विज्ञापन
Story ProgressBack
This Article is From Dec 20, 2023

च्युइंग गम बनाने का वीडियो हुए वायरल तो दर्शकों के बीच छिड़ गई बहस, जानिए आखिर ये है क्या?

वायरल वीडियो में च्युइंग गम बनाते हुए दिखाया गया है लेकिन इंटरनेट पर इसे लेकर बहस छिड़ी हउई है.

Read Time: 4 mins
च्युइंग गम बनाने का वीडियो हुए वायरल तो दर्शकों के बीच छिड़ गई बहस, जानिए आखिर ये है क्या?
च्युइंग गम या रबर? जानने के लिए देखें ये वायरल वीडियो.

च्युइंग गम खाने में मीठा और टाइम पास के लिए एक अच्छा ऑप्शन होता है, जिसको पूरे विश्व में सभी उम्र के लोग मजे से खाते हैं. टेस्ट के अलावा, च्युइंग गम लार प्रवाह को बेहतर बनाने का एक शानदार तरीका भी है. क्लासिक पुदीने से लेकर विदेशी फलों तक, यह हर किसी फ्लेवर में आता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि च्युइंग गम कैसे बनती है? खैर, यह वायरल वीडियो आपको दोबारा गम चबाने के बारे में सोचने पर मजबूर कर सकता है! वीडियो, जिसका टाइटल है "च्युइंग गम कैसे बनाए गए", वीडियो की शुरुआत कुछ वर्कर्स द्वारा चिकनी बनावट पाने के लिए अपने नंगे पैरों से एक सफेद जेली/गम जैसी चीज को मसलने से होती है. यह उस च्युइंग गम का बेस है जिसे हम आखिर में खाते हैं. वीडियो अपलोड करने वाले का दावा है कि ये लोग अपने पैरों को साफ करते हैं, लेकिन हाँ, आपने सही सुना - वो अपने पैरों का इस्तेमाल करके गोंद बना रहे हैं!

लोग कमेंट्स में च्युइंग गम बनाने के इस तरीके पर अपने विचार व्यक्त कर रहे हैं. उन्होंने स्टोरी टैलर पर "गलत सूचना" फैलाने का आरोप लगाते हुए तर्क दिया कि वे रबर बना रहे थे.

यहां देखें वीडियो:

एक यूजर ने दो टूक कहा, "भाई, यह रबर की खेती है, च्युइंग गम बनाना नहीं, गलत जानकारी शेयर करना बंद करें." एक दूसरे ने कहा, "अगर आप कुछ नहीं जानते हैं, तो कृपया लोगों से झूठ न बोलें क्योंकि यह च्युइंग गम नहीं है; यह रबर है."

कमेंट्स इसी तरह से जारी हैं, एक कमेंट में लिखा था, "भाई, वहाँ बहुत सारा रबर है; वो रबर शीट बना रहे हैं." एक दूसरेयूजर ने जोर देकर कहा, "यह रबर है."

एक ने साफ किया, "भाई, यह च्युइंग गम नहीं है; यह रबर के पेड़ों से निकलने वाला रबर का दूध है, जो दक्षिण कर्नाटक और केरल में उपलब्ध है." इसी बीच एक सवाल उठा, "ये च्युइंग गम नहीं, रबर है, भाई ये रील किसने बनाई?"

च्युइंग गम को कारखानों में मिठास, स्वाद और सॉफ्टनर के साथ गम बेस मिलाकर बनाया जाता है. गोंद के बेस को गरम किया जाता है और मशीनों की मदद से गूंथ लिया जाता है. स्वाद के लिए मिठास और फ्लेवर मिलाए जाते हैं, जबकि सॉफ्टनर गोंद को चबाने योग्य बनाते हैं. मिश्रण को अलग-अलग शेप दिया जाता है, चीनी या किसी दूसरी चीज के साथ कोट किया जाता है, ठंडा किया जाता है और फिर पैक किया जाता है.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Our Offerings: NDTV
  • मध्य प्रदेश
  • राजस्थान
  • इंडिया
  • मराठी
  • 24X7
Choose Your Destination
Previous Article
Weight Loss Fruits: वजन घटाने के लिए कौन से फल खाएं? यहां देखें लिस्ट
च्युइंग गम बनाने का वीडियो हुए वायरल तो दर्शकों के बीच छिड़ गई बहस, जानिए आखिर ये है क्या?
मसाबा गुप्ता ने मुंबई में अपने फूड एडवेंचर के साथ सबके मुंह में ला दिया पानी, देखिए उन्होंने क्या खाया
Next Article
मसाबा गुप्ता ने मुंबई में अपने फूड एडवेंचर के साथ सबके मुंह में ला दिया पानी, देखिए उन्होंने क्या खाया
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com
;