जब कभी घर पर चाय या कॉफी बनती है, तो बच्चे भी इसे पीने की जिद करने लगते हैं. कई पेरेंट्स लाड-प्यार में बच्चों को चाय या कॉफी पीने के लिए दे देते हैं. कुछ बच्चे तो ऐसे होते हैं जो बहुत कम उम्र में ही बड़ों की तरह चाय या कॉफी पीने लगते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि, बच्चों को चाय-कॉफी पीने देना उनकी सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है. कुछ माता-पिता यह भी सोचते हैं कि, इससे उनके बच्चे मौसमी बीमारियों से सुरक्षित रहेंगे और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ेगी, लेकिन बच्चों को चाय या कॉफी देने से पहले यह भी जान लेना बेहद जरूरी है कि, उन्हें कितनी मात्रा में चाय-कॉफी पीने के लिए देनी चाहिए. आइए जानते हैं कि, बच्चों को ज्यादा चाय-कॉफी से क्या-क्या नुकसान उठाने पड़ सकते हैं.
चाय और कॉफी पीने से होने वाले नुकसान-
इसे आदत न बनने दें
बच्चों को कभी-कभार चाय या कॉफी पीने के लिए दी जा सकती है, लेकिन इसे आदत नहीं बनने देना चाहिए. चाय या कॉफी में कैफीन पाया जाता है, हालांकि, कैफीन हमें अलर्ट रखने में मदद करता है, लेकिन इसकी ज्यादा मात्रा से बच्चों को नुकसान हो सकता है. इसका कैल्शियम को अवशोषित करने और बच्चों की ग्रोथ पर भी असर पड़ सकता है. अगर बच्चों को चाय या कॉफी पीने की आदत पड़ जाती है तो इससे हार्ट और ब्रेन पर नकारात्मक असर भी पड़ सकता है. बच्चों को ज्यादा चाय या कॉफी पीने से अनिद्रा और मूड में बदलाव जैसी समस्याएं हो सकती हैं. एक्सपर्ट्स के मुताबिक आप अपने बच्चों को एक सप्ताह में 2 कप से ज्यादा चाय या कॉफी न दें. साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि, चाय या कॉफी बहुत ज्यादा स्ट्रॉन्ग न बनी हो.
दूध और जूस सबसे बेहतर
अपने बच्चों को कैफीन के सेवन से जितना दूर रखें उतना ही अच्छा है. चाय या कॉफी की जगह आप अपने बच्चों को रोज़ाना दूध या जूस पीने के लिए दें. दूध में कैल्शियम पाया जाता है और कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाने में काफी मददगार होता है. वहीं अलग-अलग तरह के फलों के जूस में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. फलों के यह पोषक तत्व बच्चों को कई तरह की बीमारियों और संक्रमण से बचा सकते हैं.
ये है चाय-कॉफी के नुकसान-
- -धीमी गति से विकास होना.
- -व्यवहार में बदलाव.
- -नींद प्रभावित होना.
- -वजन बढ़ने की शिकायत.
- -टाइप 1 डायबिटिज की संभावना.
- -कैफीन की वजह से घबराहट होना.
- -दांतों में कीड़े लग सकते हैं.
- -हार्ट डिजीज हो सकती है.
सिमित मात्रा में देने पर ये हैं फायदे
- -बुखार कम होता है.
- -बदन दर्द, पेट दर्द में आराम.
- -खांसी और जुकाम ठीक करने में मददगार.
- -बच्चे की बॉडी हाइड्रेट रहती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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