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बवासीर (पाइल्स) के प्रकार, लक्षण, कारण और परहेज (Piles in Hindi)

Symptoms Of Piles: बवासीर कोई शर्म की बीमारी नहीं बल्कि आम समस्या है. इसे समय पर पहचानकर अगर सही कदम उठाए जाएं तो बड़ी दिक्कत से बचा जा सकता है. संतुलित खाना, फाइबर से भरपूर डाइट, पानी ज्यादा पीना और नियमित एक्सरसाइज से यह समस्या दूर रहती है. 

बवासीर (पाइल्स) के प्रकार, लक्षण, कारण और परहेज (Piles in Hindi)

Symptoms Of Piles: बवासीर एक ऐसी समस्या है जिसे लोग अक्सर नज़रअंदाज़ कर देते हैं. शुरुआत में इसके लक्षण छोटे होते हैं, लेकिन धीरे-धीरे यह परेशानी बढ़ती जाती है. ज़्यादातर लोग इसे शर्म की वजह से छुपाते रहते हैं और डॉक्टर से सलाह लेने में देर कर देते हैं. असल में बवासीर कोई लाइलाज बीमारी नहीं है, अगर इसे सही समय पर पहचान लिया जाए तो दिक्कत बढ़ने से रोकी जा सकती है. खान-पान की आदतें, कब्ज, मसालेदार खाना और शराब-सिगरेट जैसी चीज़ें इसके बड़े कारण हैं. डॉक्टर मानते हैं कि समय रहते अगर इलाज और लाइफस्टाइल में बदलाव किया जाए तो इससे आसानी से राहत मिल सकती है. आइए समझते हैं बवासीर के लक्षण, कारण और बचाव के तरीके.

बवासीर क्या है? | What Is Piles | Bawasir kya hota hai

बवासीर में गुदा के अंदर और बाहर नसें फूल जाती हैं. जब यह अंदर होती है तो इसे इंटरनल हेमोरॉयड्स कहा जाता है और जब बाहर होती है तो इसे एक्सटर्नल हेमोरॉयड्स कहा जाता है. इंटरनल वाले शुरू में आसानी से नज़र नहीं आते, लेकिन खून निकलने पर पता चलता है. वहीं बाहरी बवासीर में गुदा के पास गांठ जैसी सूजन दिखती है जो दर्द और जलन देती है.

बवासीर के लक्षण | Bawasir ke Lakshan kya hain

1. शौच करते समय खून आना
2. गुदा के पास गांठ या सूजन महसूस होना
3. जलन, खुजली और दर्द
4. लंबे समय तक कब्ज रहना
5. शौच करते समय ज़्यादा ज़ोर लगाना

अगर ये लक्षण लगातार दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना ज़रूरी है.

बवासीर (पाइल्स) के कारण (Piles Causes in Hindi)

1. कब्ज - लंबे समय तक कब्ज रहना इसकी सबसे बड़ी वजह है.
2. खराब खानपान - तला-भुना, मसालेदार, पिज्जा-बर्गर जैसी फास्ट फूड चीज़ें दिक्कत बढ़ाती हैं.
3. कम फाइबर वाला आहार - अनाज, फल और हरी सब्जियों की कमी से मल सख्त हो जाता है.
4. अल्कोहल और सिगरेट - ये शरीर में डिहाइड्रेशन और पाचन बिगाड़ते हैं.
5. लंबे समय तक बैठना - ऑफिस या गाड़ी चलाने वालों में यह दिक्कत ज्यादा दिखती है.
6. प्रेगनेंसी और मोटापा - दोनों ही स्थितियों में पेट पर दबाव बढ़ता है जिससे बवासीर हो सकता है.

बवासीर (पाइल्स) के घरेलू उपाय (Piles Home Remedies Hindi | Bawasir ko kaise thik kare)

1. अपने खाने में फाइबर ज़रूर शामिल करें. फल, सलाद, हरी सब्जियां और दालें लें.
2. रोज़ाना कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं.
3. तैलीय और मसालेदार खाना कम करें.
4. शराब और सिगरेट से दूरी बनाएं.
5. कब्ज से बचने के लिए नियमित समय पर शौच करें और ज़्यादा देर तक रोककर न रखें.
6. हल्की एक्सरसाइज और योग अपनाएं.

डॉक्टर की सलाह क्यों ज़रूरी है?

बहुत से लोग घरेलू नुस्खों के भरोसे रह जाते हैं, लेकिन अगर बवासीर में खून ज्यादा निकल रहा हो, दर्द बढ़ रहा हो या गांठ बड़ी हो गई हो तो तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए. शुरुआती अवस्था में दवा और खानपान से ठीक हो सकता है, लेकिन गंभीर स्थिति में सर्जरी भी करनी पड़ सकती है.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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