
- गुजरात के BJP विधायक हार्दिक पटेल ने सीवरेज ओवरफ्लो और गंदे पानी की समस्या के स्थायी समाधान की मांग की है.
- हार्दिक पटेल ने CM भूपेंद्र पटेल को पत्र लिखकर समस्याओं से अवगत कराया और उनके समाधान की मांग की है.
- विधायक ने कहा कि यदि समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो उन्हें जनता के साथ आंदोलन में शामिल होना पड़ेगा.
गुजरात के वीरमगाम से भाजपा विधायक हार्दिक पटेल अपने क्षेत्र की समस्याओं का समाधान नहीं होने से नाराज हैं. इसे लेकर भाजपा विधायक ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने वीरमगाम शहर में ओवरफ्लो हो रहे सीवरेज और घरों में आ रहे गंदे पानी के स्थायी समाधान की अपील की है. साथ ही अधिकारियों की कमी के कारण कई काम पेंडिंग होना बताया है और समाधान के लिए मुख्यमंत्री से अपील की है. साथ ही उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि यदि इन समस्याओं का समाधान नहीं होता है तो मुझे भी जनता के साथ खुलकर खड़ा होना पड़ेगा और आंदोलन में शामिल होना पड़ेगा.
हार्दिक पटेल ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र के बाद कहा कि वीरमगाम में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में विकास के कई काम हुए हैं, लेकिन प्राथमिक जरूरत है कि बारिश के पानी की निकासी हो और सीवरेज लाइन के ओवरफ्लो होने का समाधान हो.
आंदोलन में शामिल होना पड़ेगा: हार्दिक पटेल
उन्होंने बताया कि शहर में सीवरेज बार-बार ओवर फ्लो हो रहे हैं. सुबह पीने का पानी आता है, उसमें भी सीवरेज का गंदा पानी मिला होता है. इस समस्या का हल होना चाहिए, जिसके लिए मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखी है.
उन्होंने कहा कि आज गुजरात सरकार के अर्बन डेवलपमेंट विभाग और खासकर जीयूंडीसी अधिकारियों ने वीरमगाम का दौरा किया. साथ ही कहा कि महत्वपूर्ण बात ये है कि अधिकारियों की नियुक्ति करानी है और कई काम अटके हुए हैं, जिन्हें पूरा करना है.
अपने पत्र में विधायक हार्दिक पटेल ने कहा कि अगर समाधान नहीं हुआ तो मुझे एक जनप्रतिनिधि के तौर पर जनता की समस्याओं के साथ खुलकर खड़ा होना पड़ेगा और जरूरत पड़ी तो मुझे भी उनके साथ तेज आंदोलन में शामिल होना पड़ेगा.
पाटीदार समाज के बड़े नेता हैं हार्दिक पटेल
गुजरात में 2027 में विधानसभा चुनाव होने हैं. हार्दिक पटेल को पाटीदार समाज का बड़ा नेता माना जाता है और उनकी नाराजगी पार्टी को नुकसान पहुंचा सकती है. हालांकि पाटीदार आरक्षण आंदोलन के बाद से हार्दिक पटेल की लोकप्रियता में गिरावट आने की बातें कही जा रही है. बावजूद इसके पाटीदार समाज में आज भी हार्दिक पटेल को पूरी तरह से खारिज नहीं किया जा सकता है. ऐसे में हार्दिक न सिर्फ एक विधानसभा सीट बल्कि राज्य की कुछ अन्य सीटों को भी प्रभावित कर सकते हैं. यही कारण है कि भाजपा हार्दिक पटेल के इस पत्र को जरूर गंभीरता से ले रही होगी.
बता दें कि हार्दिक पटेल को सबसे पहले 2015 में पटेल पाटीदार आरक्षण आंदोलन के जरिए देश भर में पहचान मिली थी. आंदोलन के दौरान उन्होंने करीब नौ महीने तक जेल में बिताए थे और तड़ीपार किए जाने के कारण राजस्थान में उन्हें छह महीने बिताने पड़े थे. हार्दिक पटेल 2019 में कांग्रेस में शामिल हो गए थे. इसके तीन साल बाद 2022 में भाजपा में शामिल हुए और विधानसभा चुनाव में वीरमगाम सीट से जीत दर्ज की.
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