भारतीय खाने की थाली में दाल जरूर शामिल होती है. यह हर किचन के भंडार में सबसे ज्यादा मात्रा में पाई जाती है और ये कई प्रकार के होती हैं और सबको अलग-अलग तरीकों से बनाया जाता है. खासतौर से दाल चावल का कॉम्बिनेशन एक अलग ही सुख देता है. अपनी पसंद के तड़के के साथ उबले हुए चावल और उबली हुई दाल, और साथ में अचार/पापड़ सोच कर ही मुंह में पानी आ जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्रेशर-कुकर में दाल को बनाना हमेशा से विवादों में भी रहती है? आपने सही सुना! सोशल मीडिया पर चल रहे कुछ आर्टिकल्स के अनुसार, प्रेशर-कुकर में पकी दाल जोड़ों के दर्द और दूसरी स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ी है. जबकि कुछ आर्टिकल्स ऐसे हैं जो दावा करते हैं कि प्रेशर कुकिंग पोषक तत्वों को बरकरार रखने में मदद करती है. ये सभी बातें काफी कंफ्यूज करने वाली हो सकती हैं. लेकिन अब और नहीं.
हमारे पास फूड एक्सपर्ट और डाइटीशियन एक्सपर्ट कृष अशोक हैं, जो बता रहे हैं कि दाल पकाने का सही तरीका क्या है और क्यों. इसलिए, आराम से बैठें क्योंकि हम इस भ्रम को हमेशा के लिए खत्म करने जा रहे हैं.
प्रेशर-कुकर दाल जोड़ों के दर्द से क्यों जुड़ी है?
कृष अशोक ने वीडियो की शुरुआत यह कहते हुए की है कि लोग अक्सर उबली हुई दाल को प्रेशर कुकिंग के दौरान बनने वाले झाग के कारण जोड़ों के दर्द से जोड़ते हैं. वो कहते हैं कई सिद्धांतों के अनुसार, "झाग सैपोनिन है जिसमें यूरिक एसिड होता है, जो आगे चलकर जोड़ों की समस्याओं को जन्म देता है."
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क्या आपको दाल को प्रेशर कुकर में पकाना चाहिए? क्या उबली हुई दाल का झाग लेना ठीक है?
इस बात को पूरी तरह से गलत करते हुए कहा अशोक जी बताते हैं कि शरीर में यूरिक एसिड का लेवल रेड मीट, मीट के हिस्सों, शराब सहित प्यूरीन युक्त फूड आइटम्स की ज्यादा खपत है, लेकिन दाल हाई-प्यूरीन फूड आइटम्स की लिस्ट में नहीं आती है.
यह हमें अगले बिंदु सैपोनिन्स पर ले जाता है. दाल में जो झाग है, वह सारा सैपोनिन नहीं है. इसमें बहुत कम मात्रा में सैपोनिन होता है और बाकी स्टार्च और प्रोटीन होता है. इसके अलावा, "खाना पकाने से अधिकांश सैपोनिन नष्ट हो जाते हैं."
उन्होंने यह भी बताया कि मीडियम मात्रा में सैपोनिन का होना "वास्तव में हेल्थ के लिए अच्छा है." ये एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं और आपके कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कंट्रोल रखने में मदद कर सकते हैं.
बोनस टिप: दाल को प्रेशर कुक करने का सही तरीका क्या है?
यह समझाने के साथ-साथ कि दाल को प्रेशर कुक में बनाना सही है, उन्होंने ऐसा करने का सही तरीका भी बताया. फूड एक्सपर्ट के अनुसार, प्रेशर कुकर में दाल पकाने से समय और ऊर्जा बचाती है और पोषक तत्वों को बरकरार रखने में मदद करती है.
वह यह भी सुझाव देते हैं कि उबालते समय नोजल को बंद होने से बचाने और दाल से पोषक तत्वों को बाहर निकलने से रोकने के लिए उबालते समय तेल की एक बूंद डालें और नमक न डालें. वो सलाह देते हैं, ''हमेशा खाना पकाने के बाद के हिस्से में नमक डालें.''
यहां देखें वीडियो:
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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