A Guide To Curry Leaves: करी पत्ता, जिसे मीठा नीम या कढ़ी पत्ता भी कहा जाता है, भारतीय व्यंजनों का एक अनिवार्य हिस्सा है. यह सिर्फ तड़के में खुशबू और स्वाद के लिए नहीं डाला जाता, बल्कि यह गुणों का एक पावरहाउस है. लेकिन करी पत्ते को लेकर लोगों के मन में अनगिनत सवाल (FAQS on Curry Leaves) हैं, जो वे अक्सर गूगल पर खोजते हैं. क्या इसे खाने से बाल सच में काले होते हैं? क्या यह शुगर कंट्रोल कर सकता है? क्या इसे रात में खाना चाहिए? और सबसे ज़रूरी, क्या यह नीम के पत्ते से अलग है?
Curry Patta Khane se Kya Hota Hai? आज के दौर में जब लोग सरल, प्राकृतिक और घर पर उपलब्ध उपायों की तलाश में हैं, तब करी पत्ता उनकी जिज्ञासा का केंद्र बन गया है. यह लेख आपकी उन सभी उलझनों को दूर करेगा. हमने गूगल पर सबसे ज़्यादा पूछे गए सवालों को इकट्ठा किया है- इसके फ़ायदों और नुकसान से लेकर, इसे खाने के सही समय और मात्रा तक और उनके वैज्ञानिक एवं पारंपरिक जवाब दिए हैं. आइए, करी पत्ते के हर राज़ से पर्दा उठाते हैं, ताकि आप इसके गुणों का पूरा लाभ उठा सकें और इसे सिर्फ तड़के के लिए नहीं, बल्कि सेहत के लिए भी अपनी डाइट में शामिल कर सकें.
1. करी पत्ता का दूसरा नाम क्या है? | Curry Patta Ka Dusra Naam Kya Hai | Curry Leaves Kya Hota Hai
करी पत्ता के दो मुख्य नाम हैं जो भारत के अलग-अलग हिस्सों में इस्तेमाल होते हैं:
मीठा नीम (meetha Neem): यह नाम इसे इसलिए दिया गया है क्योंकि यह दिखने में तो नीम के पत्ते जैसा लगता है, लेकिन स्वाद में कड़वा नहीं बल्कि मीठा और सुगंधित होता है.
कढ़ी पत्ता (kadhi Patta): चूँकि इसका इस्तेमाल दक्षिण भारत और महाराष्ट्र में बनने वाली 'कढ़ी' और अन्य व्यंजनों में तड़का लगाने के लिए बड़े पैमाने पर होता है, इसलिए इसे कढ़ी पत्ता भी कहा जाता है.
इसके अलावा, इसे अंग्रेज़ी में करी लीफ (curry Leaf) के नाम से जाना जाता है.
2. करी पत्ता खाने के क्या फायदे हैं? | Curry Patta Khane Ke Fayde
करी पत्ता खाने के कई बेहतरीन फायदे हैं. यह एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं. यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है, सुबह खाली पेट खाने से कब्ज और एसिडिटी में राहत मिलती है. यह आयरन और फोलिक एसिड का अच्छा स्रोत है, जो एनीमिया (खून की कमी) को दूर करने में मदद करता है. साथ ही, यह कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में भी सहायक है.
3. करी पत्ता (कढ़ी पत्ता) खाने के नुकसान | Curry Patta Khane Ke Nuksan
करी पत्ता बेशक सेहत का खजाना है, लेकिन किसी भी अच्छी चीज़ की अति हमेशा नुक़सानदेह हो सकती है. आम तौर पर, इसे खाने में इस्तेमाल करने से कोई ख़तरा नहीं होता, लेकिन अगर आप इसे ज़रूरत से ज़्यादा मात्रा में (खासकर औषधि के रूप में) लेते हैं या आपको कोई ख़ास स्वास्थ्य समस्या है, तो इसके कुछ नकारात्मक असर दिख सकते हैं.
करी पत्ता खाने के 10 संभावित नुकसान | Curry Patta Khane Ke Nuksan
- पेट में गड़बड़ी और दस्त: करी पत्ते में अच्छी मात्रा में फाइबर होता है. जब आप इसे बहुत ज़्यादा मात्रा में चबाते हैं या इसका पाउडर लेते हैं, तो यह फाइबर पाचन तंत्र पर अचानक दबाव डालता है. इसका नतीजा पेट में ऐंठन, गैस बनना या दस्त (डायरिया) के रूप में सामने आ सकता है.
- एलर्जी होने का ख़तरा: कुछ लोगों को विशेष पौधों या मसालों से एलर्जी होती है. करी पत्ता भी एक पौधा है और इसके यौगिकों के प्रति कुछ लोगों का शरीर संवेदनशील हो सकता है. अगर इसे खाने के बाद आपको त्वचा पर खुजली, चकत्ते (रैशेज) या साँस लेने में हल्की परेशानी महसूस हो, तो तुरंत इसका सेवन बंद कर दें.
- ब्लड शुगर का अत्यधिक गिरना (hypoglycemia): करी पत्ता शुगर के मरीज़ों के लिए अच्छा माना जाता है क्योंकि यह ब्लड शुगर को कम करता है. लेकिन अगर कोई व्यक्ति पहले से ही शुगर कम करने की दवाएँ ले रहा हो और साथ में बहुत ज़्यादा करी पत्ता खा ले, तो शुगर का स्तर ख़तरे के निशान से नीचे गिर सकता है, जिसे हाइपोग्लाइसीमिया कहते हैं.
- दवाओं के असर को बदलना: करी पत्ते में कुछ शक्तिशाली जैव-सक्रिय यौगिक होते हैं. ये यौगिक कभी-कभी शरीर में कुछ ख़ास दवाओं के अवशोषण (absorption) या मेटाबॉलिज्म (चयापचय) को प्रभावित कर सकते हैं. अगर आप कोई गंभीर दवा ले रहे हैं, तो इसके अधिक सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह ज़रूरी है.
- जी मिचलाना (nausea) या उल्टी: जब पेट इसे पचाने के लिए तैयार नहीं होता या इसे बहुत ज़्यादा मात्रा में खाली पेट ले लिया जाता है, तो कुछ संवेदनशील लोगों को जी मिचलाने या उल्टी जैसा महसूस हो सकता है. इसका स्वाद भी कुछ लोगों को तेज़ लग सकता है.
- गर्भावस्था और स्तनपान में सावधानी: करी पत्ता को खाने में इस्तेमाल करना तो सुरक्षित है, लेकिन गर्भावस्था या स्तनपान के दौरान इसे दवा के रूप में या बड़ी मात्रा में लेने से बचना चाहिए. इस पर पर्याप्त वैज्ञानिक शोध उपलब्ध नहीं हैं कि इसकी बड़ी खुराक बच्चे या माँ पर क्या असर डालती है.
- पेट में जलन (एसिडिटी) बढ़ना: भले ही यह एसिडिटी में आराम देता है, लेकिन बहुत ज़्यादा मात्रा में करी पत्ता चबाने से इसके तीखे तत्व या तेल पेट की परत को उत्तेजित कर सकते हैं, जिससे कुछ लोगों में अस्थायी रूप से पेट में जलन या एसिडिटी बढ़ सकती है.
- विषैले फल का डर (बीज): करी पत्ते के पौधे पर छोटे, काले फल भी लगते हैं. ये फल (या बीज) खाने योग्य नहीं होते और कुछ हद तक ज़हरीले हो सकते हैं. अगर आप घर पर उगाए गए पौधे का इस्तेमाल करते हैं, तो गलती से इसके बीजों का सेवन न करें.
- किडनी पर दबाव (अत्यधिक सेवन): चूंकि करी पत्ता एक सक्रिय औषधीय जड़ी बूटी है, इसका अत्यधिक और लम्बे समय तक सेवन करने से यह लीवर या किडनी पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है, खासकर उन लोगों में जिन्हें पहले से ही इन अंगों से जुड़ी कोई समस्या है.
- गलत तरीके से धोना या इस्तेमाल करना: अगर पत्ते ठीक से धोए नहीं गए हैं, तो उन पर मौजूद कीटनाशक या मिट्टी के कण शरीर में जा सकते हैं, जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं. हमेशा साफ़ और ताज़े पत्तों का ही इस्तेमाल करें.
Note: करी पत्ता एक बेहतरीन हर्ब है, लेकिन इसका फायदा तभी है जब इसे संतुलित मात्रा में लिया जाए. अगर आप इसे किसी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो एक बार अपने डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ से ज़रूर बात करें.
4. खाली पेट करी पत्ता खाने से क्या होता है? | Khali Pet Curry Patta Khane Se Kya Hoga
सुबह खाली पेट 5 से 8 ताज़े करी पत्ते चबाने से सबसे ज़्यादा फायदा होता है. यह पेट में पाचक एंजाइमों को उत्तेजित करता है, जिससे पाचन क्रिया सुधरती है. यह पेट की चर्बी कम करने में मदद करता है और शरीर से टॉक्सिन्स (विषाक्त पदार्थों) को बाहर निकालता है, जिससे सुबह तरोताज़ा महसूस होता है.
5. करी पत्ता किस बीमारी में फायदा करता है? | Curry Patta Kis Bimari Me Fayda Karta Hai
करी पत्ता मुख्य रूप से इन बीमारियों में फायदा करता है:
- डायबिटीज (शुगर): यह इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है.
- एनीमिया (खून की कमी): इसमें मौजूद आयरन और फोलिक एसिड खून बनाने में मदद करते हैं.
- बालों का झड़ना और समय से पहले सफेद होना: यह बालों की जड़ों को पोषण देता है.
- पाचन संबंधी विकार: कब्ज, अपच और दस्त जैसी समस्याओं में आराम देता है.
6. करी पत्ता और नीम के पत्ते में क्या अंतर है? | Curry Patta Aur Neem Me Kya Antar Hai
करी पत्ता (मीठा नीम) और नीम के पत्ते (कड़वा नीम) दोनों दिखने में भले ही थोड़े एक जैसे लगते हों, लेकिन ये पूरी तरह से अलग-अलग पौधे हैं और इनका काम भी अलग है. सबसे बड़ा अंतर इनके स्वाद और उपयोग में है. करी पत्ता हल्का तीखा और बहुत खुशबूदार होता है, यही वजह है कि इसे दाल, सांभर, उपमा और अन्य भारतीय व्यंजनों में तड़के के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. यह पकवान को ज़ायका और महक देता है. वहीं, नीम का पत्ता बेहद कड़वा होता है और इसे खाने में इस्तेमाल नहीं किया जाता. नीम का उपयोग मुख्य रूप से औषधि के रूप में किया जाता है, जैसे त्वचा रोगों का इलाज, खून साफ करना, और एंटी-बैक्टीरियल गुणों के लिए.
वनस्पति विज्ञान की बात करें तो, करी पत्ता का वैज्ञानिक नाम (murraya Koenigii) है, जबकि नीम का वैज्ञानिक नाम Azadirachta Indica है. करी पत्ता एक छोटा या मध्यम आकार का पौधा होता है, जबकि नीम एक बहुत बड़ा और घना पेड़ होता है. करी पत्ता मुख्य रूप से पाचन, बाल और शुगर कंट्रोल के लिए जाना जाता है, जबकि नीम मुख्य रूप से एंटी-फंगल और कीटाणुनाशक गुणों के लिए मशहूर है. इस तरह, भले ही ये पत्तियाँ दिखती एक जैसी हों, लेकिन एक आपकी रसोई का राजा है और दूसरा आपकी औषधि पेटी का ज़रूरी हिस्सा.

7. तेजपत्ता और कड़ी पत्ता में क्या अंतर है? | Tej Patta Aur Curry Patta Me Kya Antar Hai
तेजपत्ता (bay Leaf) और कड़ी पत्ता (curry Leaf) दोनों ही भारतीय रसोई में इस्तेमाल होने वाले पत्ते हैं, लेकिन ये पूरी तरह से अलग हैं:
1.उत्पत्ति और दिखावट:
तेजपत्ता: यह पेड़ से आता है, पत्ता बड़ा, चौड़ा, और कड़ा होता है. इसका इस्तेमाल अक्सर पुलाव, बिरयानी या गरम मसाले में पूरे पत्ते के रूप में किया जाता है, जिसे खाने से पहले निकाल दिया जाता है. सूखने के बाद इसका रंग हल्का भूरा-हरा होता है.
कड़ी पत्ता (करी पत्ता): यह मीठे नीम के छोटे पेड़ से आता है, पत्तियाँ छोटी, नुकीली और पतली होती हैं. इसे अक्सर तड़के में डाला जाता है और खाया जाता है. इसका रंग गहरा हरा होता है.
2.स्वाद और सुगंध:
तेजपत्ता: इसकी सुगंध हल्की, मीठी और थोड़ी मसालेदार होती है.
कड़ी पत्ता: इसकी सुगंध बहुत तेज़, तीखी और नींबू जैसी होती है, जो तेल में डालते ही फैल जाती है.
3.वानस्पतिक नाम:
दोनों के वैज्ञानिक नाम भी अलग हैं, जो साबित करता है कि ये दो अलग पौधे हैं.

8. 1 दिन में कितने करी पत्ते खाने चाहिए? | Ek Din Me Kitne Curry Leaves Khana Chahiye
एक स्वस्थ वयस्क व्यक्ति के लिए, दिन भर में 8 से 15 ताज़े पत्ते खाना या उन्हें खाने में इस्तेमाल करना पूरी तरह से सुरक्षित है और फायदेमंद है.
- आप इन्हें सुबह खाली पेट चबा सकते हैं (लगभग 5 से 8 पत्ते).
- बाकी पत्तों को आप अपनी दाल, कढ़ी, सब्ज़ी या छाछ में तड़का लगाकर इस्तेमाल कर सकते हैं.
- याद रखें: इसे दवा के रूप में बहुत ज़्यादा मात्रा में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ से सलाह ज़रूर लें.
9. करी पत्ते का पानी कितने दिन तक पीने से बाल बढ़ते हैं? | Baal Kitne Din Me Badhte Hai
करी पत्ते का पानी या तेल बालों को पोषण देता है, लेकिन यह कोई जादू नहीं है जो रातोंरात बाल बढ़ा दे. बालों की ग्रोथ दिखने में समय लगता है.
परिणाम दिखने का समय: अगर आप नियमित रूप से (हफ्ते में 3-4 बार) करी पत्ते का पानी पीते हैं या इसका तेल लगाते हैं, तो 3 से 6 महीने के भीतर आपको बालों के झड़ने में कमी और नए बालों की ग्रोथ में हल्का सुधार दिखना शुरू हो सकता है.
टिप्स: इसे पीने के साथ-साथ इसका तेल लगाना और संतुलित आहार लेना भी ज़रूरी है.

10. करी पत्ता कब नहीं खाना चाहिए? | Curry Patta Kab Nahi Khana Chahiye
करी पत्ता आमतौर पर सुरक्षित होता है, लेकिन कुछ स्थितियों में इसका सेवन सीमित करना या टालना चाहिए:
1.रात के समय (सोने से ठीक पहले): यह पाचन को सक्रिय करता है, इसलिए सोने से तुरंत पहले ज़्यादा मात्रा में खाने से आपकी नींद में खलल पड़ सकता है.
2.अति-संवेदनशीलता या एलर्जी: यदि आपको करी पत्ते से खुजली या कोई एलर्जी प्रतिक्रिया होती है.
3.बहुत अधिक मात्रा में: ज़्यादा मात्रा में, खासकर पाउडर के रूप में लेने से पेट खराब हो सकता है या दस्त लग सकते हैं.
11. कड़ी पत्ता कितने रुपए किलो है? | Curry Patta Kitne Rupaye Kilo Hai
कड़ी पत्ता (करी पत्ता) की कीमत जगह और मौसम के हिसाब से बदलती रहती है.
- थोक बाज़ार में: यह काफ़ी सस्ता मिलता है, शायद ₹30 से ₹80 प्रति किलो.
- खुदरा (retail) बाज़ार में या छोटे शहरों में: कीमत ज़्यादा हो सकती है, जो ₹100 से ₹250 प्रति किलो तक हो सकती है.
- आमतौर पर: इसे किलो में नहीं, बल्कि छोटे बंच (गुच्छों) में बेचा जाता है, जो ₹5 से ₹20 तक में आसानी से मिल जाते हैं.
12. हाई ब्लड प्रेशर के लिए करी पत्ते का उपयोग कैसे करें? | High Bp Me Curry Leaves Khana Chahiye Ya Nahi
करी पत्ता हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप) को नियंत्रित करने में सहायक माना जाता है क्योंकि इसमें पोटैशियम जैसे मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं:
1.सीधे चबाना: सुबह खाली पेट 5 से 8 ताज़े पत्ते चबाएँ.
2.करी पत्ता पानी: 10-15 पत्तों को एक गिलास पानी में रात भर भिगो दें. सुबह इस पानी को छानकर पी लें.
3.भोजन में इस्तेमाल: इसे अपनी रोज़ाना की दाल, सब्ज़ी और छाछ में तड़का लगाकर ज़रूर इस्तेमाल करें.
13. कड़ी पत्ता में कौन सा विटामिन होता है? | Curry Leaves Me Kaun Sa Vitamin Hota Hai
कड़ी पत्ता (करी पत्ता) कई ज़रूरी विटामिनों का अच्छा स्रोत है, जिनमें मुख्य रूप से शामिल हैं:
1.विटामिन A (बीटा-कैरोटीन के रूप में): यह आँखों की रोशनी और त्वचा के लिए बहुत ज़रूरी है.
2.विटामिन C: यह रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए महत्वपूर्ण है.
3.विटामिन B समूह: इसमें विटामिन B2 (राइबोफ्लेविन) और विटामिन B9 (फोलिक एसिड) भी अच्छी मात्रा में होते हैं, जो ऊर्जा और एनीमिया से बचाव के लिए आवश्यक हैं.
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14. अगर मैं रोज करी पत्ते का पानी पीऊं तो क्या होगा? | Rojana Curry Leaves Khane Ke Fayde
यदि आप रोज़ाना सुबह करी पत्ते का पानी पीते हैं, तो आपको ये फ़ायदे मिल सकते हैं:
1.पाचन में सुधार: आपका मेटाबॉलिज्म (चयापचय) बेहतर होगा और एसिडिटी, गैस, कब्ज जैसी समस्याएँ कम होंगी.
2.वज़न नियंत्रण: यह शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालकर फैट जमा होने की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है.
3.ब्लड शुगर नियंत्रण: डायबिटीज के रोगियों में शुगर का स्तर स्थिर बना रह सकता है.
4.त्वचा और बाल: विटामिन A और एंटीऑक्सीडेंट्स के कारण त्वचा और बालों को अंदरूनी पोषण मिलता है.
15. कड़ी पत्ता चबाने से क्या फायदा होता है? | Curry Patta Chabane Ke Fayde
कड़ी पत्ता चबाने से इसके सभी सक्रिय यौगिक सीधे और पूरी तरह से आपके शरीर में अवशोषित हो जाते हैं, जिससे ये फ़ायदे होते हैं:
1.बेहतर पोषक तत्व अवशोषण: चबाने से पत्तों के सभी ज़रूरी विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट्स लार (saliva) में मिलकर तुरंत रक्त प्रवाह में मिल जाते हैं.
2.शुगर कंट्रोल: खाली पेट चबाने से डायबिटीज नियंत्रण में सबसे ज़्यादा लाभ मिलता है.
3.मुँह की ताज़गी: यह मुँह के बैक्टीरिया को कम करता है और साँसों को ताज़ा करता है.

16. करी पत्ता की तासीर कैसी होती है, ठंडा या गर्म? | Curry Patta Ki Taseer Kaisi Hoti Hai
करी पत्ता की तासीर सामान्य से हल्की गर्म मानी जाती है. हालांकि यह पेट को ठंडक पहुंचाने का एहसास देता है (क्योंकि यह पाचन सुधारता है), लेकिन आयुर्वेद के अनुसार यह वात और कफ दोष को कम करने में मदद करता है, जो इसकी हल्की गर्म तासीर को दर्शाता है.
17. करी पत्ता किस तरह से डायबिटीज (शुगर) को नियंत्रित करता है? | Sugar Me Curry Kha Sakte Hai
करी पत्ता में मौजूद फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स, विशेष रूप से कार्बाज़ोल एल्कलॉइड्स, रक्त शर्करा (blood Sugar) के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं. यह शरीर में इंसुलिन संवेदनशीलता (insulin Sensitivity) को बढ़ाता है और ग्लूकोज के मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करता है, जिससे खाने के बाद शुगर का स्तर तेज़ी से नहीं बढ़ता.
18. करी पत्ता चबाने का सही तरीका क्या है? | Curry Patta Chabane Ke Fayde
करी पत्ता चबाने का सबसे सही तरीका है कि आप सुबह खाली पेट 5 से 8 ताज़े और धोए हुए पत्ते लें और उन्हें अच्छी तरह से धीरे-धीरे चबाएं. चबाने के बाद आप थोड़ा पानी पी सकते हैं. इसे सीधे निगलने के बजाय चबाने से इसके पोषक तत्व सीधे लार (saliva) में मिलकर अवशोषित होते हैं.
19. क्या करी पत्ता खाने से वजन कम होता है? | Curry Patta Vajan Badhta Hai Kya
हाँ, करी पत्ता वजन कम करने में सहायक हो सकता है. इसमें मौजूद यौगिक शरीर में फैट जमा होने की प्रक्रिया को धीमा करते हैं. इसके अलावा, यह पाचन को दुरुस्त करता है और टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है, जिससे मेटाबॉलिज्म (चयापचय) में सुधार होता है और वजन घटाने में मदद मिलती है.
20. करी पत्ता में कौन से विटामिन और पोषक तत्व पाए जाते हैं? | Curry Patta Me Kaun Se Vitamin Hote Hain
करी पत्ता पोषक तत्वों का खजाना है. इसमें मुख्य रूप से विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी, कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयरन और फोलिक एसिड पाया जाता है. इसमें उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और अमीनो एसिड भी होते हैं.
21. क्या करी पत्ता कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है? | Cholesterol Kam Karne Ke Liye Kya Khaye
जी हाँ, अध्ययनों से पता चला है कि करी पत्ता खराब कोलेस्ट्रॉल (ldl) के स्तर को कम करने में मदद करता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (hdl) के स्तर को बढ़ाता है. इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण धमनियों को स्वस्थ रखते हैं और हृदय रोगों के जोखिम को कम करते हैं.

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22. पाचन (डाइजेशन) के लिए करी पत्ता का उपयोग कैसे करें? | Digestion Ke Liye Curry Leaves Ke Fayde
पाचन के लिए आप करी पत्ते को कई तरह से उपयोग कर सकते हैं:
- चबाना: सुबह खाली पेट 5-8 ताज़े पत्ते चबाएं.
- छाछ/लस्सी: छाछ में पीसकर या बारीक काटकर मिलाएं.
- तड़का: इसे हर सब्ज़ी, दाल या करी में तड़का लगाकर इस्तेमाल करें.
23. क्या करी पत्ता लिवर के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है? | Kya Curry Leaves Liver Ke Liye Achcha Hai
हाँ, करी पत्ता लिवर के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स लिवर को हानिकारक टॉक्सिन्स और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाते हैं. यह लिवर को स्वस्थ रखने और उसके कार्य को सुधारने में मदद करता है.
24. क्या गर्भावस्था (pregnancy) में करी पत्ता खाना सुरक्षित है? | Pregnancy Me Curry Leaves Kha Sakte Hain
सामान्य मात्रा में (तड़का या करी में) करी पत्ता खाना गर्भावस्था में पूरी तरह सुरक्षित है. यह फोलिक एसिड और आयरन प्रदान करता है, जो गर्भवती महिलाओं के लिए ज़रूरी हैं. हालांकि, इसे किसी भी औषधीय रूप में लेने से पहले डॉक्टर से सलाह ज़रूर लेनी चाहिए.
25. बालों के लिए करी पत्ता का उपयोग कैसे करें? | How To Use Curry Leaves For Hair Growth
बालों के लिए करी पत्ते का उपयोग तेल या हेयर मास्क के रूप में किया जाता है:
- करी पत्ता तेल: नारियल तेल या सरसों के तेल को गर्म करें, उसमें करी पत्ते डालकर उन्हें काला होने तक उबालें. तेल को ठंडा करके छान लें और हफ्ते में 2-3 बार बालों की जड़ों में लगाएं.
- हेयर मास्क: पत्तों को दही या छाछ के साथ पीसकर पेस्ट बनाएं और इसे बालों में 30 मिनट तक लगाकर धो लें.
26. क्या करी पत्ता सफेद बालों को काला कर सकता है? | Safed Balon Ke Liye Curry Leaves Ke Fayde
करी पत्ता समय से पहले सफेद हुए बालों को पूरी तरह काला नहीं कर सकता, लेकिन यह उन्हें भूरा होने से रोककर और बालों की जड़ों को पोषण देकर उनकी प्राकृतिक रंगत को बनाए रखने में मदद कर सकता है. इसका नियमित उपयोग मेलेनिन (melanin) उत्पादन को बढ़ावा देता है.
27. करी पत्ता का तेल कैसे बनाते हैं? | Curry Patta Ka Tel Kaise Banaye
1. लगभग आधा कप नारियल का तेल या कोई अन्य कैरियर ऑयल लें.
2. उसमें मुट्ठी भर (करीब 20-25) करी पत्ते डालें.
3. इस मिश्रण को धीमी आंच पर तब तक गर्म करें जब तक कि पत्तों का रंग काला न हो जाए और वे कड़क न हो जाएं (पोषक तत्व तेल में आ जाते हैं).
4. तेल को ठंडा होने दें, फिर छान लें और एक एयरटाइट बोतल में स्टोर करें.

28. करी पत्ता का पेस्ट त्वचा पर लगाने के क्या फायदे हैं? | Skin Ke Liye Curry Patta Lagane Ke Fayde
करी पत्ता के पेस्ट में एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं. इसे मुंहासे (acne), फोड़े-फुंसी या हल्के कट पर लगाने से संक्रमण से बचाव होता है. यह त्वचा की रंगत सुधारने और दाग-धब्बों को हल्का करने में भी मदद कर सकता है.
29. क्या करी पत्ता हेयर फॉल (बालों का झड़ना) रोक सकता है? | Balo Me Curry Patta Lagane Ke Fayde
हाँ, करी पत्ता हेयर फॉल रोकने में बहुत प्रभावी है. इसमें प्रोटीन और बीटा-कैरोटीन होता है जो बालों की जड़ों को मजबूत बनाता है और उन्हें पतला होने से रोकता है.
30. करी पत्ता का उपयोग खाना पकाने में कैसे किया जाता है?
करी पत्ता का मुख्य उपयोग तड़के में किया जाता है. दाल, सांभर, रसम, उपमा, पोहा, कढ़ी और दक्षिण भारतीय व्यंजनों में तेल या घी में सरसों के दानों और सूखी लाल मिर्च के साथ इसे डाला जाता है. यह व्यंजन में एक खास खुशबू और स्वाद जोड़ता है.
31. करी पत्ता को स्टोर (भंडारित) कैसे करें ताकि वह ताज़ा रहे? | Curry Patta Ko Store Kaise Karen
करी पत्ते को ताज़ा रखने के लिए उन्हें धोएं नहीं. पत्तों को किसी भी नमी से दूर रखें और उन्हें कागज़ के तौलिये (paper Towel) में लपेट कर एक एयरटाइट कंटेनर में बंद करके फ्रिज में रखें. इससे वे एक हफ्ते से ज़्यादा ताज़े बने रहते हैं.
32. सूखे करी पत्ते का उपयोग कैसे करें? | Dry Curry Leaves Uses
सूखे करी पत्तों को धूप में या ओवन में सुखाकर पाउडर बनाया जा सकता है. इस पाउडर को आप बाद में किसी भी करी, चटनी या चावल के व्यंजन में फ्लेवरिंग एजेंट (स्वाद बढ़ाने वाले पदार्थ) के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं.
33. करी पत्ता पाउडर कैसे बनाया जाता है? | Curry Leaves Powder Recipe
1. ताज़े पत्तों को अच्छी तरह धोकर सुखा लें.
2. उन्हें धीमी आंच पर तवे पर या धूप में पूरी तरह सूखने तक भूनें ताकि उनकी नमी खत्म हो जाए.
3. ठंडा होने पर इन्हें मिक्सी में पीसकर महीन पाउडर बना लें.
4. इस पाउडर को एयरटाइट कंटेनर में भरकर रखें.

34. करी पत्ते को तड़का लगाने से क्या होता है? | Curry Patte Ka Tadka Lagane Se Kya Hota Hai
करी पत्ते को तेल में तड़का लगाने से इसके सुगंधित तेल (volatile Oils) तेज़ी से तेल में मिल जाते हैं और पूरे व्यंजन में एक मज़ेदार खुशबू फैल जाती है. यह न सिर्फ स्वाद बढ़ाता है, बल्कि पत्तों में मौजूद पोषक तत्वों को भी भोजन में मिलाता है.
35. करी पत्ते की पहचान कैसे करें? | Curry Patta Kaisa Dikhta Hai
करी पत्ते को पहचानना बहुत आसान है:
1.पत्ती की बनावट: करी पत्ते की पत्तियाँ छोटी, आकार में अंडाकार (oval) और नुकीली होती हैं.
2.समूह में बढ़ना: ये हमेशा एक टहनी पर जोड़े में, विपरीत दिशाओं में उगती हैं. एक छोटी टहनी पर कई पत्तियाँ (लगभग 10 से 20) एक साथ लगी होती हैं.
3.सुगंध: अगर आप पत्ती को थोड़ा सा मसलेंगे तो तुरंत एक तेज़, नींबू जैसी, और बहुत ही विशिष्ट सुगंध आएगी जो इसे किसी अन्य पत्ते से अलग करती है.
4.स्वाद: इसे चबाने पर स्वाद हल्का कड़वा और फिर तीखा-सुगंधित महसूस होता है.
36. करी पत्ता का पौधा घर पर कैसे उगाएं? | Curry Leaves Kaise Ugaye
करी पत्ता का पौधा बीज या कटिंग (शाखा) दोनों से उगाया जा सकता है. इसे लगाने का सबसे आसान तरीका है कि आप पके हुए काले बीज (लाल नहीं) का इस्तेमाल करें. बीजों को सीधे मिट्टी में 1 इंच नीचे दबा दें. इसे गमले में भी आसानी से उगाया जा सकता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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