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Raw Milk vs Packaged Milk: कौन सा सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद? जानें क्या कहती है रिसर्च

Raw Milk vs Packaged Milk: आज भी गांवों में लोग सीधे डेयरी या गाय-भैंस से मिला कच्चा दूध पीना ज्यादा शुद्ध और फायदेमंद मानते हैं, जबकि शहरों में ज्यादातर लोग पैक्ड दूध पर भरोसा करते हैं. आखिर कौन सा दूध ज्यादा फायदेमंद है, आइए जानते हैं.

Raw Milk vs Packaged Milk: कौन सा सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद? जानें क्या कहती है रिसर्च
National Milk Day: क्या वाकई कच्चा दूध ज्यादा उपयोगी है? आइए जानते हैं.

National Milk Day: बचपन से लेकर बुढ़ापे तक दूध हर उम्र के लिए सेहत का आधार माना जाता है. इसी महत्व को देखते हुए हर साल 26 नवंबर को नेशनल मिल्क डे मनाया जाता है. इस दिन हम न केवल दूध के महत्व को समझते हैं, बल्कि यह भी जानने की कोशिश करते हैं कि बदलती लाइफस्टाइल के बीच कौन सा दूध बेहतर है, कच्चा दूध या पैक्ड दूध? यह सवाल इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि आज भी गांवों में लोग सीधे डेयरी या गाय-भैंस से मिला कच्चा दूध पीना ज्यादा शुद्ध और फायदेमंद मानते हैं, जबकि शहरों में ज्यादातर लोग पैक्ड दूध पर भरोसा करते हैं. लेकिन, क्या वाकई कच्चा दूध ज्यादा उपयोगी है या पैक्ड दूध वैज्ञानिक रूप से बेहतर साबित होता है? आइए, रिसर्च के आधार पर समझते हैं.

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कच्चा दूध (Raw Milk)

कच्चा दूध यानी बिना उबाला या प्रोसेस किया हुआ दूध. इसमें कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन A, D  और एंजाइम्स भरपूर रहते हैं. कई लोग मानते हैं कि उबालने से दूध के पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं, इसलिए कच्चा दूध शरीर को ज्यादा पौष्टिकता देता है.

कच्चे दूध के फायदे | Benefits of Raw Milk

  • प्राकृतिक एंजाइम्स और बैक्टीरिया पाचन को बेहतर बनाते हैं.
  • इम्युनिटी को सपोर्ट करने वाले कुछ तत्व ज्यादा मात्रा में रहते हैं.
  • असली और बिना मिलावट वाला होने पर पौष्टिकता ज्यादा रहती है.

रिसर्च क्या कहती है?

कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि कच्चे दूध में अगर मिलावट न हो तो यह पोषण के लिहाज से अच्छा होता है. लेकिन, कच्चे दूध में बैक्टीरिया का खतरा रहता है. यह बैक्टीरिया बुखार, पेट संक्रमण और फूड पॉइजनिंग जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं. इसलिए कच्चा दूध बिना उबाले पीना जोखिमभरा माना गया है.

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पैक्ड दूध (Packed Milk)

पैक्ड दूध यानी जो दूध प्रोसेस होकर आता है, जैसे टोंड, डबल टोंड, फुल क्रीम या पाश्चराइज्ड दूध. इसे हाई टेंपरेचर पर गर्म किया जाता है ताकि हानिकारक बैक्टीरिया नष्ट हो सकें.

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पैक्ड दूध के फायदे | Benefits of Packed Milk

  • बैक्टीरिया और संक्रमण का खतरा लगभग समाप्त.
  • FSSAI जैसे सरकारी मानकों के अनुसार क्वालिटी चेक.
  • लंबे समय तक सुरक्षित रूप से स्टोर किया जा सकता है
  • पोषक तत्व संतुलित रखे जाते हैं.

रिसर्च क्या कहती है?

वैज्ञानिक अध्ययनों में यह साफ पाया गया है कि पाश्चराइजेशन प्रक्रिया पोषक तत्वों को बहुत कम नुकसान पहुंचाती है, लेकिन दूध को 100 प्रतिशत सुरक्षित बनाती है. इसलिए पैक्ड दूध खासकर शहरों में रहने वाले लोगों के लिए ज्यादा विश्वसनीय और हेल्थ-फ्रेंडली माना जाता है.

कौन सा दूध चुनना चाहिए?

अगर आपके पास पूरी तरह भरोसेमंद स्रोत है और आप दूध को उबालकर पीते हैं, तो कच्चा दूध पौष्टिक हो सकता है. लेकिन, आज के समय में जहां मिलावट और संक्रमण का खतरा बढ़ गया है, वहां पैक्ड दूध वैज्ञानिक रूप से सुरक्षित, स्टैंडर्डाइज्ड और प्रैक्टिकल विकल्प है.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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