Rojana Ashwagandha Khane Ke Fayde: आज की तेज़ रफ़्तार ज़िंदगी में तनाव (Stress) एक आम चुनौती बन गया है, जो हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों को प्रभावित करता है. इसी चुनौती से लड़ने और आराम पाने के लिए आयुर्वेद में एक प्राचीन जड़ी बूटी का इस्तेमाल होता है—जिसका नाम है अश्वगंधा (Withania somnifera). इसे आयुर्वेद में एक चमत्कारी आयुर्वेदिक (Ayurvedic Medicine) जड़ी बूटी अश्वगंधा माना जाता है.
अश्वगंधा को एक एडाप्टोजेनिक हर्ब माना जाता है. इसका मतलब है कि यह जड़ी बूटी शरीर को तनाव से निपटने और संतुलन बनाए रखने में मदद करती है. इसमें विथानोलाइड्स (Withanolides) नामक शक्तिशाली यौगिक होते हैं जो शरीर की तनाव प्रतिक्रिया को नियंत्रित करते हैं और कोर्टिसोल हार्मोन के उत्पादन को संतुलित करते हैं. यही कारण है कि सदियों से तनाव कम करने के लिए अश्वगंधा का उपयोग किया जाता रहा है.
क्या अश्वगंधा सच में तनाव कम करता है, अश्वगंधा खाने से क्या-क्या फायदा होता है? (विज्ञान क्या कहता है?) | Rojana Ashwagandha Khane Ke Fayde
Ashwagandha benefits in Hindi: पारंपरिक उपयोग के साथ-साथ, आधुनिक वैज्ञानिक अध्ययन भी अश्वगंधा के फायदों की पुष्टि करते हैं. वैज्ञानिक शोधों से यह साबित हुआ है कि अश्वगंधा का सप्लीमेंट लेने से कोर्टिसोल—जो शरीर का मुख्य तनाव हार्मोन है—उसका स्तर काफी कम हो जाता है.
अगर आप कोर्टिसोल हार्मोन कम करने के उपाय खोज रहे हैं, तो अश्वगंधा एक प्रभावी समाधान हो सकता है.
अध्ययन के कुछ मुख्य नतीजे:
- तनाव में बड़ी कमी (Ashwagandha for stress relief): 2012 के एक महत्वपूर्ण अध्ययन में पाया गया कि जिन लोगों ने 60 दिनों तक रोज़ाना अश्वगंधा अर्क (extract) लिया, उनके तनाव स्कोर में 44% और कोर्टिसोल के स्तर में लगभग 28% की कमी आई.
- बेहतर नींद और कम चिंता (Ashwagandha for sleep): एक अन्य शोध के अनुसार, अश्वगंधा तनाव कम करता है. इसके नियमित सेवन से चिंता (Anxiety) और तनाव के लक्षणों में 60 से 75% तक कमी देखी गई, साथ ही नींद की गुणवत्ता और मानसिक सतर्कता में भी सुधार हुआ.
- हार्मोनल संतुलन: यह जड़ी बूटी शरीर में तनाव को नियंत्रित करने वाले $HPA$ एक्सिस को संतुलित करती है, जिससे क्रॉनिक स्ट्रेस (लंबे समय से चले आ रहे तनाव) से लड़ने की क्षमता बढ़ती है.
अश्वगंधा के फायदे साबित हो चुके हैं. यह तनाव, चिंता और कोर्टिसोल के स्तर को कम करने में असरदार है.
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अश्वगंधा को रोज़ाना की डाइट में कैसे शामिल करें, अश्वगंधा कैसे लें (Ashwagandha Dosage)
अश्वगंधा को डाइट में शामिल करना बहुत आसान है. यहाँ जानिए अश्वगंधा को डाइट में कैसे शामिल करें:
पाउडर (चूर्ण) के रूप में: आराम और बेहतर नींद के लिए, सोने से पहले 1 चम्मच अश्वगंधा पाउडर को गुनगुने दूध या पानी में मिलाकर लें.
कैप्सूल या टैबलेट: अगर आपको स्वाद पसंद नहीं है, तो आप कैप्सूल ले सकते हैं. इनमें खुराक (300-600mg रोज़ाना) निश्चित होती है.
स्मूदी में मिलाकर: सुबह की स्मूदी (जैसे केला या आम की स्मूदी) में एक चम्मच अश्वगंधा पाउडर मिला लें.
चाय के रूप में: आप अश्वगंधा पाउडर को अदरक और शहद के साथ उबालकर शांत करने वाली हर्बल चाय बना सकते हैं.
तनाव को मात देने का एक सुरक्षित प्राकृतिक उपाय
अश्वगंधा एक वैज्ञानिक रूप से समर्थित एडाप्टोजेनिक जड़ी बूटी है, जिसके पास तनाव, चिंता और कोर्टिसोल के स्तर को कम करने के पुख्ता प्रमाण हैं. यह नींद और संज्ञानात्मक कार्य (cognitive function) में भी सुधार लाती है.
इसका सुरक्षित प्रोफ़ाइल और इसे लेने के कई आसान तरीके इसे दैनिक उपयोग के लिए सुलभ बनाते हैं. आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में, अपनी डाइट में अश्वगंधा को शामिल करना समग्र स्वास्थ्य (Overall Wellness) और तनाव सहनशीलता को बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण और प्राकृतिक तरीका हो सकता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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