Kis Vitamin Ki Kami Se Gussa Aata Hai : क्या आपने कभी सोचा है कि आपका मूड और गुस्सा सिर्फ़ बाहरी बातों पर ही निर्भर नहीं करता? कई बार हम छोटी-छोटी बातों पर बहुत जल्दी गुस्सा (Gussa Kyu Aata Hai) हो जाते हैं या बेवजह चिड़चिड़ापन (Irritability) महसूस करते हैं. विज्ञान बताता है कि आपके शरीर में कुछ विटामिन और मिनरल्स (Vitamins and Minerals) की कमी या उनका असंतुलन आपके मूड और गुस्से को सीधा प्रभावित करता है. यहां इस लेख में हम जानेंगे कि कौन से विटामिन की कमी आपको गुस्सा (Gussa Kyu Aata Hai) दिला सकते हैं और आपके चिड़चिड़ेपन की वजह हो सकते हैं. साथ ही यह भी जानेंगे कि इन विटामिन्स की कमी (Vitamin Deficiency) को दूर करने के लिए क्या खाना चाहिए.
Kis Vitamin Ki Kami Se Jyada Gussa Aata Hai: यह समझना ज़रूरी है कि कोई भी विटामिन सीधे तौर पर आपको गुस्सा दिलाता नहीं है, बल्कि कुछ ज़रूरी विटामिनों की कमी आपके तंत्रिका तंत्र (Nervous System) और मस्तिष्क (Brain) के कामकाज को इतना बिगाड़ देती है कि आप तनाव, चिंता और गुस्से को नियंत्रित नहीं कर पाते. ऐसा क्यों होता है कि कुछ खास चीजें खाने से गुस्सा शांत हो जाता है. चलिए इस लेख में जानते हैं -
क्या खाने से दूर होगी विटामिन और मिनरल्स की कमी, कौन से विटामिन की कमी से गुस्सा आता है? | Kis Vitamin Ki Kami Se Gussa Jyada Aata Hai
हमारे मस्तिष्क को ठीक से काम करने के लिए कुछ खास पोषक तत्वों की ज़रूरत होती है. इनकी कमी होने पर मूड स्विंग्स (Mood Swings) और गुस्सा आने लगता है:
1. विटामिन बी12 (Vitamin B12) की कमी से गुस्सा आता है
विटामिन बी12 हमारे नर्वस सिस्टम (तंत्रिका तंत्र) को स्वस्थ रखने के लिए बहुत ज़रूरी है.
- कारण: बी12 की कमी से तंत्रिका कोशिकाएँ (Nerve Cells) ठीक से काम नहीं कर पातीं. यह दिमाग में मूड को नियंत्रित करने वाले न्यूरोट्रांसमीटर्स (Neurotransmitters) के उत्पादन को भी प्रभावित करता है.
- असर: इसकी कमी से थकान (Fatigue), कमज़ोरी, और सबसे ज़्यादा तेज़ चिड़चिड़ापन और गुस्सा आता है. लंबे समय तक कमी रहने पर अवसाद (Depression) और याददाश्त की समस्या भी हो सकती है.
- विटामिन बी12 (Vitamin B12) की कमी दूर करने के लिए क्या खाएं: दूध, दही, पनीर, अंडा, मछली और मीट जैसे खाद्य पदार्थ खाएं. जो लोग शाकाहारी (Vegetarian) हैं, उन्हें डॉक्टर की सलाह पर बी12 सप्लीमेंट्स ज़रूर लेने चाहिए.
2. विटामिन डी (Vitamin D) की कमी से गुस्सा आता है
विटामिन डी सिर्फ हड्डियों के लिए नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है.
- कारण: विटामिन डी मस्तिष्क के उन हिस्सों पर असर डालता है जो मूड को नियंत्रित करते हैं. इसकी कमी से अक्सर उदासी (Sadness), थकान और बढ़ता हुआ गुस्सा महसूस होता है.
- असर: शोध बताते हैं कि जिन लोगों में विटामिन डी का स्तर कम होता है, वे ज़्यादा तनाव और मूड डिसऑर्डर (Mood Disorder) का अनुभव करते हैं.
- विटामिन डी (Vitamin D) की कमी दूर करने के लिए क्या खाएं: रोज़ाना 15-20 मिनट सुबह की धूप लें. मशरूम, फैटी फिश (जैसे सैल्मन), और फोर्टिफाइड दूध का सेवन करें. ज़रूरत पड़ने पर सप्लीमेंट्स लें.
3. मैग्नीशियम (Magnesium) की कमी से गुस्सा आता है
मैग्नीशियम, हालांकि यह एक विटामिन नहीं बल्कि एक मिनरल है, लेकिन यह मूड और गुस्से को नियंत्रित करने में सबसे बड़ी भूमिका निभाता है.
- कारण: मैग्नीशियम को प्राकृतिक रूप से तनाव कम करने वाला मिनरल (Natural Calmer) माना जाता है. यह न्यूरोट्रांसमीटर्स को शांत करने में मदद करता है. इसकी कमी होने पर नर्वस सिस्टम हाइपर-एक्टिव (Over-active) हो जाता है, जिससे बेचैनी और बात-बात पर गुस्सा आने लगता है.
- असर: इसकी कमी सीधे तौर पर चिंता (Anxiety), नींद की कमी और तेज़ चिड़चिड़ापन पैदा कर सकती है.
- मैग्नीशियम (Magnesium) की कमी दूर करने के लिए क्या खाएं: पालक जैसी हरी पत्तेदार सब्ज़ियां, बादाम, काजू, कद्दू के बीज और डार्क चॉकलेट खाएं.

4. फोलेट या विटामिन बी9 (Folate / Vitamin B9) की कमी से गुस्सा आता है
फोलेट बी-विटामिन समूह का एक ज़रूरी हिस्सा है जो न्यूरोट्रांसमीटर्स के उत्पादन में मदद करता है.
- कारण: यह दिमाग में सेरोटोनिन (Serotonin) और डोपामाइन (Dopamine) जैसे हैप्पी हार्मोन्स के निर्माण में ज़रूरी है. इसकी कमी होने पर मूड अनियंत्रित हो जाता है.
- असर: फोलेट की कमी से अवसाद के लक्षण और चिड़चिड़ापन बढ़ सकता है.
- फोलेट या विटामिन बी9 (Folate / Vitamin B9) की कमी दूर करने के लिए क्या खाएं: फलियां, दालें, ब्रोकोली, हरी पत्तेदार सब्ज़ियां और संतरे का सेवन करें.
5. ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी से गुस्सा आता है
यह भी मिनरल नहीं, बल्कि एक स्वस्थ वसा है, लेकिन मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए यह बहुत ज़रूरी है.
- कारण: ओमेगा-3 (DHA और EPA) मस्तिष्क की कोशिकाओं की संरचना और कार्यप्रणाली को बनाए रखता है. इसकी कमी से मस्तिष्क की कार्यक्षमता (Brain Function) प्रभावित होती है.
- असर: इसकी कमी सीधे तौर पर मूड स्विंग्स, गुस्सा, और आक्रामकता (Aggression) को बढ़ाती है.
- ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी दूर करने के लिए क्या खाएं : मछली (सैल्मन, टूना), अखरोट, अलसी के बीज (Flax Seeds) और चिया सीड्स (Chia Seeds) खाएं. शाकाहारी लोग अलसी या अखरोट के तेल का सेवन कर सकते हैं.

गुस्सा नियंत्रित करने के लिए क्या करें? | Gusse ko control kaise kare
अगर आपको लगातार गुस्सा और चिड़चिड़ापन महसूस होता है, तो सबसे पहले:
- विटामिन बी12 और विटामिन डी के स्तर की जांच कराएं.
- अपनी डाइट में ऊपर बताए गए सभी पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करें.
- नींद पूरी करें. हर रात 7-8 घंटे की गहरी नींद लेना ज़रूरी है, क्योंकि नींद की कमी से गुस्सा बहुत ज़्यादा आता है.
- रोज़ाना कसरत करने से तनाव कम होता है और मूड बेहतर होता है.
कोई भी विटामिन सीधे तौर पर आपको गुस्सा नहीं दिलाता है, लेकिन विटामिन B12, विटामिन D और मैग्नीशियम की कमी आपके नर्वस सिस्टम को अस्थिर करके गुस्सा, चिड़चिड़ापन और बेचैनी पैदा कर सकती है. अपने आहार को संतुलित रखें और ज़रूरी होने पर डॉक्टर की सलाह पर सप्लीमेंट्स लें ताकि आपका मूड और मानसिक स्वास्थ्य दोनों बेहतर रहें.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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