक नहीं होता और न ही किसी खास खाने से सीधे जुड़ा होता है.

Photo Credit: iStock
दूध और मछली साथ खाने का मिथ्स कैसे फैला?
यह धारणा आयुर्वेद और पारंपरिक मान्यताओं से जुड़ी है. माना जाता है कि दूध और मछली की तासीर अलग होती है, दूध ठंडा और मछली गर्म तासीर की होती है. इन्हें साथ खाने से शरीर में टॉक्सिक रिएक्शन हो सकता है. हालांकि यह विचार पूरी तरह से वैज्ञानिक आधार पर नहीं टिका है.
कुछ लोगों को मछली और दूध साथ खाने पर एलर्जी या पाचन की समस्या हो सकती है, लेकिन यह विटिलिगो का कारण नहीं है.
इसे भी पढ़ें: ये 5 हेल्दी फूड्स आपकी नींद खराब कर सकते हैं, खाने से पहले देख लें समय और मात्रा पर रखें कंट्रोल
डॉक्टर और वैज्ञानिक क्या कहते हैं?
मेडिकल साइंस में ऐसा कोई प्रमाण नहीं है जो यह साबित करे कि दूध और मछली साथ खाने से विटिलिगो होता है. डर्मेटोलॉजिस्ट भी विटिलिगो के कारण जेनेटिक, ऑटोइम्यून और पर्यावरणीय कारकों को बताते हैं, लेकिन खानपान से इसका सीधा संबंध नहीं है.
क्या कुछ लोगों को इससे परेशानी हो सकती है?
हां, कुछ लोगों को दूध और मछली साथ खाने पर पाचन संबंधी दिक्कत, एलर्जी या त्वचा पर हल्का रिएक्शन हो सकता है. लेकिन, यह विटिलिगो नहीं होता.
डर नहीं, समझदारी जरूरी है
दूध और मछली साथ खाने से विटिलिगो होने की बात एक पुरानी और वैज्ञानिक रूप से गलत धारणा है. अगर आपको इससे कोई व्यक्तिगत परेशानी नहीं होती, तो आप इन्हें साथ खा सकते हैं. लेकिन, अगर शरीर में कोई रिएक्शन होता है, तो डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर है.
Watch Video: ब्रेन ट्यूमर के शुरुआती लक्षण, कारण और इलाज | Brain Tumor In Hindi
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं