दुनिया भर के पेशेवर खिलाड़ियों को अक्सर नीले, हरे या पीले तरल पदार्थों को पीते हुए देखा जाता है. हाइड्रेटेड रहने के लिए इसका सेवन किया जाता है. ये पेय एनर्जी ड्रिंक के रूप में लोकप्रिय हैं. अधिकांश प्रति 100 ग्राम एनर्जी ड्रिंक में 10-13 ग्राम चीनी होती है. इसके अलावा, प्रति 100 में लगभग 32-34 ग्राम कैफीन होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये एनर्जी ड्रिंक्स आपकी प्यास बुझाने के लिए हेल्दी तरीके से नहीं बनाए जाते हैं.
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1. पैल्पिटेशन और हाई ब्लड प्रशेर: बहुत अधिक चीनी वजन बढ़ाने और ब्लड प्रेशर में दीर्घकालिक वृद्धि का कारण बनती है, कैफीन असामान्य रूप से हाई ब्लड प्रेशर का कारण बनाता है.
2. मधुमेह और ब्लड शूगर का असामान्य स्तर: इस पेय में असामान्य रूप से हाई शूगर होने के कारण, ब्लड शूगर के असंतुलन की संभावना अधिक होती है. एनर्जी ड्रिंक्स के नियमित सेवन से इंसुलिन लेने की संभावना होती है, जिससे आप टाइप 2 मधुमेह के शिकार हो सकते हैं
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3. अनिद्रा: कैफीन अक्सर आपकी नींद को प्रभावित करती है. यदि आप दिन में एनर्जी ड्रिंक की हैवी डोज लेते हैं, तो संभावना है, कि आप आसानी से सो नहीं पाएंगे. कैफीन की भारी खुराक नींद कम आने और घबराहट का कारण बन सकती है, जिसके परिणामस्वरूप अंततः अनिद्रा हो सकती है. अमेरिकी सेना द्वारा किए गए एक अध्ययन से पता चलता है कि एक दिन में तीन एनर्जी ड्रिंक पीने से औसतन चार घंटे या उससे कम समय की नींद प्रभावित होती है.
4. पेट की समस्या: इन कार्बोनेटेड पेय में अत्यधिक चीनी होने के चलते पेट में जलन, दर्द और पेट फूलने की समस्या हो सकती है. एनर्जी ड्रिंक में मौजूद कैफीन गंभीर गैस्ट्रेटिस समस्या का कारण बन सकता है, जिससे पेट में दर्द, सूजन, दर्द, अल्सर और पेट और आंतों में रक्तस्राव जैसे लक्षण हो सकते हैं.
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5. मांसपेशियों में ऐंठन: हाई ब्लड प्रेशर और घबराहट अक्सर चिंता का कारण बनती है, जो आमतौर पर आपकी मांसपेशियों में मरोड़ और अंगों के लगातार हिलने की समस्या पैदा करती हैं.
6. बढ़ती है कार्डिएक अरेस्ट की संभावना : कैफीन और टॉरिन की कंबाइंड हाई डोज एक खतरनाक संयोजन बनाती है जो हार्ट की समस्याओं को जन्म दे सकती है और कार्डियक अरेस्ट की संभावना को बढ़ाती है.
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7. कैल्शियम की कमी और दांतों की समस्या: कैफीनयुक्त पेय पदार्थों को हड्डियों और कैल्शियम के लिए नुकसानदायक बताया गया है. इससे फ्रैक्चर और हड्डियों की चोट का खतरा बढ़ जाता है. इसके साथ ही, इनके सेवन से मुंह में अत्यधिक चीनी आने के चलते एसिड का उत्पादन होने लगता है, जो दांतों के लिए हानिकारक होता है. इन पेय पदार्थों को पीने से दातों को भारी क्षति पहुंचती है.
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