Sardiyon me Rojana Gud khane ke Fayde Nuksan | Benefits and Side Effects of Eating Jaggery Everyday : ठंड के मौसम में चाय की मिठास हो या खाने के बाद का मीठा—गुड़ (Jaggery) हर घर में इस्तेमाल होने वाला एक ऐसा 'देसी सुपरफूड' है, जिसे चीनी (Sugar) का सबसे हेल्दी विकल्प माना जाता है. गुड़ न सिर्फ़ गन्ने के रस से बनता है, बल्कि यह अपने आप में आयरन, मिनरल्स और एनर्जी का पावरहाउस है. इसीलिए इसे आयुर्वेद में 'औषधि' का दर्जा दिया गया है.
Ek din me kitna gud khana chahiye: लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिस गुड़ को आप इतना फ़ायदेमंद मानते हैं, उसे ज़्यादा खाने या ग़लत समय पर खाने से आपको 10 बड़े नुकसान हो सकते हैं? क्या आपको रोज़ाना गुड़ खाना चाहिए?
आइए, आज इस लेख में हम जानेंगे कि गुड़ खाने के 10 चमत्कारी फ़ायदे क्या हैं, इसकी तासीर गर्म है या ठंडी, और इसे खाते समय किन बातों का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है.
गुड़ की तासीर गर्म या ठंडी?
जवाब: गुड़ की तासीर गर्म (Heating) होती है. क्यों गर्म- गुड़ को बनाने की प्रक्रिया (गन्ने के रस को पकाना) और इसमें मौजूद आयरन जैसे खनिज (Minerals), इसे गर्म तासीर देते हैं. यह शरीर के मेटाबॉलिज्म को तेज़ करता है.
सर्दियों में फ़ायदा: इसकी गर्म तासीर के कारण ही यह सर्दियों में शरीर को अंदर से गर्माहट देता है और ठंड लगने से बचाता है. इसीलिए इसे अदरक, तिल और घी के साथ मिलाकर खाया जाता है.
गुड़ में कौन से विटामिन होते हैं?
गुड़ (Jaggery) सिर्फ़ मीठा नहीं है, बल्कि यह पोषक तत्वों का भंडार है. चीनी के विपरीत, इसमें कई ज़रूरी खनिज (Minerals) और विटामिन होते हैं:
- आयरन (Iron): यह सबसे मुख्य तत्व है, जो खून बनाने और एनीमिया से लड़ने के लिए ज़रूरी है.
- मैग्नीशियम (Magnesium): मांसपेशियों और तंत्रिका तंत्र (Nervous System) के लिए अच्छा है.
- पोटेशियम (Potassium): ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है.
- कैल्शियम और फ़ॉस्फोरस: हड्डियों की मज़बूती के लिए ज़रूरी हैं.
- विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट्स: इसमें कुछ मात्रा में बी-विटामिन और कई एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो रोगों से लड़ने में मदद करते हैं.
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सर्दियों में रोज़ाना गुड़ खाने के 10 गज़ब के फ़ायदे (Jaggery Benefits in Winter)
गुड़ को अपनी विंटर डाइट में शामिल करने के मुख्य 10 लाभ इस प्रकार हैं:
1. सर्दी और ज़ुकाम से तुरंत राहत: गुड़ की गर्म तासीर सर्दी-जुकाम और गले की ख़राश में तुरंत आराम देती है. इसे अदरक के साथ खाने से कफ़ दूर होता है और इम्यूनिटी बढ़ती है.
2. खून साफ़ करे और बढ़ाए (Blood Purifier): गुड़ को एक बेहतरीन ब्लड प्यूरीफायर (Blood Purifier) माना जाता है. यह खून को साफ़ करता है और आयरन से भरपूर होने के कारण एनीमिया (खून की कमी) को दूर करने में बहुत प्रभावी है.
3. पाचन तंत्र को करे सुपर चार्ज: खाने के बाद थोड़ा-सा गुड़ खाने से पाचन क्रिया (Digestion) तेज़ होती है. यह एंजाइमों (Enzymes) को सक्रिय करता है, जिससे कब्ज़ (Constipation) और अपच की समस्या नहीं होती.
4. शरीर को इंस्टेंट एनर्जी दे: गुड़ प्राकृतिक शुगर का स्रोत है. यह चीनी की तरह तेज़ी से ब्लड शुगर नहीं बढ़ाता, बल्कि धीरे-धीरे ऊर्जा जारी करता है, जिससे आपको लंबे समय तक थकान महसूस नहीं होती.
5. मासिक धर्म (Periods) के दर्द में आराम: महिलाओं के लिए गुड़ बहुत फ़ायदेमंद है. यह मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द और ऐंठन (Cramps) को कम करने में मदद करता है.
6. वज़न घटाने में मददगार (Jaggery for Weight Loss): पोटेशियम से भरपूर होने के कारण, यह शरीर में पानी के जमाव (Water Retention) को कम करता है और मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करता है, जिससे वज़न घटाने में मदद मिलती है.
7. श्वसन तंत्र को रखे साफ़: यह फेफड़ों और श्वसन नली से धूल और प्रदूषण के कणों को साफ़ करने में मदद करता है, जिससे साँस लेने में आसानी होती है.
8. ब्लड प्रेशर (BP) करे कंट्रोल: गुड़ में पोटेशियम और सोडियम की मात्रा संतुलित होती है, जो ब्लड प्रेशर को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
9. त्वचा में लाए चमक: यह खून को साफ़ करता है और ज़रूरी मिनरल्स प्रदान करता है, जिससे त्वचा साफ़ और चमकदार बनती है.
10. लिवर को करे डिटॉक्स: गुड़ में प्राकृतिक डिटॉक्सिफाइंग गुण होते हैं. यह लिवर (Liver) से हानिकारक विषाक्त पदार्थों (Toxins) को बाहर निकालने में मदद करता है.

रोज़ाना गुड़ खाने के 10 ज़रूरी नुकसान (Jaggery Side Effects)
गुड़ एक प्राकृतिक चीज़ है, लेकिन इसकी ज़्यादा मात्रा या ग़लत इस्तेमाल आपकी सेहत पर भारी पड़ सकता है:
1. ब्लड शुगर तेज़ी से बढ़ाए: गुड़, चीनी से बेहतर है, लेकिन इसमें भी सुक्रोज (Sucrose) होता है. डायबिटीज़ (Diabetes) के मरीज़ों को इसे ज़्यादा खाने से ब्लड शुगर तेज़ी से बढ़ सकता है.
2. वज़न बढ़ने का ख़तरा: गुड़ में कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत ज़्यादा होती है. रोज़ाना ज़्यादा गुड़ खाने से आपकी कुल कैलोरी बढ़ जाती है, जिससे वज़न तेज़ी से बढ़ सकता है.
3. अपच और दस्त: ज़्यादा मात्रा में गुड़ खाने से पाचन तंत्र ज़्यादा काम करने लगता है, जिससे पेट खराब या दस्त (Diarrhea) हो सकते हैं.
4. पेट में गर्मी और जलन: गुड़ की गर्म तासीर के कारण, ज़्यादा सेवन से पेट में अत्यधिक गर्मी, जलन या गर्मी के मौसम में नकसीर (Nose Bleeding) की समस्या हो सकती है.
5. एलर्जी की समस्या: कुछ लोगों को गुड़ में मौजूद अशुद्धियों या गन्ने के रस से एलर्जी हो सकती है, जिसके कारण पेट फूलना या त्वचा पर खुजली हो सकती है.
6. दांतों के लिए नुक़सानदेह: गुड़ चिपचिपा होता है और इसे खाने के बाद अगर मुँह ठीक से साफ़ न किया जाए, तो यह दाँतों में कैविटी (Cavity) या सड़न पैदा कर सकता है.
7. अशुद्ध गुड़ में संक्रमण: बाज़ार में मिलने वाले कुछ हल्के रंग के या सफ़ेद गुड़ में सोडियम बाइकार्बोनेट (Sodium Bicarbonate) जैसे हानिकारक रसायन हो सकते हैं, जो पेट के लिए नुक़सानदेह हैं.
8. पेट में कीड़े (Intestinal Worms): कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, यदि गुड़ को अस्वच्छ तरीके से बनाया गया हो, तो इसमें परजीवी (Parasites) हो सकते हैं जो पेट में कीड़े की समस्या पैदा कर सकते हैं.
9. डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए भ्रम: बहुत से लोग इसे "चीनी का हेल्दी विकल्प" मानकर ज़्यादा खाते हैं, जो डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए खतरनाक हो सकता है.
10. मुँहासे (Acne) और त्वचा की समस्या: इसकी गर्म तासीर और हाई शुगर कंटेंट के कारण, संवेदनशील त्वचा वाले लोगों में यह मुँहासे (Acne) या फोड़े-फुंसी की समस्या बढ़ा सकता है.
एक दिन में कितना गुड़ खाना चाहिए?
स्वस्थ वयस्क को रोज़ाना 10 से 15 ग्राम (एक छोटा टुकड़ा) गुड़ खाना सुरक्षित और फ़ायदेमंद है.
खाने का सही समय: इसे हमेशा खाने के बाद (ख़ासकर दोपहर के भोजन के बाद) खाएं, ताकि यह पाचन में मदद करे.
बच्चों के लिए: बच्चों को 5 से 8 ग्राम गुड़ देना पर्याप्त है.
गुड़ खाने से कौन सी बीमारी दूर होगी?
गुड़ सीधे किसी बीमारी को दूर नहीं करता, लेकिन यह शरीर को मज़बूत बनाकर कई समस्याओं से बचाता है:
- एनीमिया: आयरन के कारण यह खून की कमी (एनीमिया) को दूर करने में मदद करता है.
- कब्ज़: फ़ाइबर और पाचन एंजाइमों के कारण यह पुरानी कब्ज़ को कम करता है.
- सर्दी-जुकाम: इसकी गर्म तासीर के कारण यह मौसमी सर्दी-जुकाम और श्वसन समस्याओं से बचाता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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