Hypothyroidism Diet: हाइपोथायरायडिज्म मरीजों को नुकसान पहुंचा सकते हैं ये 7 फूड्स

पुरुषों की तुलना में महिलाओं को हाइपोथायरायडिज्म होने की संभावना ज्यादा होती है. हाइपोथायरायडिज्म को सही इलाज और सही खानापन के जरिए काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है.

Hypothyroidism Diet: हाइपोथायरायडिज्म मरीजों को नुकसान पहुंचा सकते हैं ये 7 फूड्स

लोगों में हाइपो-थायराइड और हाइपर-थायराइड की समस्या ज्यादा देखी जाती है.

खास बातें

  • सोया मिल्क, टोफू , टेम्पेह, जैसे सोया फूड प्रोडक्ट्स से दूर रहें.
  • ब्रोकली, फूलगोभी, पत्तागोभी जैसी सब्जियों का सेवन कम करना चाहिए.
  • ग्लूटेन वाले फूड्स सूजन पैदा करके थायरॉयडिटिस बढ़ा सकते हैं.

थायराइड तितली के आकार की एक ग्रंथि होती है जो सांस की नली के पास पाई जाती है. यह शरीर के मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल में रखने में मदद करती है. लेकिन आजकल बिगड़ते लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से लोगों के बीच थाइराइड की समस्या बढ़ती जा रही है. लोगों में हाइपो-थायराइड और हाइपर-थायराइड की समस्या ज्यादा देखी जाती है. हाइपोथायरायडिज्म एक ऐसी स्थिति है जिसमें थायराइड ग्रंथि पर्याप्त थायराइड हार्मोन नहीं बनाती है. हाइपोथायरायडिज्म वाले लोग अक्सर ठंड और थका हुआ महसूस कर सकते हैं और उनका वजन आसानी से बढ़ा जाता है. पुरुषों की तुलना में महिलाओं को हाइपोथायरायडिज्म होने की संभावना ज्यादा होती है. हाइपोथायरायडिज्म को सही इलाज और सही खानापन के जरिए काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है. तो आइए आज हम कुछ ऐसे फूड्स के बारे में जानते है, जिनसे हाइपोथायरायडिज्म के मरीजों को दूरी बनाए रखनी चाहिए.

हाइपोथायरायडिज्म में भूलकर भी न खाएं ये फूड्स:

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Photo Credit: iStock

सोया फूड प्रोडक्ट्स:

अगर आपको हाइपोथायरायडिज्म की समस्या है तो सोया मिल्क, टोफू , टेम्पेह, एडाम्स बीन्स जैसे सोया फूड प्रोडक्ट्स से दूरी बनाए रखनी चाहिए. कुछ शोधकर्ताओं का मानना ​​है कि सोया में आइसोफ्लेवोन नाम का कंपाउड पाया जाता है, जो  हाइपोथायरायडि के जोखिम को बढ़ा सकता है.

पत्तेदार सब्जियां:

वैसे तो सब्जियों को सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है. लेकिन अगर आपको हाइपोथायरायडिज्म है तो ब्रोकली, फूलगोभी, पत्तागोभी जैसी सब्जियों का सेवन या तो कम करना चाहिए या डाक्टर की सलाह पर करना चाहिए.

ग्लूटेन फूड्स:

हाइपोथायरायडिज्म वाले लोगों को ग्लूटेन का सेवन कम करना चाहिए. ग्लूटेन एक प्रोटीन है जो गेहूं, जौ, राई और अनाजों से बने प्रोसेस्ड फूड्स में पाया जाता है. ग्लूटेन वाले फूड्स सूजन पैदा करके थायरॉयडिटिस बढ़ा सकते हैं.

फैटी फूड्स:

हाइपोथायरायडिज्म  में मीट, बटर,  मेयोनीज़, मार्जरीन, जैसी फैट वाली और  तली-भुनी चीजों से दूरी बनाए रखनी चाहिए. 

कैफीन: 

हाइपोथायरायडिज्म की समस्या होने पर कैफीन के ज्यादा सेवन से बना चाहि.  इससे थायराइड के कारण होने वाले समस्या बढ़ सकती है. 

शुगरी फूड्स:

चीनी में पोषक तत्व न क बराबर होता है और कैलोरी अधिक होती है. इसलिए चॉकलेट, चीज़केक या ज्यादा चीनी के सेवन से बचना चाहिए.  हाइपोथायरायडिज्म के कारण शरीर का मेटाबॉलिज्म धीमा हो सकता है और अगर ऐसे में आप चीनी का सेवन अधिक करेंगे तो वजन बढ़ने का खतरा हो सकता है

प्रोसेस्ड फूड्स:

हाइपोथायरायडिज्म वाले लोगों को प्रोसेस्ड फूड्स से बचना भी चाहिए क्योंकि इसमें सोडियम होता है. अंडरएक्टिव थायराइड होने से हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है और बहुत अधिक सोडियम इस खतरे को और बढ़ा देता है.

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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