Somvar Vrat 2024: बरसात के मौसम में इंफेक्शन और कीटाणुओं से होने वाली बीमारियों का खतरा काफी बढ़ जाता है. क्योंकि इस मौसम में कीटाणुओं को पनपने के लिए अनुकूल माहौल मिलता है. तेज धूप के बाद बारिश की फुहारों के साथ मौसम में थोड़ी ठंडक आती है. बदलते मौसम में सेहत का खास ख्याल रखना चाहिए ताकि बीमारियां आपको छू न सके. सावन में सोमवार व्रत के जरिए आप अपने शरीर को डिटॉक्स कर सकते हैं. हालांकि, व्रत के दौरान सही खानपान के जरिए ही शरीर की गंदगी साफ हो सकती है. कई बार व्रत में गलत खानपान अपना कर भी लोग बीमार हो जाते हैं. आज हम आपको यही बताने जा रहे हैं कि सोमवार व्रत के दौरान क्या खाना आपके शरीर के लिए फायदेमंद रहेगा और किन चीजों से परहेज कर आप बरसात के मौसम में खुद को स्वस्थ रख सकते हैं.
बरसात में सोमवार व्रत के दौरान क्या न खाएं? (What not to eat during Monday fast in rainy season?)
1. तला-भुना खाना - व्रत के दौरान तले-भुने खाने से खासतौर पर परहेज करना चाहिए. बरसात के मौसम में शरीर में वात और पित्त का असंतुलन बढ़ जाता है. ऐसे में तला-भुना खाने से असंतुलन और बढ़ जाएगा जिससे जलन, अपच और एसिडिटी जैसी समस्या हो सकती है.
2. मिट्टी के अंदर उगने वाले फल और सब्जियां - व्रत के दौरान आलूबुखारा जैसे मिट्टी के अंदर उगने वाले फल और सब्जियों से परहेज करें. इससे आपको इंफेक्शन हो सकता है क्योंकि बरसात में इस तरह की चीजों में नमी की वजह से शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले कीटाणुओं के मौजूद होने का ज्यादा चांस रहता है.
3. कच्चा फल - बारिश के मौसम में कच्चा फल खाने से भी परहेज करना चाहिए क्योंकि इस पर मौजूद बैक्टीरिया और फंगस आपको बीमार कर सकता है. इसकी जगह फलों को छीलकर और थोड़ा सा पका कर खाना बेहतर रहता है.
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बरसात में सोमवार व्रत के दौरान क्या खाएं? (What to eat during Monday fast in rainy season?)
1. खिचड़ी - तले-भुने खाने की जगह व्रत में अच्छी तरह पक्का हुआ और कम तेल मसाले वाला खाना खाएं. खिचड़ी एक बहुत अच्छा ऑप्शन है, इसके साथ थोड़ा सा घी खाएं जिससे बदलते मौसम के लिए आपका शरीर तैयार हो सके.
2. पके हुए फल - कच्चे फल की जगह फलों को छीलकर और उबालकर खाएं. ऐसा करने से फल में मौजूद सभी कीटाणु खत्म हो जाते हैं. दालचीनी, लौंग या काली मिर्च जैसे गर्म मसालों के साथ पके हुए फल खाने से छोटी आंत का वित्त असुंतलन खत्म होता है. इससे कब्ज भी खत्म होता है और शरीर में फंसे हुए टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं.
3. अदरक की चाय - अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-स्पास्मोडिक और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो शरीर में सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं. अदरक शरीर में पाचन अग्नि को उत्तेजित करने और पाचन में सहायता करने में भी मदद करता है. इसके अलावा अदरक में मौजूद जिंजरोल नामक यौगिक होता है शरीर में सूजन को कम करने में मदद करता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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