Year ender 2025 : साल 2025 का फेस्टिव सीजन बस अब खत्म हो चुका है और हम सब 'ईयर एंडर' की तरफ बढ़ रहे हैं. इस साल त्योहारों की रौनक सच में देखने लायक थी. दिवाली हो या दशहरा, भाई दूज हो या छठ, इस पूरे माहौल में अगर किसी चीज ने सबसे ज्यादा धूम मचाई है, तो वो हैं हमारे प्यारे स्नैक्स (Namkeen) और जायकेदार मिठाइयां (Sweets). इस बार मार्केट में गजब का कॉम्पिटिशन देखने को मिला.
एक तरफ थीं हमारी दादी-नानी के जमाने की ट्रेडिशनल मिठाइयां, तो दूसरी तरफ थे बिलकुल नए जमाने के फ्यूजन स्नैक्स और गिफ्ट हैंपर्स. एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस फेस्टिव सीजन में मिठाइयों और नमकीन की सेल ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, खासकर ऑनलाइन डिलीवरी के मामले में. आइए जानते हैं कि इस साल लोगों की जुबान पर सबसे ज्यादा कौन-से स्नैक्स और मिठाइयां चढ़ी रहीं.
मिठाइयों का जलवाजब बात मिठाई की आती है, तो इंडियन लोगों का प्यार काजू कतली और गुलाब जामुन के लिए कभी खत्म नहीं हो सकता. साल 2025 में भी यही हुआ. सेल के आंकड़े बताते हैं कि त्योहारों पर सबसे ज्यादा खरीदी गई मिठाई की लिस्ट में काजू कतली आज भी पहले नंबर पर है. इसकी वजह बहुत साफ है. यह एक ऐसी मिठाई है, जो हर किसी को पसंद आती है और ये गिफ्टिंग के लिए भी परफेक्ट है.
लेकिन इस बार मार्केट में एक बड़ा ट्रेंड देखने को मिला. लोगों ने लोकल हलवाई की दुकान से ज्यादा, ब्रांडेड स्वीट शॉप्स से मिठाइयां खरीदीं. इसकी मुख्य वजह है हाइजीन (Hygiene) और पैकेजिंग (Packaging) पर लोगों का ध्यान. इस बार मिल्क केक और कलाकंद की डिमांड भी एकदम से बढ़ गई, खासकर उन लोगों के बीच, जो ज्यादा मीठा खाना पसंद नहीं करते.
फ्यूजन का तड़काइस बार कुछ नए फ्लेवर्स भी खूब ट्रेंड में रहे. जैसे चॉकलेट बर्फी, मैंगो कलाकंद और पिस्ता रोल. यंग जनरेशन को ये नए फ्लेवर बहुत भाए, जिसके चलते इनकी सेल में 20% तक का उछाल आया. हालांकि, रसगुल्ला और सोन पापड़ी जैसे क्लासिक आइटम्स ने भी अपनी जगह बनाए रखी.
नमकीन की डिमांड बेहिसाबफेस्टिव सीजन हो और शाम की चाय के साथ कुरकुरे स्नैक्स न हों, ऐसा तो हो ही नहीं सकता. इस बार नमकीन और स्नैक्स केटेगरी में गजब की उछाल देखने को मिली.
पारंपरिक नमकीन (Traditional Namkeen)आलू भुजिया और रतलामी सेव ने फिर से साबित कर दिया कि वो इंडियन स्नैक्स के असली किंग हैं. लंबी शेल्फ लाइफ और जबरदस्त टेस्ट के चलते लोगों ने इन्हें थोक के भाव में खरीदा. लेकिन इस बार सबसे बड़ा बदलाव रेडी-टू-ईट (Ready-to-Eat) स्नैक्स में आया. लोगों ने बाजार से ही गरमा-गरम समोसे, कचौरी या पकौड़े खरीदने की बजाय, पैक्ड 'समोसा/पकौड़ा मिक्स' खरीदने को तरजीह दी, ताकि वो घर पर ही ताजा बनाकर खा सकें.
प्रीमियम स्नैक्स का क्रेजइस साल हाई-एंड ब्रांड्स के मल्टीग्रेन चिप्स, बेक्ड स्नैक्स और स्पेशल मसाला पीनट्स की बिक्री भी खूब हुई. शहरी इलाकों में लोगों ने रेगुलर नमकीन से हटकर, थोड़े महंगे लेकिन 'हेल्दी-ऑप्शन' माने जाने वाले स्नैक्स को खूब खरीदा.
ऑनलाइन शॉपिंग ने किया कमालइस पूरे बिक्री के माहौल में सबसे बड़ा हाथ रहा ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म्स का. चाहे वो Swiggy, Zomato हो या Grofers जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स, लोगों ने घर बैठे ही एक क्लिक पर अपने फेवरेट स्नैक्स और मिठाइयां मंगवाए. खासकर, मिठाई के गिफ्ट हैंपर्स सबसे ज्यादा ऑनलाइन ऑर्डर किए गए. इस सुविधा ने उन लोगों की मुश्किल आसान कर दी, जो दूर रहते हैं और अपने दोस्तों/रिश्तेदारों को कुछ अच्छा गिफ्ट भेजना चाहते थे.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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